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VEER NIRVEL
सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_Ki_Shayari ©VEER NIRVEL सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_Ki_Shayari
सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_ki_Shayari
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सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_Ki_Shayari ©VEER NIRVEL सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता...!! 🥀
सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता...!! 🥀
read moreSunil Kumar Maurya Bekhud
हृदय हर प्राणी को प्यारा है यह पशु पक्षी इंसान ज्ञानी पुरुष इसे कहतें हैं ईश्वर का वरदान जब तक काम करे यह सबकी चलती रहती सांसें इसपर यदि ख़तरा मंडराए संकट में हैं प्रान रहता सदा समेटे अंदर खट्टी मीठी यादें इसको घायल कर देतें हैं कटु बचनों के बान प्रेम से खुश होता है बेखुद नफ़रत से दुःख पाता जीवन का आधार धरा पर हृदय है इसका नाम ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #हृदय
Adv AK Valmiki
नाग अर्चना संस्कृति हमार। मैं हृदय से शीश नवाऊं।। दो मुंहा से दूरी भली। जाने कौन मुंह दंश मिले।।
read moreमहेन्द्र सिंह (माही)
"वक्त किसी को देना भी तो बढी कीमती दौलत हे, देना हे उपहार मुझे तो वक्त भेट में दे देना.. ©महेन्द्र सिंह (माही) #samay "वक्त किसी को देना भी तो बढी कीमती दौलत हे, देना हे उपहार मुझे तो वक्त भेट में दे देना
#samay "वक्त किसी को देना भी तो बढी कीमती दौलत हे, देना हे उपहार मुझे तो वक्त भेट में दे देना
read moreSonal Panwar
White हे ईश्वर ……. अगर अंधेरा छा रहा हो जीवन में मेरे , तो रोशनी की एक किरण तुम बन जाना ! अगर अनजान राहों में गुम हो जाऊँ मैं कभी , तो मार्ग की एक दिशा तुम बन जाना ! अगर निराशा की काली परछाई घेर ले मुझे , तो आस का एक दीया तुम बन जाना ! अगर मंज़िल तक न पहुँच पाये मेरे कदम , तो सफलता की एक सीढी तुम बन जाना ! अगर सांसों की माला से बिखरे सब मोती , तो एक ‘नया जीवन’ तुम बन जाना ! ©Sonal Panwar हे ईश्वर.....🌹🌹🙏🏻🙏🏻✨✨ #ishwar #prayer #Poetry #nojotohindi
हे ईश्वर.....🌹🌹🙏🏻🙏🏻✨✨ #ishwar #prayer Poetry #nojotohindi
read moreगणेश शर्मा 'विद्यार्थी'
sunset nature नव सृजन करो हे कविकुल! नवयुग निर्माण करो तुम। परिवर्तन की बेला है, स्वर में हुंकार भरो तुम। तुम अग्रदूत संसृति के, किञ्चित पथभ्रष्ट न होना। प्रस्थान हेतु तत्पर हो, कवितारोहण कर दो ना। जब तक रवि-शशि अम्बर में, कविता मन शुद्ध चलेगा। अविवेकी का मेधा से, आजीवन युद्ध चलेगा। पग-पग पर प्रतिपल पंथी, शत-शत अवरोध मिलेंगे। इस कविता की यात्रा में, प्रतिदिवस विरोध मिलेंगे। पर तुम भयभीत न होना, अपना कविकर्म निभाना। इस कलम शक्ति के द्वारा, नवयुग आरेख बनाना। उसमें फिर शुभ शुचिता की, कूँची से रंग भरेंगे। चिर कलित भाव को लेकर, शब्दों के संग झरेंगे। निर्जीव सजीवन होंगे, फिर हृदय-पटल खोलेंगे। इन कवितावलियों के भी, रव अमरचित्र बोलेंगे। नैराश्य न स्पर्श करेगा, माँ वाणी के प्रति सुत को। आशा के दीपक जलते, तम में कविता-संयुत को। ©गणेश शर्मा 'विद्यार्थी' नवसृजन करो हे कविकुल! कविताएं प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता हिंदी कविता कविता कोश #hindipoetry #HindiPoem #hindikavita #kavya #kavita
नवसृजन करो हे कविकुल! कविताएं प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता हिंदी कविता कविता कोश #hindipoetry #HindiPoem #hindikavita #kavya #kavita
read moreSanjeev0834
White 2024 ⏳️ 2025 एक साल के बीच जो खत्म होने वाला है, और एक नया साल जो आने वाला है.. हे भगवान, हमें इस श्लोक का एहसास दिलाओ, और उसके बाद एक साल आता है जिसमें लोगों के साथ अन्याय होता है, इसलिए भगवान, स्वास्थ्य, कल्याण की बारिश, खुशियाँ, और अच्छे कर्म। हे भगवान, अच्छाई, क्षतिपूर्ति, प्रार्थनाओं का उत्तर देने और इच्छाओं को पूरा करने वाला वर्ष। ©Sanjeev0834 हे भगवान, इसे अच्छाई और आशीर्वाद का वर्ष बनाएं #New #beingsanjeev0834🦅 #nawab_saab💗🤞 #Happiness
हे भगवान, इसे अच्छाई और आशीर्वाद का वर्ष बनाएं #New beingsanjeev0834🦅 nawab_saab💗🤞 #Happiness
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