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dimple
White आज नही तो कल मिलेगा l मगर कर्मो का फल मिलेगा ll प्यार चाहे अधूरा रह जाए, मगर गम मुक्कमल मिलेगा l भाई से हमेशा बनाकर रखना, साथ खडा होगा तो बल मिलेगा l बोए तुमने कांटे औरों के रास्ते में, तेरी राहों में कैसे कमल खिलेगा l जिस तरह से बर्बाद कर रहे है हम, मुश्किल है आगे पीढ़ियों को जल मिलेगा l ------------------------ July 2024l ©Dimple Kumar #alone_sad_shayri #डायरी_के_पन्ने #जल #लव #कर्मों #कल #प्यार #गम ##भाई #बल शायरी हिंदी में शायरी लव गम भरी शायरी दोस्त शायरी खूबसूरत दो लाइन शायरी
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भाई से हमेशा बनाकर रखना, साथ खडा होगा तो बल मिलेगा l ©Dimple Kumar #डायरी_के_पन्ने #भाई #साथ #बल अनमोल विचार आज का विचार शुभ विचार हिंदी छोटे सुविचार सुविचार इन हिंदी
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read moreShubham Bhardwaj
एकता मेंं बल है,इसको निभाकर देखो। मजहब की दीवार को,कभी हटाकर देखो।। ©Shubham Bhardwaj #GuzartiZindagi #एकता #में #बल #है #जरा #निभा #करके
Pradyumn awsthi
संगठन में बहुत ही ज्यादा शक्ति होती है संगठन के द्वारा बड़े से बड़े काम भी हो जाते हैं लेकिन बिना संगठन के तो कुछ बात ही नहीं बन पाती है। ©Pradyumn awsthi #बल,एकता का
#बल,एकता का
read moreAamir Qais AnZar
रस्सी जल गयी पर बल न गया। मुह की खाई पर छल न गया।। Rassi Jal gayi per bal na gaya. Muh ki khaai per chhal na gaya. Old age adage : #रस्सी जल गई पर #बल नहीं गया। This is for those whose everything got vanished due to their bad actions but still their negative attitude didn't came down. रस्सी जल गई पर बल नहीं गया का अर्थ और वाक्य प्रयोग (A) सर्वस्व नष्ट हो जाने पर भी ऐंठन का न जाना (B) छोटे में बड़ा अवगुणों में भारी (C) दिखावटी ठाटबाट, पर सार कुछ नहीं (D) छोटे लोगों का बढ़-चढ़कर बोलना #खाई #दिखावटी #छल #अवगुण #मुहावरा #वाक्य
Old age adage : #रस्सी जल गई पर #बल नहीं गया। This is for those whose everything got vanished due to their bad actions but still their negative attitude didn't came down. रस्सी जल गई पर बल नहीं गया का अर्थ और वाक्य प्रयोग (A) सर्वस्व नष्ट हो जाने पर भी ऐंठन का न जाना (B) छोटे में बड़ा अवगुणों में भारी (C) दिखावटी ठाटबाट, पर सार कुछ नहीं (D) छोटे लोगों का बढ़-चढ़कर बोलना #खाई #दिखावटी #छल #अवगुण #मुहावरा #वाक्य
read moreAbundance
#पहाड़..#मेरो पहाड़ #बल बोली मधुर, संस्कृति बेमिसाल, धरातल सा जीवन धरातल ही आकाश ........ पहाड़ जीवन दर्शन है ओर पहाड़ ही आखिरी सांस................ दूर से खूबसूरत पहाड़ पास जा कर देखा तो कई थे दरार ना झुकता ना थकता, ना राह भटकता, मेरो पहाड़ चाहे कोई भी मनोदशा हो आपकी शांति का राह दिखाता पहाड़... जब ऊंचा उठना हो तो झुकना पड़ता है जब स्नेह भरी गीली माटी रोके उन्हें प्यार से मनाना पड़ता है... यही है लेखिका के विचारों का पहाड़ लोगों नें कहाँ उस ओर राह भटक जाओगी अकेली मत जाओ मैंने बोला चूड़ियाँ झुमके पायल राश्ते में गिरा रही हूँ ढूंढ़ लेना रेस्क्यू ऑपरेशन मे मै मिल जाउंगी...जैसे मिलते है कई लापता मकान पहाड़ी क्षेत्रो में... जहाँ रही हूँ सुकून ढूंढने मै...कहाँ किसी नें हमें सुकून मिलता है "बल "बोल कर.... ©Mallika #मेरो पहाड़ #Pahad quotes #pahadi #बल quotes #hills
Poetry with Avdhesh Kanojia
मेरी दृष्टि ✍️अवधेश कनौजिया© #मेरी_दृष्टि ............ शोशल मीडिया पर विजया दशमी आते आते प्रतिवर्ष एक आधारहीन शरारती तत्वों द्वारा रचित एक सन्देश बहुत प्रसारित होता है। जिसमें मृत्यु शैय्या पड़ा रावण उनसे कहा है कि *वह उनसे वर्ण में बड़ा है। *आयु में बड़ा है। *उसका कुटुम्ब श्रीराम के कुटुम्ब से बड़ा है। *वह उनसे अधिक वैभवशाली है।
#मेरी_दृष्टि ............ शोशल मीडिया पर विजया दशमी आते आते प्रतिवर्ष एक आधारहीन शरारती तत्वों द्वारा रचित एक सन्देश बहुत प्रसारित होता है। जिसमें मृत्यु शैय्या पड़ा रावण उनसे कहा है कि *वह उनसे वर्ण में बड़ा है। *आयु में बड़ा है। *उसका कुटुम्ब श्रीराम के कुटुम्ब से बड़ा है। *वह उनसे अधिक वैभवशाली है।
read moreAjay Pandey
ज्योहीं वो मुझपे अभिकेंद्रीय बल लगाती है ... मेरी मंजिल मुझे अपकेंद्रीय बल लगाकर खिंच लेती है, और मैं संतुलित हो जाता हूँ। अभिकेंद्रीय बल
अभिकेंद्रीय बल
read moreRakesh Kumar Dogra
अब वो बस सब्ज़ी घर पर खंजर से काटता है, वो आजकल शरीफ हो गया है पर बल नहीं गया है। दीवाली वर्जित है उसे न जाने कौन सा बम फोड़ दे, वो आजकल शरीफ हो गया है पर बल नहीं गया है। पहले वो गाजर मूली की तरह काटता था आजकल तरकारी काटता है। उसकी बस ताकत को मोड़ दिया है और देखो बल नहीं गया है।