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Schizology
Grey Not quite a white But is very close Not quite a black Almost I suppose Grey portrays calm In between moods In the middle area The emotion eludes ©Schizology Grey #grey #poem✍🧡🧡💛 #Gray
Neeraj Neel
Unsplash खुशियां तकिया के सिरहाने होंगी , आशीर्वाद के ईटों से सजी दीवारें होंगी खिड़कियों में धूप सजती होगी, घर में बुजुर्गों की दुआ बस्ती होगी। अब दूर कहीं नहीं चलना होगा , एक सिर पर छत अपना होगा। हम खुशियां सारी बटोर लाएगे, हम घर में अपने सपने सजाएंगे। हम घर में रोज दीप जलाएंगे , घर आंगन में चांद तारे उतार लाएगे। अब चेहरे में एक आराम होगा , मेरे घर के दरवाजे में अब अपना नाम होगा। हा अपना नाम होगा। ✍️ नीरज नील ©Neeraj Neel poem
poem
read moreSr11
White Jiska man ka bhav saccha hota hai uska har kam achha hota hai ©Sr11 #love_shayari #Shayari #Love #Life #poem #poem
#love_shayari Shayari Love Life #poem #poem
read morePreeti Babbar
White I walk alone clasping two little hands, A fury of events, And ...... we were left with none ! Two pairs of eyes Gave me all the comfort..... One black , One grey And ..... together we built a fort. The walls were made of love and happiness, It got bombed with docs and numbness!! Now that I clasp only one for the grey is nowhere My little one shields me as sobs knock the blare. I sneak through days and nights alike praying to heavens to keep your smile bright. As your face is all over us hope you know we are still US ©Preeti Babbar My grey and black
My grey and black
read morekavi Abhishek Pathak
रात भर एक चाँद का साया रहा, दिल में कोई खामोश उजाला रहा। तारों ने कहानियाँ बुन दी कई, पर मेरी आँखों में बस वो ही चेहरा रहा। चुपके से हवाओं ने कुछ कहा, जैसे कोई राज़ धीरे से बयां किया। दिल की किताब में एक पन्ना खुला, और उसमें तेरा नाम ही लिखा रहा। ©kavi Abhishek Pathak #poem
diya the poetter
White नई सुबह एक नई सुबह एक नया एहसाह करा देती है जीवन के पथ पर चलने की राह दिखाती है सूर्य सिर पे चढ़ता है । मानव नित नए आयाम रचता है महकती फूलों की क्यारियों में तितलियां बैठती है भंवरे गीत सुनाते है। नई सुबह नए गीत गुनगुनाती है। मां की रसोई महकती है दादी के भजन से घर उमंग में डूबा जाता है नन्हे नन्हे भाई बहन आंगन में भागे जाते है घर उजाले में डूब जाता है नई रोशनी हमे मानसिक रूप से स्वस्थ बनाती है नई सुबह एक नया एहसाह करा देती हैं। दिया आर्या (दक्षिता) ©diya the poetter #poem
swary dhungel
निम्तो थोरै न्यानो माया धेरै आशीर्वादको खाचो छ मलाई मेरो नयाँ जीवनको शोभायात्राको निम्ति हजुरहरुको उपस्तितिको चाहना छ मलाई हजारौं रंगीन स्वप्ना कोर्न जाँदैछु नयाँ शहर मनमा उर्लिएका हजारौं रहरलाई दिनुछ अब एउटा मिठो ठहर दुई कथाको एक हुने महाउत्सव हुदैछ आउनुहोस् है हजुरहरू मेरो र उनको मिलन हुँदैछ ©swary dhungel poem
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