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_sa _anjh

नारायण कृष्णः कहाँ हैं आप

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जब आज धुरयोधन-दुशासन का 
कोई द्रौपदी
कोठे में या जलते हुए चैहरे के साथ,
किसी द्वार के भीतर अत्याचार सहती,
तब उसकी लाज बचाने कयों नहीं आते आप?
हे केशव, कहाँ हैं आप? नारायण कृष्णः कहाँ हैं आप

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2nd Monday 🤗❤ Shiv... ॐ नमो भवाय शर्वाय रुद्राय वरदाय च..! पशूनां पतये नित्यमुग्राय च कपर्दिने...!! . Kanha.. कृष्णःकर्षति आकर्षति सर्वान जी #Love #God #Shiva #Krishna #nojotoquotes #nojotoLove #shivaki

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"विष" का स्वाद "शिव" से पूछो,
"मीरा" से पूछोगे तो "अमृत" ही कहेंगी .. 2nd Monday 🤗❤
Shiv...
ॐ नमो भवाय शर्वाय रुद्राय वरदाय च..!
पशूनां पतये नित्यमुग्राय च कपर्दिने...!!
.
Kanha..
कृष्णःकर्षति आकर्षति सर्वान जी

Merajul Islam

প্রতিযোগিতার বাজার অনবরত চলে এগিয়ে যাওয়া একটু অলসতা হলেই পিছিয়ে পড়ার ভয় একে অপরকে একটু ভেবে দেখার অবসর নেই। জাকজমক, চাকচিক্যের দুনিয়া #nojotophoto

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 প্রতিযোগিতার বাজার
অনবরত চলে এগিয়ে যাওয়া
একটু অলসতা হলেই পিছিয়ে পড়ার ভয়
একে অপরকে একটু ভেবে দেখার অবসর নেই। 

জাকজমক, চাকচিক্যের দুনিয়া

राजेश कुशवाहा 'राज'

!!मलकिनिया के पापड़!! आजु बताइथे हमहूं अपने, मलकिनिया के हाल। हर बातिनि में दिनभर उ, चलति हां आपन चाल।। बइठ रहन आफिस में अपने,आबा उनखर काॅल। #कविता #standAlone #कुशवाहाजी

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!!मलकिनिया के पापड़!! - भाग-1
आजु बताइथे हमहूं अपने, मलकिनिया के हाल।
हर बातिनि में दिनभर उ, चलति हां आपन चाल।।
बइठ रहन आफिस में अपने,आबा उनखर काॅल।
कहिन किराना औ तरकारी, लइ आबा तत्काल।
हमहूं आसउं चिप्स बनायब, लइअउब आलू लाल।
कलर त बिल्कुल भूलब न, पीला हरा औ लाल।।
एतना कहिके काटि दिहिन, फोनबा उ तत्काल।
का कही फेर आपन हालत, जाने हर माई के लाल।।
फेर हमहूं चलि दिहन बंजारे, फटफटिया लै तत्काल।
सगल बजारे खुब ढूंढन पै, आलू मिली न लाल।।
फेर त हमहूं फोन लगायन, कहन बजारे के हाल।
तब बताइन कि आलू लई लेई, उज्जरि होई या लाल।।
एतने तक त ठीक रहा पै, आगे बढ़ी बवाल।
जब कहिन की बिल्कुल भूलब न, पीला हरा औ लाल।।
आगे कहिन बनाउब पापड़, जीरा सौंफ सब डाल।
दाना साबुन वाला लेआउब, नही घर में गली न दाल।।
एतना कहिके काटि दिहिन, फेर फोनबा उ तत्काल।
तब हमहूं सामान लिहन, औ घर पहुंचन तत्काल।।
नाश्ता पानी दिहिन नही, पहिलेन करिन सवाल।
लइ आयन की नही बताई, साबुन आलू औ रंग लाल।।
हमहूं रहन मनइ मन गुस्सा, चेहरा पड़ा रहा सब लाल।
दिहन सामान पटकि मूड़े म, फेर भगन दूर तत्काल।।
आजु बताइथे हमहूं अपने, मलकिनिया के हाल।
आजु बताइथे हमहूं अपने, मलकिनिया के हाल।।
----कुशवाहाजी

©राजेश कुशवाहा !!मलकिनिया के पापड़!!
आजु बताइथे हमहूं अपने, मलकिनिया के हाल।
हर बातिनि में दिनभर उ, चलति हां आपन चाल।।
बइठ रहन आफिस में अपने,आबा उनखर काॅल।

राजेश कुशवाहा 'राज'

--------- मलकिनिया के पापड़------- -------------भाग-2--------------- ---------बघेली रचना क्रमांक-3------ आजु बताइथे हमहूं अपने, मलकिनिया के #कविता #standAlone #कुशवाहाजी

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--------- मलकिनिया के पापड़-------
-------------भाग-2---------------
---------बघेली रचना क्रमांक-3------
आजु बताइथे हमहूं अपने, मलकिनिया के हाल।
हर बातिनि में दिनभर उ, चलति हां आपन चाल।।
आगे का सुनि लेई हाल, भगन दूर वहां से तत्काल।
सोचन पहिले जान बचाई, नही त मचि जई तुरत बवाल।।
पै जब उ सामान दिखिन, तब आबा हमरउ खयाल।
नाश्ता पानी सब लइ आईं, फेर मत पूछी हाल।।
बड़े प्रेम से उ बोलिन, पूछिन एक ठे सवाल ।
पहिले पापड़ कि चिप्स बनाई, चलिन उ फेर से चाल।।
हमहूं त कम नही रहन, समझि गयन तत्काल।
सोचन पुनि कुछ बाति बनाई, नही त मची बवाल।। 
कहन दुनउ क साथे बनाबा, काहे रखबा झंझट पाल।
सुखई न त होई बेकार, मौसम बदलत है तत्काल।।
हम काटीथे चिप्स लिआबा,पापड़ बनाबा जीरा डाल।
दुनहू जने करीथे काम, काहे रखबा झंझट पाल।।
फेर दुनहू जन चिप्स बनायन, पापड़ जीरा डाल। 
रंग डारि रंग-रोगन किन्हन, पीला हरा औ लाल।।
"राज" कहिन की राज न राखा, न राखा कउनौ मलाल।
इ पावन रिश्ता है आपन, एका रखा संभाल।।
नोक-झोक औ राग विराग, सदा हबै इह काल।
हमरन क इ जोड़ी राखा, ऐसई गौरा औ महाकाल।।
इ कविता है हसै के खातिर, समझी न कउनौ जाल।
बस मलकिन के प्यार छुपा है, समझी न कउनौ चाल।।
अपनऊ पंचे रखी बनाइके,  आपन प्रेम सम्भाल।
जउने एक दूसरे के दिल म, रहइ न कउनौ सवाल।।
आजु बताइथे हमहूं अपने, मलकिनिया के हाल।।
आजु बताइथे हमहूं अपने, मलकिनिया के हाल।
-------कुशवाहाजी

©राजेश कुशवाहा --------- मलकिनिया के पापड़-------
-------------भाग-2---------------
---------बघेली रचना क्रमांक-3------
आजु बताइथे हमहूं अपने, मलकिनिया के

Vikas Sharma Shivaaya'

☀️सूर्य नमस्कार🙏 सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है। यह अकेला अभ्यास ही साधक को सम्पूर्ण योग व्यायाम का लाभ पहुंचाने में समर्थ है..., #समाज

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☀️सूर्य नमस्कार🙏
सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है। यह अकेला अभ्यास ही साधक को सम्पूर्ण योग व्यायाम का लाभ पहुंचाने में समर्थ है...,
इसके अभ्यास से साधक का शरीर निरोग और स्वस्थ होकर तेजस्वी हो जाता है...,
'सूर्य नमस्कार' स्त्री, पुरुष, बाल, युवा तथा वृद्धों के लिए भी उपयोगी बताया गया है...,
आदित्यस्य नमस्कारान् ये कुर्वन्ति दिने दिने।
आयुः प्रज्ञा बलं वीर्यं तेजस्तेषां च जायते ॥
(जो लोग प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करते हैं, उनकी आयु, प्रज्ञा, बल, वीर्य और तेज बढ़ता है...)...,

             मन्त्र चक्र आसन...
               बीज नमस्कार
1 ॐ ह्रां ॐ मित्राय नमः अनन्तचक्र- प्रणामासन
2 ॐ ह्रीं ॐ रवये नमः विशुद्धिचक्र- हस्तोत्थानासन
3 ॐ ह्रूं ॐ सूर्याय नमः स्वाधिष्ठानचक्र- हस्तपादासन
4 ॐ ह्रैं ॐ भानवे नमः आज्ञाचक्र- एकपादप्रसारणासन
5 ॐ ह्रौं ॐ खगाय नमः विशुद्धिचक्र- दण्डासन
6 ॐ ह्रः ॐ पूष्णे नमः मणिपुरचक्र- अष्टांगनमस्कारासन
7 ॐ ह्रां  ॐ हिरण्यगर्भाय नमः स्वाधिष्ठानचक्र-भुजंगासन
8 ॐ मरीचये नमः विशुद्धिचक्र- अधोमुखश्वानासन
9 ॐ ह्रूं ॐ आदित्याय नमः आज्ञाचक्र- अश्वसंचालनासन
10 ॐ ह्रैं ॐ सवित्रे नमः स्वाधिष्ठानचक्र- उत्थानासन
11 ह्रौं ॐ अर्काय नमः विशुद्धिचक्र- हस्तोत्थानासन
12 ॐ ह्रः ॐ भास्कराय नमः अनन्तचक्र- प्रणामासन
13 ॐ श्रीसवितृसूर्यनारायणाय नमः अनन्तचक्र-प्रणामासन
14 ॐ हे भो हरे नमः

विष्णु सहस्रनाम(एक हजार नाम) आज 550 से 561 नाम
550 कृष्णः कृष्णद्वैपायन
551 दृढः जिनके स्वरुप सामर्थ्यादि की कभी च्युति नहीं होती
552 संकर्षणोऽच्युतः जो एक साथ ही आकर्षण करते हैं और पद च्युत नहीं होते
553 वरुणः अपनी किरणों का संवरण करने वाले सूर्य हैं
554 वारुणः वरुण के पुत्र वसिष्ठ या अगस्त्य
555 वृक्षः वृक्ष के समान अचल भाव से स्थित
556 पुष्कराक्षः हृदय कमल में चिंतन किये जाते हैं
557 महामनः सृष्टि,स्थिति और अंत ये तीनों कर्म मन से करने वाले
558 भगवान् सम्पूर्ण ऐश्वर्य, धर्म, यश, श्री, ज्ञान और वैराग्य जिनमें है
559 भगहा संहार के समय ऐश्वर्यादि का हनन करने वाले हैं
560 आनन्दी सुखस्वरूप
561 वनमाली वैजयंती नाम की वनमाला धारण करने वाले हैं

🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय🌹

©Vikas Sharma Shivaaya' ☀️सूर्य नमस्कार🙏
सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है। यह अकेला अभ्यास ही साधक को सम्पूर्ण योग व्यायाम का लाभ पहुंचाने में समर्थ है...,
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