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Nikhil Ranjan
ये किसकी तस्वीरों का अंबार सा लगा है वहम है क्या ! जो मुझे प्यार सा लगा है लगने लगा है मुझे यार सा वो मेरे हां ये गुमां सा मुझे अर्से बाद हुआ है संभल–संभल के बात करता हूं उससे कलेक्टरी का वो मेरे साक्षत्कार हो गया है घड़ी की टिक टिक पर उसके जवाब का इंतजार करता हूं घर में भी जैसे दफ़्तर सा हाल हो गया है उसका ध्यान ही नही जाता मेरी तरफ़ वो मेरे दिल कि मिली–जुली सरकार हो गया है तत्काल टिकट के काउंटर पर खड़ा यात्री हूं मैं उसकी ‘हां’ ‘ना’ मेरे आगे की यात्रा का प्रमाण हो गया है ||— % & कृपया पूरा पढ़ें (please read it completely )🙏🏻❣️ " तु मेरे दिल की मिली जुली सरकार है " #प्यार #दिल #heart #love #dilkibaat #orginal #khud
Nikhil Ranjan
ये किसकी तस्वीरों का अंबार सा लगा है वहम है क्या ! जो मुझे प्यार सा लगा है लगने लगा है मुझे यार सा वो मेरे हां ये गुमां सा मुझे अर्से बाद हुआ है संभल–संभल के बात करता हूं उससे कलेक्टरी का वो मेरे साक्षत्कार हो गया है घड़ी की टिक टिक पर उसके जवाब का इंतजार करता हूं घर में भी जैसे दफ़्तर सा हाल हो गया है उसका ध्यान ही नही जाता मेरी तरफ़ वो मेरे दिल कि मिली–जुली सरकार हो गया है तत्काल टिकट के काउंटर पर खड़ा यात्री हूं मैं उसकी ‘हां’ ‘ना’ मेरे आगे की यात्रा का प्रमाण हो गया है || ©Nikhil Ranjan कृपया पूरा पढ़ें ( please read it completely ) 🙏🏻❣️ "तु मेरे दिल कि मिली जुली सरकार हो गई है !" #दिल #Heart #कलेक्टर #दफ्तर #बेहाल #प्यार
@Sushilkumar_Sushil
||अज्ञेय की कविता ||~|| प्रार्थना का एक प्रकार||~ कितने पक्षियों की मिली-जुली चहचहाट में से अलग गूँज जाती हुई एक पुकार : मुखड़ों-मुखौटों की कितनी घनी भीड़ों में सहसा उभर आता एक अलग चेहरा : रूपों, वासनाओं, उमंगों, भावों, बेबसियों का उमड़ता एक ज्वार जिसमें निथरती है एक माँग, एक नाम— क्या यह भी है प्रार्थना का एक प्रकार । ©@Kavi_sushilkumar_Sushil #अज्ञेय #प्रार्थना ||अज्ञेय की कविता ||~|| प्रार्थना का एक प्रकार||~ कितने पक्षियों की मिली-जुली चहचहाट में से अलग गूँज जाती हुई एक पुकार :
नेहा उदय भान गुप्ता😍🏹
सबका साथ लयके चला, एहे राम कै सपना हवें। भाई चारा व बंधुत्व बढ़ावा, यह सब अपना हवें।। मंदिर कै साथे ही, होय नये युग कै शुरुवात होय। जात पात का छोड़कै, मोहब्बत कै आगाज़ होय।। आवा हम सब भी करी, राम नाम कै जयघोष हो। अयोध्या मा करिये राम वास, राम हमरे प्राण हो।। राम राम जी अपने लोगिन के। वइसे त ई बतावे वाली बात नइखे की भगवान श्री राम सब जगह बाड़न। सबके भीतर राम छुपल हवें, पर राम के पहिचाने के खातिर ओ
नेहा उदय भान गुप्ता
सबका साथ लयके चला, एहे राम कै सपना हवें। भाई चारा व बंधुत्व बढ़ावा, यह सब अपना हवें।। मंदिर कै साथे ही, होय नये युग कै शुरुवात होय। जात पात का छोड़कै, मोहब्बत कै आगाज़ होय।। आवा हम सब भी करी, राम नाम कै जयघोष हो। अयोध्या मा करिये राम वास, राम हमरे प्राण हो।। राम राम जी अपने लोगिन के। वइसे त ई बतावे वाली बात नइखे की भगवान श्री राम सब जगह बाड़न। सबके भीतर राम छुपल हवें, पर राम के पहिचाने के खातिर ओ
Kajal The Poetry Writer
अक्सर लोग मुझसे पूछते हैं क्या हो तुम? तो सुनो.... पढ़ाई में हूं smart और sincere, जब नहीं पढ़ना हो तो act like a backbancher. जरूरतों से ज्यादा बातें बड़ो वाली, और जब दिमाग का switch off कर दूं तो हरकते पूरी बच्चो वाली।। घर हो या library बोलती सारा time हूं।। खुश होती हूं खुश करने की सब को कोशिश करती हूं।। क्योंकि लड़की थोड़ी prime हूं।। शक्ल पर मत जाना मेरे, सीधी साधी भोली हैं,,, जैसे ठहरे पानी में लहरे करती आंख मिचौली हैं।। मस्ती की मुट्ठी हूं,,जब चाहे खुलती हूं।। जिम्मेदारी से न भागना आता,, पूरा करती हूं जो किया हो वादा।। वो अपना समझे मुझे,, जिससे एक दफा मिल जाऊ, बातों बड़ी बड़ी, सब में मिली जुली जैसे पानी में चीनी सी मिल जाऊं,, बस इतनी तारीफ बहुत हुई,, इससे ज्यादा क्या बताऊं।। एक छोटी सी चिड़िया हूं जिससे आसमान तक जाना हैं।। कुछ करके अच्छा जीवन में ऊंचा नाम कमाना हैं।। ©KAJAL The poetry writer अक्सर लोग मुझसे पूछते हैं क्या हो तुम? तो सुनो.... पढ़ाई में हूं smart और sincere, जब नहीं पढ़ना हो तो act like a backbancher. जरूरतों से
purvi Shah
तेरी यादों से जो सजी मेरी तन्हाई..! हर वक़्त अपने में मेहसूस करवाती। रिश्ता हमारा रहा आपसे रूहानी..! भावना रही पवित्र प्रेम की निशानी। अगर दुनिया में गलत है तो सही भी है,, अगर राक्षस हैं तो देवता भी हैं। पूरी दुनिया खराब तो नहीं हो सकती,, कहीं सच है तो कहीं झूठ है कहीं स
Vandana
कभी तन्हाईयों में याद आते हो तुम, कर लेती हूं अपनी आंखें बंद, महसूस करती हूं तेरे ही सुरूर को, एक पवित्र प्रेम वह भी है, जो होता है भावनाओं से, जो दो आत्माओं को जोड़ें रखता है, बिना जिस्मों के,,,, अगर दुनिया में गलत है तो सही भी है,, अगर राक्षस हैं तो देवता भी हैं। पूरी दुनिया खराब तो नहीं हो सकती,, कहीं सच है तो कहीं झूठ है कहीं स