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Sikender Shakya
White आज तो खुशियां लूट के कोई खुशियां बना रहा होगा और प्यार करने वाला अपने विश्वास पर बैठकर रो रहा होगा ©Sikender Shakya #Thinking Madhubala Maurya Aaj Ka Panchang attitude shayari
#Thinking Madhubala Maurya Aaj Ka Panchang attitude shayari
read moreSikender Shakya
White वह बोला करती थी कि तुमसे ज्यादा मुझे कोई प्यार नहीं कर सकता शायद इसीलिए आज कोई तीसरा आ गया है ©Sikender Shakya follow me Madhubala Maurya killer attitude quotes in english
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read morevivekanand
White life is a golden opportunity.some persons didn't understand the situation.so they're losing the house of happy. ©vivekanand poem
poem
read moreRoy nice
White सुना है तारीफों के पुल के नीचे मतलब की नदी .......बहती है ©Abudul Basit #Life Madhubala Maurya शायरी attitude
Life Madhubala Maurya शायरी attitude
read moreMayank Kumar
White एक छोटे से गांव में एक लड़की रहती थी, जिसका नाम रिया था। रिया का सपना था कि वह बड़ी होकर एक प्रसिद्ध लेखिका बने। गांव में पढ़ाई के साधन बहुत कम थे, लेकिन रिया ने हार नहीं मानी। वह हर रात चाँद की रोशनी में बैठकर लिखती और किताबों के पन्नों में अपने सपनों को तलाशती ©Mayank Kumar #poem
@howToThink
White "आइए महसूस करिए जिंदगी की ताप को मैं चमारों की गली में ले चलूंगा आपको....... ---------- गांव जिसमें आज पांचाली उघाड़ी जा रही, या अहिंसा की जगह नाथ उतारी जा रही, है तरसते कितने ही मंगल लंगोटी के लिए, बेचती है जिस्म कितनी कृष्णा रोटी के लिए" ---- अदम गोंडवी ©Chiranjeev K C #poem
Ritesh Gadam
White उसके होठों की मुस्कुराहट जैसे मेरे दिल की चाहत। उसकी वो सुनहरे बाल जो बिगाड़े मेरे दिल का हाल। उसकी आवाज जैसे कोयल उसकी बातोंमें मैं घायल। उसके चेहरे का नूर जैसे चमकता हुवा कोहिनूर। हर बात में उसका जिक्र हर वक्त सताए उसकी फिक्र। हर वक्त तेरी बात का मारा तू ही मेरी नजर का सितारा। — रितेश ✨ ©Ritesh Gadam # poem#love poem #love❤️#crush
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read moreJeetal Shah
Unsplash गुजरा हुआ जमाना कभी नहीं आएगा, वो बाग बगीचे में खेलना, वो कागज की नाव बनाना, वो दादी की कहानी सुनकर एक नई सीख लेना, वो दुरदर्शन पर चुहे बिल्ली का कार्टून देखना, वो मिकी और मीनी की जोड़ी का आनंद उठाना, गुजरा हुआ जमाना था बहुत ही निराला, पर आज का भी जमाना कम नहीं नई टेक्नोलॉजी से जुड़ गए सभी। ©Jeetal Shah #poem
Neeraj Neel
Unsplash खुशियां तकिया के सिरहाने होंगी , आशीर्वाद के ईटों से सजी दीवारें होंगी खिड़कियों में धूप सजती होगी, घर में बुजुर्गों की दुआ बस्ती होगी। अब दूर कहीं नहीं चलना होगा , एक सिर पर छत अपना होगा। हम खुशियां सारी बटोर लाएगे, हम घर में अपने सपने सजाएंगे। हम घर में रोज दीप जलाएंगे , घर आंगन में चांद तारे उतार लाएगे। अब चेहरे में एक आराम होगा , मेरे घर के दरवाजे में अब अपना नाम होगा। हा अपना नाम होगा। ✍️ नीरज नील ©Neeraj Neel poem
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