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Deepak "New Fly of Life"
रोते रोते मुस्कुराने का, हुनर सीख लेते हैं, ये औरतें हैं जनाब, सब कुछ सह लेते हैं। न जाने कहाँ से मिली, इन्हें ये ताकत है, जिसे बस रोने में जाया कर देते हैं। अगर पहचान लें ये, और समझ लें, खुद के अपने ज़ज़्बात को, तो ये काली माँ से कम नहीं होते हैं। रोते रोते मुस्कुराने का, हुनर सीख लेते हैं, ये औरतें हैं जनाब, सब कुछ सह लेते हैं। ©Deepak "New Fly of Life" शक्ति ए औरत
शक्ति ए औरत #शायरी
read moreHeer
White ए जिंदगी तू भी बड़ी बेदर्द है, रोज़ नए ख्वाब दिखाती है। और फिर वही ख्वाब चुराती है।। एक दिन तू भी मेरी जगह आके तो देख, टूट कर बिखरने पर क्या हालत होती है।। ©Heer बड़ी बेवफा है तू ..... ए जिंदगी। #जिंदगी_का_सफ़र hindi poetry on life
बड़ी बेवफा है तू ..... ए जिंदगी। #जिंदगी_का_सफ़र hindi poetry on life #Poetry
read moreMurtaza Ali
लाल हुई जब ज़मीं ए कर्बला खूं ए शब्बीर से, खाक बन गई शिफा खूँ ए शब्बीर से।। सदा ये आती है ’मोहसिन’ खूं ए शब्बीर से, मातम है हक़ मेरा हुकुम ए नबी से।। ✍️✍️मुर्तजा ’मोहसिन’ ©Murtaza Ali #मातम ए शब्बीर
ASHIS RAWAT
White तेरे शहर की यादें मुझमें कुछ यूं घर कर गईं हैं.. जैसे ही पैर रखता हूं शहर में तेरे लगता है तू यहीं है.. तू यहीं है... ©ASHIS RAWAT शहर ए इश्क
शहर ए इश्क #शायरी
read moreDev Rishi
संगीत सी ये मीठी बारिश... सरगम जैसी लगती हैं पल्लव के ये बहुत प्यारे , तुम तो प्रेमिका सी लगती हो.... कौन गाये करूण कथाएं , तुम तो यौवन सी थिरकती हो काशी में मणिकर्णिका... क्या तुम उसके जैसी लगती हो खिला ग़ुलाब चंपा चमेली, मादकता सी लगती हो अधरों पर मीठी मुस्कान, खिली पंखुड़ियों जैसी लगती हो वीरों के पथ कोमल शोभा सुसज्जित हो, खुद मरने को तत्पर रहती हो संगीत सी ये मीठी बारिश... सरगम जैसी लगती है पल्लव के ये बहुत प्यारे, तुम तो प्रेमिका सी लगती हो..... जाए के ये धनी माटी, सोना सपूत उपजाती हो तपती मरती विमुक्त जनों से, फिर भी हरियाली से भरी हुई रहती हो वो श्रंगार बारिशें का , उसमें तो ज्यादा ही जंचती हो जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी तुम लगती हो..... गांवों के किसान तेरे , जैसे पहली मुहब्बत सी लगती हो वो दूर से तुझे निहारें , तुम तो मृगतृष्णा सी क्यों लगती हो छीन क्यों तुम लेती हो , तनय सुख क्यों नहीं जीने देती हो तेरे मिट्टी में मैं मिल जावा, उस पागल से क्यों कहलाती हो न मिले तुझे दिल ए बारिशें, रक्तों की तुम केवल प्यासी हो अगर दिल तेरा भर जाएं तो एक दफा तुम सावन बुलाना रिमझिम रिमझिम बारिश बरसें यौवन की विरह तुम पा जाना संगीत सी ये मीठी बारिश... सरगम जैसी लगती हैं पल्लव के ये बहुत प्यारे , तुम तो प्रेमिका सी लगती हो........ ©Dev Rishi #दिल ए बारिशें