Find the Latest Status about रमला कुठे ग कान्हा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रमला कुठे ग कान्हा.
royal_shetkari
Unsplash तुला बुडणे कुठे नवीन आहे, संकटाना तुडविणे कुठे नवीन आहे कधी नशिबी कोरडा 🌾 कधी ओला दुष्काळ आहे तुझ्या अश्रूंना कुठे ओलावा नवीन आहे 🌱🌿 ©royal_shetkari #snow तुला बुडणे कुठे नवीन आहे, संकटाना तुडविणे कुठे नवीन आहे कधी नशिबी कोरडा 🌾 कधी ओला दुष्काळ आहे तुझ्या अश्रूंना कुठे ओलावा नवीन आहे 🌱#नश
#snow तुला बुडणे कुठे नवीन आहे, संकटाना तुडविणे कुठे नवीन आहे कधी नशिबी कोरडा 🌾 कधी ओला दुष्काळ आहे तुझ्या अश्रूंना कुठे ओलावा नवीन आहे 🌱नश
read moreAshutosh Mishra
#hunarbaaz #हिंदीनोजोटो #हिंदीकोट्स #कान्हा #हठी #नादान #आगाह #आशुतोषमिश्रा Ravi Ranjan Kumar Kausik Vaishnavi Pardakhe abhay maurya(pathik)
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White श्याम सुंदर ना देरी लगाओ कब से ठाड़े हैं दर्शन कराओ अर्जी सुनो.. अब ना बनो...2 हमनें सुना जब आये सुदामा नंगे पग तुम दौड़े थे कान्हा जरा हमको भी करके दिखाओ..! श्यामसुंदर ना देरी लगाओ..! बिदुरानी घर तुम पहुना से खा गये छिलके तुम केला के जरा हमको भी खाके दिखाओ..! श्यामसुंदर ना देरी लगाओ..! जब प्रहलाद ने तुमको पुकारा तब प्रगटे नरसिंह अवतारा जरा हमको भी करतब दिखाओ..! श्यामसुंदर ना देरी लगाओ..! कहते हैं तुम भक्तों के चाकर बंध गये द्वारे बलि के जाकर कभी अंगना हमारे भी आओ..! श्यामसुंदर ना देरी लगाओ..! ©अज्ञात #कान्हा
Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White कान्हा है हर रूप में तू सुख दुःख छांव धूप में तू ग्वाल बाल के संग में तू प्रेम के जितने रंग में तू जगत का पालनहार है तू मीरा का गिरधार है तू दीन हीन का दाता तू गीता का निर्माता तू गोप-ग्वाल की हृदय गति उद्धव मन मस्तिष्क मति मैया यशोदा की ममता युग परिवर्तन की तू क्षमता देवकी माँ की वेदना हो ब्रज की सब संवेदना हो रुक्मणी जी का दर्पण हो श्री राधा का समर्पण हो वृंदावन की शांति हो मथुरा की शुभ क्रांति हो विकृतियों का दहन हो तुम आसुरी शक्ति हनन हो तुम अर्जुन की साहस शक्ति मित्र सुदामा की भक्ति तुम सर्वग्य तुम्हीं सृष्टि दीन सुधा की तू दृष्टि भावों से मिल जाओगे तब कान्हा कहलाओगे..! ©अज्ञात #कान्हा
Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
बिरहगीत ---------- अब आन मिलो गिरधारी मेरी उमर बीत रही सारी... रख लाज बचा ले प्रीत मेरी मनमोहन मानी जीत तेरी यह प्रेम पुजारिन हारी अब आन मिलो गिरधारी.. ऐसे जो छोड़ के जाओगे वापस घर लौट न पाओगे मर जाये बिरह की मारी अब आन मिलो गिरधारी.. अँखियों की प्यास बुझा जाओ पल दो पल को ही आ जाओ तुम पर बिरहन बलिहारी अब आन मिलो गिरधारी.. ©अज्ञात #कान्हा