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Zahid Akhtar
कामचोरी भी एक कला है, आपको झूटों का गुलदस्ता तैयार करना पड़ता है। ©Zahid Akhtar #Problems #idle
Bharath Nandibhatla
If an idle mind is a devil's workshop, then a silent mind is God's. #idle #silent
Kavinaya 2525
True love is touching the soul' with heart ©Kavinaya 2525 #Women Idle Heart
ManDer
कया करें लोगों का हर बात को लोग झमेला कहते हैं मैसेज ना करें तो बिजी अगर करें तो वेहला कहते हैं #hardtime वेहला (idle)
Drx. Mahesh Ruhil
तू समझ गई मेरी हर बात को एक पल में ऐसा क्या था जो मुझसे चाहत हो गई दिल की बात ही तो रखी थी सामने आपके जो आपको मुझसे इतनी मोहब्बत हो गई B+3+210
Ashutosh Patro
उसकी तहज़ीब कुछ अलग थी उसकी निगाहें कहीं ओर थी अब वो अपना पन कही खो चुका था शायद वो किसी ओर की हो चुकी थी। उसके सिवा किसी ओर पे मेरी नज़रे नही टिकती थी जब भी मिलाता था आंखें उससे वो बस नज़रे हटाने के लिए बहाने बनाती थी। बेवकूफि कर बैठा था मैं तुमसे प्यार करता था मैं सफर-ऐ-इश्क़ में जिसे हमसफर मानते थे आज वो हमें बीच सफर में अजनबी मान चुकी थी। न तुम हमारे थे न हम तुम्हारे थे यह रिश्ता था कई सालो पुराना शायद यह रिश्ता टूट चुकी था । अब अजनबी है हम तुम्हारे लिए , खुशनसिब हैं हम। अब बेवजह मुलाकात नही होती पहली नज़र में जो प्यार हुआ था उसको मुझेसे , शायद उसने अपने प्यार को कहीं दफना चुकी थी। #restlessness #idle #memories #yqbaba
Midnight thoughts
उसकी तहज़ीब कुछ अलग थी उसकी निगाहें कहीं ओर थी अब वो अपना पन कही खो चुका था शायद वो किसी ओर की हो चुकी थी। उसके सिवा किसी ओर पे मेरी नज़रे नही टिकती थी जब भी मिलाता था आंखें उससे वो बस नज़रे हटाने के लिए बहाने बनाती थी। बेवकूफि कर बैठा था मैं तुमसे प्यार करता था मैं सफर-ऐ-इश्क़ में जिसे हमसफर मानते थे आज वो हमें बीच सफर में अजनबी मान चुकी थी। न तुम हमारे थे न हम तुम्हारे थे यह रिश्ता था कई सालो पुराना शायद यह रिश्ता टूट चुकी था । अब अजनबी है हम तुम्हारे लिए , खुशनसिब हैं हम। अब बेवजह मुलाकात नही होती पहली नज़र में जो प्यार हुआ था उसको मुझेसे , शायद उसने अपने प्यार को कहीं दफना चुकी थी। #restlessness #idle #memories #yqbaba
Ashutosh Patro
उसकी तहज़ीब कुछ अलग थी उसकी निगाहें कहीं ओर थी अब वो अपना पन कही खो चुका था शायद वो किसी ओर की हो चुकी थी। उसके सिवा किसी ओर पे मेरी नज़रे नही टिकती थी जब भी मिलाता था आंखें उससे वो बस नज़रे हटाने के लिए बहाने बनाती थी। बेवकूफि कर बैठा था मैं तुमसे प्यार करता था मैं सफर-ऐ-इश्क़ में जिसे हमसफर मानते थे आज वो हमें बीच सफर में अजनबी मान चुकी थी। न तुम हमारे थे न हम तुम्हारे थे यह रिश्ता था कई सालो पुराना शायद यह रिश्ता टूट चुकी था । अब अजनबी है हम तुम्हारे लिए , खुशनसिब हैं हम। अब बेवजह मुलाकात नही होती पहली नज़र में जो प्यार हुआ था उसको मुझेसे , शायद उसने अपने प्यार को कहीं दफना चुकी थी। #restlessness #idle #memories #yqbaba