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Geeta Rawat Gafil
कुमति निवार सुमति के संगी ©Geeta Rawat Gafil 'कुमति निवार सुमति के संगी'
Vinod Mishra
ROHAN KUMAR SINGH
महावीर विक्रम बजरंगी कुमति निवार सुमति के संगी #रक्षा_करि_ऐ_प्रभु 🙏😔🙏 Priya Rajput Annu Sharma guriya kumari Shikha Sharma 👁️RuPaM 👁️R
Vikas Sharma Shivaaya'
सुमति कुमति सब कें उर रहहीं।नाथ पुरान निगम अस कहहीं॥ जहाँ सुमति तहँ संपति नाना।जहाँ कुमति तहँ बिपति निदाना॥ हे नाथ ! पुराण और वेद ऐसा कहते हैं कि सुबुद्धि (अच्छी बुद्धि) और कुबुद्धि (खोटी बुद्धि) सबके हृदय में रहती है, जहाँ सुबुद्धि है, वहाँ नाना प्रकार की संपदाएँ (सुख की स्थिति) रहती हैं और जहाँ कुबुद्धि है वहाँ विभिन्न प्रकार की विपत्ति (दुःख) का वाश होता है। 🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' सुमति कुमति सब कें उर रहहीं।नाथ पुरान निगम अस कहहीं॥ जहाँ सुमति तहँ संपति नाना।जहाँ कुमति तहँ बिपति निदाना॥ हे नाथ ! पुराण और वेद ऐसा कहते ह
Shaarang Deepak
NEERAJ SIINGH
धूप हो घर की छत से छनती धूप हो जो पाले पोशे हर पौधे को बढ़ाये , सुरक्षा करें , ध्यान रखें और हर किसी का मान रखे ध्यान रखे , चुप चाप रहकर हर बात का भान रहे , पूरी करते हर जरूरत इस शमशान से संसार मे जहाँ ना कोई हृदय ना कोई भाव , बस ठगने को खड़े सब बड़े चाव से , डटकर लड़कर , अपना सबकुछ बेचकर करते तुम घर की जरुरतो का रखरखाव पुरुष तुम ,धैर्य हो , सम्मान हो , गति हो तुम सुमति हो , तुमसे सबकुछ हैं परिवार , तुम सबके हो दुलार , पुरुष तुम ......धन्य हो आप सभी को पुरुष दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। सृष्टि सम्पूर्ण रूप से प्रकृति नहीं है, इसमें पुरुष तत्व भी उतना ही शामिल है जितनी प्रकृति। #प
सोमेश त्रिवेदी
(अशोक से सम्राट को, ना बुद्ध होना चाहिए) आतंक का ये रास्ता, अब रुद्ध होना चाहिए, कश्मीर का वतावरण, भी शुद्ध होना चाहिए... गति से गति प्रगति बने,मति से मति सुमति बने, उन्नति का पथ सदा, अनिरुद्ध होना चाहिए... छल कपट से दूर हो, राम पर विश्वास हो, राम का ही राज्य हो, अब नहीं वनवास हो... कैकई! ये जान लो, मंथरा पहचान लो, राम के प्रति हृदय,सुविशुद्ध होना चाहिए... जब धर्म दीक्षा ले रहे, तो धर्म क्या है जान लो, जो धर्म की रक्षा करे, वो कर्म क्या है जान लो... स्वराष्ट्र रक्षा धर्म है, और धर्म ही तो कर्म है, तो धर्म रक्षा के लिए, अब युद्ध होना चाहिए... उठो उठो हे वीर तुम, रणभूमि में ललकार दो, रणभेरी से गर्जन करो, सम केशरी हुंकार दो... संस्कार अपने त्याग कर, तलवार अपने त्याग कर, अशोक से सम्राट को, ना बुद्ध होना चाहिए... #NojotoQuote मेरी अपनी मौलिक रचना! 🙏🙏🙏 (अशोक से सम्राट को, ना बुद्ध होना चाहिए) आतंक का ये रास्ता, अब रुद्ध होना चाहिए,
KUNDAN KUNJ
Feeling ***प्रार्थना *** कलम, कापी हो परम हथियार, हे माँ भारती ऐसा इल्म का प्रसार करो। रहे मस्तक गर्व से ऊंचा सदा तेरी ऐसा हम पर एक कृपा करो।। भाईचारा और प्रेम भाव का हर पल हम पर वर्षा करो । विनाश हो कुविचार मन का ऐसा ज्ञान दीप का प्रभा करो।। आए अमन फिर से इस घाटी में एक नया स्वर्ग का विस्तार करो।। कलम, कापी हो परम हथियार, हे माँ भारती ऐसा इल्म का प्रसार करो।। गले का फंदा था बना हमारा, 370 और 35 ए का धारा । जिहाद और लुटेरों से भरा परा था हमारी ये स्वर्ग की पावन धरा।। फन लगाए बरसों से बैठा था देश द्रोहियों का एक विचार धारा।। तपिश और असहनीय दर्द को झेल रहा था बरसों से तेरी माटी के ही संतान सारा।। विमुक्त हुए हैं हम अभी अभी ही बस फिर से अमन चैन का विस्तार करो।। कलम, कापी हो परम हथियार, हे माँ भारती ऐसा इल्म का प्रसार करो।। ***प्रार्थना *** कलम, कापी हो परम हथियार, हे माँ भारती ऐसा इल्म का प्रसार करो। रहे मस्तक गर्व से ऊंचा सदा तेरी ऐसा हम पर एक कृपा करो
kavi manish mann
इक राज था। इक साज था। लेकिन नहीं, वो आज था। पाठ-4: अश्व/शुनगति (मात्रिक छन्द - 7 मात्राएँ, अंत में "ध्वजा"): दिनांक: 17.09.2020 मात्रिक छन्द: अश्व/शुनगति (मात्रिक छन्द - 7 मात्राएँ,
कवि राहुल पाल 🔵
न जाने कितने कवि बने.. कितने साहित्य रवि बने , शब्द समूह की बीड़ा बनी.. तुम नैनो की क्रीड़ा बनी , तुम पुष्पो की डाली हो.. मधुकर की तुम माली हो , हर रस का है उद्गम तुमसे.. करुणा का अनुभव तुमसे , तुम चंद चकोर चिरैया हो.. तुम कोयल तुम गौरैया हो , तुम ही छवि का दर्पण हो.. तुम श्रृंगार को अर्पण हो , तुम ही साहित्य उजागर हो.. तुम ही काव्य प्रभाकर हो , तुम गौरी,सीता,सतभामा हो.. तुम शोभा ,कमला,रमा हो , तुम देवा की देवभक्तन हो... तुम ही देवकी,युवतीजन हो , तुम कवि का हो बिंदु सखा.. तुम्हे हमने कुछ छंद लिखा !! #स्त्रियों_का_साहित्य_में_योगदान साहित्य जब तक मौखिक परम्परा का हिस्सा था तब तक लेखन में स्त्रियों का योगदान बराबरी के स्तर पर रहा ,परन्तु इ