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Sunil Kumar Maurya Bekhud
इक परी सलोनी नन्ही सी आई थी मेरे आंगन में देकर खुशियों को बेशुमार रब ने डाला था दामन में नाज़ुक नाज़ुक से हाथ पैर मुस्कान लबों पर प्यारी सी मन मोह सभी का लेती थी इतनी प्यारी किलकारी थी मन हर्षित था आनंदित था लक्ष्मी आई थी मधुबन में हम उसको पाकर धन्य हुए प्रभु की रचना अलबेली थी चिड़ियों सा कलरव मधुर मधुर करती गोदी में खेली थी हे प्रभु उसको देना न कभी कोई भी मुसीबत जीवन में ©Sunil Kumar Maurya Bekhud # पुत्री के जन्मदिन पर कविता
Dr Aruna KP Tondak
मेरे दोस्त मेरी दिल की उस धड़कन की तरह है जो भले ही दिखाई न दे, पर जैसे दिल को धड़कनें के लिए धड़कन की जरूरत है वैसे ही मुझे तुम हो,, Happy birthday to my dear friend😍©Arunakp® #मित्र #जन्मदिन #हिंदीNojoto
मोहित भौरिया
तू स्वयं गंगा धारी ,मैं तुम्हें क्या स्नान कराऊं। तू स्वयंअन्नपुर्णा स्वामी मैं तुम्हें क्या भोग चढ़ाऊं।। तू स्वयं भू से प्रगट, मैं तुम्हें क्या तिथि बताऊं। सारे जहां के मालिक,मैं तुम्हें शीश झुकाऊं।। जय स्वयंभू महादेव सेवली धाम। महादेव के जन्मदिन पर
अमित चौबे AnMoL
जिसे पाकर शहद सा मीठा गुण पाती है मधुमक्खियां, जिसे पाकर... हर्षित हो जाती हैं तितलियां, पुष्प को गन्धित करते "पराग" जीते रहो हर दरमियाँ। #पराग #जन्मदिन #मित्र #शुभकामनायें
DEVENDRA KUMAR
New year Celebration quotes आज मेरे जन्मदिन के अवसर पर मेरी जानेमन ने, मुझे कुछ विशेष उपहार दिया है, कल रात बारह बजे तक जगकर, उसने बड़े प्यार से मेरे लिए ग्रीटिंग तैयार किया है । दुकानें बंद हैं यहाँ पर इसलिए उसने बड़े प्यार से, मेरे लिए खुद केक तैयार किया है, मेरा जन्मदिन मानने के लिए उसने बहुत खुशी से, आज ये सारा इंतज़ाम किया है । - देवेंद्र कुमार # आज मेरे जन्मदिन के अवसर पर
Dr Wasim Raja
White मौर्य राज वंश के चक्रवर्ती सम्राट की जिंदगी रोचक है। वो रणभूमि में पराक्रम दिखाते दुश्मनों के संहारक है।। इनकी कीर्ति है विराट, मानवता के बने रहे द्योतक है। बौद्ध धर्म के संरक्षक रहे गरीबों बहुजनों के पोषक है।। भारत को विश्व गुरु बनाने वाले बौद्ध धर्म के संवाहक हैं। सदा सत्य ,दया ,करुणा, मैत्री भाव ,प्रेम के उपासक हैं।। सत कर्मों से हमेशा ऊंचा रहने वाला इनका मस्तक है। विश्व में बुद्मम शरणम गच्छामि का देते रहे दस्तक है।। बहुजन हिताय बहुजन सुखाय के यही समपोषक हैं। धर्म में बाह्य आडंबर का सदा बने रहे अवरोधक हैं।। वसीम राजा की है यही आरजू और है यही कथन। विश्व में गूंजे भाईचारे का स्वर हरसू हो बस अमन।। महान सम्राट अशोक की जयंती पर शत-शत नमन। ©Dr Wasim Raja सम्राट अशोक के जन्मदिन पर समर्पित