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इकराश़
सहर से शाम हो आयी, बिना खाये वो बैठी है, ओ चंदा क्यूँ हो तुम गायब, चलो जल्दी से आ जाओ। चाँद छुपा बादल में, शरमा के मेरी जानां, सीने से लग जाए तू, बलखा के मेरी जानां। करवा चौथ मुहब्बत की सबको मुबारक हो। ~ इकराश़ #YqBaba #YqDi
JAINESH KUMAR ''ज़ानिब''
छत्तीसगढ़ी गीत मौसमें बहारा लहरा के आवत हस, बलखा के जावत हस, मन म समावत हस, दिल ल तड़पावत हस, छिन भर आके, छिन म उड़ जावत हस, दीदार दे, दीदार दे, दीदार दे मौसमें बहारा ।। तैं जो एक बार खिलखिला के कहीं मुश्कुरा दे, आसमान म चमकत सितारा सरमा जाये, झुकती नज़र के इशारा कहीं तीर बन जाथे, पलकें जो उठे कहीं जवां धड़कन के सहारा बन जाथे ।। लहरा के आवत हस, बलखा के जावत हस, मन म समावत हस, दिल ल तड़पावत हस, छिन भर आके, छिन म उड़ जावत हस, दीदार दे, दीदार दे, दीदार दे मौसमें बहारा ।। बरस जा सावन के पहली फुहार बन के, छागे हस कईसे मन म खुंमार बन के, हुस्न के गुलाम बनगे हे ये क़ायनात ह तोर, तभेच हर मौसम म ख़ुशबू बसे रहिथे तोर ।। लहरा के आवत हस, बलखा के जावत हस, मन म समावत हस, दिल ल तड़पावत हस, छिन भर आके, छिन म उड़ जावत हस, दीदार दे, दीदार दे, दीदार दे मौसमें बहारा ।। सु मधुर #छत्तीसगढ़ी_गीत #chhattisgarh #chhattisgarhi #लहरा के आवत हस, #बलखा के जावत हस, मन म #समावत हस, दिल ल तड़पावत हस, छिन भर आके, छिन म उड़
Dr Vassundhara Rai
प्रिय तुम मेरे गीतों की प्रेम धुन बन जाना सुन मेरी गीत धुन तुम मन ही मन मुस्काना दोहों छंदो और गीतों में प्रेम की बूंदे जो गिरती हैं बसंत फागुन सावन की फुहार मैने तुमको है माना लेखनी संग कल्पना भी बलखा के मुस्काती है रच वसुधा के गीतों में देख तुमको है शरमाना ,Dr Vassundhara Rai प्रिय तुम मेरे गीतों की प्रेम धुन बन जाना सुन मेरी गीत धुन तुम मन ही मन मुस्काना दोहों छंदो और गीतों में प्रेम की बूंदे जो गिरती हैं बसं
Vandana
एक रोमांच भी जरूरी है जिंदगी में बेरंग बोरिंग सी जिंदगी मरने जैसी सी है,,, डरी डरी सी भी कोई जिंदगी है बिना जोखिम उठाए खुल के सांस लो हवाओं में जोश जुनून है अभी रगों में,,,,,, चुपचाप सहमे से बैठे हो हर जगह गुणा भाग
Unconditiona L💓ve😉
🔥 || तेरे सपने हों साकार जीत यह मेरी होगी। अभिव्यक्ति पाएँ उद्गार जीत यह मेरी होगी। हो हरा-भरा संसार, जीत यह मेरी होगी। वैषम्य से हो निस्तार, मैं मंत्र समर्पित कर रहा। कुछ ग़ज़लें, कुछ कविता कुछ गीत समर्पित कर रहा। तुझे आशा का संगीत समर्पित कर रहा। कृष्ण की मुरली की वो प्रेम गीत समर्पित कर रहा। रख लो दुआएँ, ये यादें..ये सखा कुछ गीत समर्पित कर रहा #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे 🌺🌺कुछ नहीं है!!वो तो,,🌺🌺 🥺 _________________________ वो अनजान लड़की,
Mohammad Azad Khan
ikishu._
इतराना तुम्हारा हाय रब्बा शर्माना तुम्हारा हाय रब्बा तुम्हारी हर एक अदा नशीली है यह बलखाना तुम्हारा हाय रब्बा ©ikishu._ इतराना तुम्हारा हाय रब्बा शर्माना तुम्हारा हाय रब्बा तुम्हारी हर एक अदा नशीली है यह बलखा ना तुम्हारा हाय रब्बा