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mau jha
पिंकी बहुत प्यारी लड़की है। पिंकी कक्षा दूसरी में पढ़ती है। एक दिन उसने अपनी किताब में रेलगाड़ी देखी। उसे अपनी रेल – यात्रा याद आ गई , जो कुछ दिन पहले पापा – मम्मी के साथ की थी। पिंकी ने चौक उठाई और फिर क्या था , दीवार पर रेलगाड़ी का इंजन बना दिया। उसमें पहला डब्बा जुड़ गया , दूसरा डब्बा जुड़ गया , जुड़ते – जुड़ते कई सारे डिब्बे जुड़ गए। जब चौक खत्म हो गया पिंकी उठी उसने देखा कक्षा के आधी दीवार पर रेलगाड़ी बन चुकी थी। फिर क्या हुआ – रेलगाड़ी दिल्ली गई , मुंबई गई , अमेरिका गई , नानी के घर गई , और दादाजी के घर भी गई। नैतिक शिक्षा – बच्चों के मनोबल को बढ़ाइए कल के भविष्य का निर्माण आज से होने दे। ©mau jha moral story
Pooja
किसी गाँव में एक छोटा सा लड़का था। उसका नाम रामू था। रामू बहुत ही मस्तिष्कशिल और खुशमिज़ाज बच्चा था। उसके पास हमेशा ही एक नयी कहानी या खेल की बात रहती थी। उसकी माँ ने उसे हमेशा समय पर पढ़ाई की शिक्षा दी, लेकिन उसका मन हमेशा ही उड़ाई में लगा रहता था। एक दिन, रामू ने अपने दोस्तों के साथ खेलते हुए अपना समय बिताया। खेलने के बाद, उसने देखा कि उसकी पढ़ाई की किताबें बहुत पिछड़ गई हैं। उसे अपने दोस्तों के साथ खेलने का अधिक शौक था। देखते हुए उसकी माँ ने उसे समझाया कि पढ़ाई में भी मज़ा होता है और यह उसके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। धीरे-धीरे, रामू ने अपने पढ़ाई को समझना शुरू किया और उसने देखा कि उसके लिए यह वास्तव में मज़ेदार है। उसने अधिक पढ़ाई की और उसके अच्छे अंकों से उसकी माँ को गर्व हुआ। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि कभी-कभी हमें सही राह का चयन करने में थोड़ी समय लग सकता है, लेकिन जब हम उसे चुनते हैं, तो हमारा भविष्य उज्ज्वल होता है। ©Pooja #moral story
Pooja
Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. एक गाँव में एक छोटा सा लड़का रहता था, जिसका नाम रामू था। रामू बहुत ही खुशनुमा बच्चा था, जिसका हर काम में उत्साह था। वह हर रोज़ स्कूल जाता था और अपने माता-पिता की सहायता करता था। एक दिन, रामू को अपने गाँव के बगीचे में जाना पड़ा। वहाँ उसने एक गर्मियों की चींटी को पाया, जो पानी के लिए बहुत परेशान थी। रामू ने उस चींटी को एक छोटे से पानी के पैकेट के साथ बचाया और उसको जीवनदान दिया। वहाँ से वापस आने के बाद, रामू ने अपने दोस्तों को बताया कि कैसे उसने चींटी को मदद की। उसने देखा कि छोटी-छोटी चीजों से भी हम किसी का मदद कर सकते हैं। इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि हमें दूसरों की मदद करने का जो संघर्ष है, वह हमें उन्हें सच्चे मित्र बनाता है। ©Pooja #Moral story
Pooja
एक गाँव में एक छोटा सा बच्चा नाम के राम रहता था। राम बहुत ही उत्साही और खुशमिजाज था। उसके पास हमेशा हर काम करने की जिद और हौसला होता था। एक दिन, गाँव में एक बड़ा मेला लगा था। राम को मेले में जाने का बहुत मन था, लेकिन उसके पास कोई पैसे नहीं थे। वह अपने माता-पिता से पैसे मांगने के लिए गया, लेकिन वे भी बिना पैसे के थे। राम को मेले में अपने दोस्तों के साथ खेलते देखकर बहुत दुःख हुआ। वह उनसे मिलकर बड़ी मेहनत करने का फैसला किया। उसने अपने गाँव में लोगों के लिए एक मेला आयोजित किया और उससे पैसे इकट्ठा किए। जब उसका मेला बहुत ही सफल हुआ, तो वह अपने गाँव की शान बन गया। राम ने सीखा कि मेहनत और उत्साह से कोई भी मुश्किल नहीं है। ©Pooja #Moral Story
Pooja
एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक गरीब लड़का रहता था। उसका नाम रामु था। रामु का सपना था कि वह बड़ा आदमी बने और अपने परिवार को खुशियों से भर दे। लेकिन उसके परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि रामु के परिवार को दिन भर का भोजन भी मिलना मुश्किल था। एक दिन, रामु को एक सोने का सोना मिला जिसे उसने एक कुएं के पास खोदा था। लेकिन जब उसने सोना खोदने की खबर गाँव में फैलाई, तो लोग उसके पास आने लगे और उससे सोना मांगने लगे। रामु को सोना देने के बजाय, लोग उससे सोना मांगने लगे। रामु ने लोगों की मदद करने का फैसला किया और उन्हें सोना देने के बजाय, उन्हें उसे खोदने की जानकारी और उसकी विधि सिखाई। लोगों ने उसके कारनामे को देखकर उसे गाँव का हीरो मान लिया। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपने सपनों को पूरा करने के लिए केवल स्वयं की मदद करने के लिए ही नहीं, बल्कि अन्यों की मदद करने के लिए भी तैयार रहना चाहिए। ©Pooja #moral story
Pooja
एक गाँव में एक बूढ़ा आदमी रहता था। उसका नाम रामजी था। वह गाँव के सबसे बुजुर्ग और समझदार व्यक्ति था। उसके पास एक बड़ा संपत्ति था, लेकिन उसका दिल बड़ा ही निर्मल था। एक दिन, गाँव में बड़ा हंगामा हो गया। एक शेर गाँव के पास आ गया था और लोगों को डरावनी दिखाई दे रहा था। लोग भागने लगे, लेकिन रामजी ने धैर्य से शेर के सामने खड़े होकर उससे बात की। रामजी ने शेर से कहा, "भगवान ने तुम्हें बहुत शक्ति दी है, परन्तु उसे अच्छे काम में इस्तेमाल करो। गाँव के लोगों को डराने की बजाय, उनकी मदद करो।" शेर ने रामजी की बात सुनी और उसका ध्यान लिया। उसने वास्तव में गाँव की सुरक्षा के लिए अपनी शक्ति का इस्तेमाल किया। लोगों ने उसे आदर से देखा और उसे 'बागी शेर' कहने लगे। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि शक्ति को सही दिशा में उपयोग करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। ©Pooja # Moral story
Pooja
एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में एक बच्चा रहता था। उसका नाम रामू था। रामू बहुत ही खुशनुमा और उत्साही बच्चा था। वह हमेशा अपने गाँव के बच्चों के साथ खेलता और मस्ती करता था। एक दिन, रामू ने अपने दोस्तों के साथ एक जंगल में घूमने का प्लान बनाया। वे जंगल में पहुँचे और वहाँ खेलते-खेलते उनको रास्ता भूल गए। धीरे-धीरे रात का समय आने लगा और जंगल में अँधेरा छा गया। रामू और उसके दोस्त डर गए। उन्हें रास्ता नहीं मिल रहा था। तभी एक चिड़िया उनके पास आई और उन्हें अपने पंखों पर बैठाने का सुझाव दिया। रामू और उसके दोस्त उस चिड़िया के पंखों पर बैठ गए। चिड़िया ने उन्हें अपने घर तक पहुँचाया। वहाँ पहुँचकर रामू ने चिड़िया को धन्यवाद कहा और अपने दोस्तों के साथ घर लौट गया। उसके बाद से रामू ने कभी भी अपने घर के पास से बिना अज्ञात जगहों में नहीं घूमने का निर्णय किया। इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने घर के निकट के जगहों में ही घूमना चाहिए और हमेशा सावधानी बरतनी चाहिए। ©Pooja # Moral Story
Pooja
एक गांव में एक गरीब किसान रहता था। उसका नाम रामु था। रामु के पास बस एक बैलगाड़ी थी जिसे वह अपनी खेती के कामों में उपयोग करता था। रामु का सपना था कि उसकी बैलगाड़ी को अच्छी तरह से सुधार कर उससे अधिक कमाई करें। एक दिन, रामु ने अपने दोस्त से पुराने सिक्कों के लिए बत्तख खरीदने का सुझाव सुना। वह तत्पश्चात बत्तख खरीद लिया और उसे अपने घर के पास के तालाब में छोड़ दिया। कुछ समय बाद, उसके खेत में बड़े विपत्ति का सामना हुआ। उसकी बैलगाड़ी खराब हो गई और वह कोई पैसे नहीं थे जिससे उसे ठीक कराने के लिए। उसने सोचा, "शायद बत्तख के पास कुछ हो सके।" रामु तालाब की ओर गया और देखा कि उसकी बैलगाड़ी के पास बत्तख अब भी है। बत्तख ने अपनी डिविंग क्षमता का उपयोग करके रामु की मदद की और उसकी बैलगाड़ी को ठीक करने में मदद की। रामु ने समय के साथ बत्तख के साथ एक अच्छी दोस्ती की। उसने सीखा कि सहायता करना और सहायता लेना वास्तव में मानवता का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसके बाद से, रामु हमेशा अपनी साथी बैलगाड़ी के साथ एक छोटे से बत्तख को भी ले जाता और उसे अपने साथ काम करने में मदद करने का मौका देता। और उसके लिए, उसकी बैलगाड़ी और बत्तख, दोनों ही उसकी सफलता का एक महत्वपूर्ण कारण बन गए। ©Pooja #Moral story