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mantu,kumar
इतना मैं चाहूं तुझे कोई किसी को ना चाहे
Edu.nr
दिल भर दे मन भर दे प्यार से एक ऐसा आशिक़ चाहिए जब मैं चाहूं मिलने आए जब चाहूं मेरा दिल बहलाए आशिक़ ऐसा दिलदार चाहिए ©Creative.nr दिल भर दे मन भर दे प्यार से एक ऐसा आशिक़ चाहिए जब मैं चाहूं मिलने आए जब चाहूं मेरा दिल बहलाए ऐसा दिलदार चाहिए
Bhupendra Rawat
तेरे बिना किसी गैर को,मैं चाहूं कैसे किसी गैर को मैं, अपना बताऊँ कैसे जब तू ही बसी है मेरे रग - रग में तो किसी अज़नबी से दिल अपना लगाऊं, कैसे ©Bhupendra Rawat तेरे बिना किसी गैर को,मैं चाहूं कैसे किसी गैर को मैं, अपना बताऊँ कैसे जब तू ही बसी है मेरे रग - रग में तो किसी अज़नबी से दिल अपना लगाऊं, कैसे
andaj chvi
Ashutosh Kumar
वन वासी ना बनना चाहु, लंका का मुझे राज दिला दो, वर्षो वर्ष ना घर छोडू मैं, सोने का मुझे ताज दिला दो, राम बनके त्यागू ना सीता, बहन की खातिर मरना गवारा, चाहे उमर की रेखा कम हो, मुझको बस रावण बना दो, अवतार पर्भु का बनना ना चाहु, शिव भक्ति में मेरी खुशी है, मृत्यु मिलना पर्भू के हाथो, इससे बड़ी कहो क्या मुक्ति है, वेदों का सारा ज्ञान मिले जब, पुत्र मेघ बलवान मिले जब, छल बल दोनो हाथ पे नाचे, धरती और आसमान भी कांपे, वेद पुराण का सर्व जो ज्ञानी, दहलीज जिसने कभी ना लांगी, ज्ञान मृत्यु का होकर के भी, अंत तक लडने की ठानी, दुनिया जिसको कहे दशानन, राजा जिसका है नाम रावण, शक्ति भक्ति का जो मेल, लंकेश्वर वो मुझको बना दो, राम नही बनना मैं चाहु, मुझको बस रावण बना दो। ©Ashutosh Kumar रावण हु मै। राम नही बनना मैं चाहूं, मुझको बस रावण बना दो। #ravan #Ram #Nojoto #Poetry #God #Life #story
Prashant Deep Srivastava
Sonia Bangotra
मैं चाहूं....तो भी शायद... ना लिख पाऊं...लफ्जों को... जिन्हें पढ़ कर...तुम जान जाओ... मुझे कितनी...मोहब्बत है तुमसे...!!❤️ ©Sonia Bangotra #मैं चाहूं....तो भी शायद... ना लिख पाऊं...लफ्जों को... जिन्हें पढ़ कर...तुम जान जाओ... मुझे कितनी...मोहब्बत है तुमसे...!!V❤️S
ANKESH KUMAR
मैं चाहूं तो भी बदल नही सकता, तुम्हारा किसी और का हो जाना। मैं चाहूं तो भी बदल नही सकता, तुम्हारा किसी और का हो जाना। #NojotoHindi
Anamika
कमाल कलम है नाम से अनूप है शब्दों में वजन है अर्थ गहरे हैं नित नया लिखते हैं लेखन को बखूबी समझते हैं वार्ता का आदान-प्रदान कम है, स्याही में उनकी बेहद दम है.. Dedicating a #testimonial to Anuup Kamal Agrawal #सलाम आपकी कलम को #tulikagarg #गुस्ताखी गर की हो तो माफी चाहूंगी नित नया आपसे सीखना मैं च