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Saket Ranjan Shukla
White वो बेगाना था कोई आख़िरी दफ़ा सोचा उसे और मुस्कुरा दिया उसे सोचकर, ख़त लिखा नाम उसके और छिपा दिया डायरी में मोड़कर, ढलक गए कुछ अश्क़ आँखों के कोरों से बिना इजाज़त के, क़ामिल हुईं दिल में चंद पुरानी यादें, दिली सतहें खरोंचकर, वो भी क्या दिन थे जब दिल उसका लगता था नहीं मेरे बगैर, आज वो जाते जाते चला गया, चला गया मुझे तन्हा छोड़कर, बाँधी थी सारी उम्मीदें उससे, कई ख़्वाब उसी के लिए बुने मैंने, उजाड़ गया हर ख़्वाबगाह वो, बिखेर गया सभी सपने तोड़कर, जिसे अपनी यादों पर भी मेरा हक़ नहीं है अब गवारा “साकेत", करता भी क्या आख़िर, क्या करता मैं उस बेगाने को रोककर। IG :— @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla वो बेगाना था कोई..! . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
वो बेगाना था कोई..! . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
read moredilkibaatwithamit
White यूं बेवजह नहीं त्यागा मैंने दुनिया का मोह मेरे किस्से का हर किरदार गद्दार निकला है... ©dilkibaatwithamit यूं बेवजह नहीं त्यागा मैंने दुनिया का मोह मेरे किस्से का हर किरदार गद्दार निकला है... #Sad_Status Noor Hindustani 'दर्द भरी शायरी'
यूं बेवजह नहीं त्यागा मैंने दुनिया का मोह मेरे किस्से का हर किरदार गद्दार निकला है... #Sad_Status Noor Hindustani 'दर्द भरी शायरी'
read moregaTTubaba
White सबसे बड़ा झूठ निकला ये तो की "तुम्हारी नहीं हैं तलाश हमें" ©gaTTubaba #Thinking सबसे बड़ा झूठ निकला ये तो की "तुम्हारी नहीं हैं तलाश हमें"
#Thinking सबसे बड़ा झूठ निकला ये तो की "तुम्हारी नहीं हैं तलाश हमें"
read moreazad satyam
तेरे रुखसार पर छाई जुल्फें दिवाना बना रही हैं सारी दुनियां से मुझको बेगाना बना रही हैं दिल करता तेरी झील सी नीली आंखों में डूब जाऊं ये मेरे दिल को मस्ताना बना रही है 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 #ek_panchi_diwana_sa ©azad satyam तेरे रुखसार पर छाई जुल्फें दिवाना बना रही हैं सारी दुनियां से मुझको बेगाना बना रही हैं दिल करता तेरी झील सी नीली आंखों में डूब जाऊं ये मेरे
तेरे रुखसार पर छाई जुल्फें दिवाना बना रही हैं सारी दुनियां से मुझको बेगाना बना रही हैं दिल करता तेरी झील सी नीली आंखों में डूब जाऊं ये मेरे
read moreRJ VAIRAGYA
मेरी चाहत का सिलसिला कुछ ऐसा चलता रहा वो गैर इंसान मुझसे मुझमें घुलता रहा, न उसे ख़बर हुई मेरी बर्बादी की हर्ष न उसे ख़बर हुई मेरी बर्बादी की न उसकी फ़िदरत का मुझे जायज़ा मिला वो किसी और की बाहों की गर्मी,मुझे मेरी तपिश सी लगी वो किसी और के बग़ीचे का फूल गुलशन रहा मै बेगाना बेफिजूली का भंवरा भटकता रहा,वो किसी और के बाग़ का सुंदर फूल रहा rj harsh sharma ©RJ VAIRAGYA मेरी चाहत का सिलसिला कुछ ऐसा चलता रहा वो गैर इंसान मुझसे मुझमें घुलता रहा, न उसे ख़बर हुई मेरी बर्बादी की हर्ष न उसे ख़बर हुई मेरी बर्बादी क
मेरी चाहत का सिलसिला कुछ ऐसा चलता रहा वो गैर इंसान मुझसे मुझमें घुलता रहा, न उसे ख़बर हुई मेरी बर्बादी की हर्ष न उसे ख़बर हुई मेरी बर्बादी क
read morePoet Kuldeep Singh Ruhela
Unsplash में मुर्शद तू मुर्शद ये सारा जहां मुर्शद हो गया प्यार के तराने लिखता लिखता में तो खुद बेगाना हो गया ©Poet Kuldeep Singh Ruhela #traveling में मुर्शद तू मुर्शद ये सारा जहां मुर्शद हो गया प्यार के तराने लिखता लिखता में तो खुद बेगाना हो गया
#traveling में मुर्शद तू मुर्शद ये सारा जहां मुर्शद हो गया प्यार के तराने लिखता लिखता में तो खुद बेगाना हो गया
read moreनवनीत ठाकुर
इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक, दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला। जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता, जैसे काग़ज़ पर गिरा, पानी का असर निकला। अरमान सजे थे जिनसे रोशन मेरी दुनिया, वो चिराग़ जला लेकिन हवा का असर निकला। मिलन की घड़ी आई तो जुदाई के साए थे, जिसे चाहा था अपना, वो भी बेख़बर निकला। ख़्वाबों की हक़ीक़त में जो देखा था कभी हमने, आईना दिखाया तो हर शक्ल बदल निकला। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक, दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला। जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता, जैसे का
#नवनीतठाकुर इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक, दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला। जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता, जैसे का
read moreनवनीत ठाकुर
"तेरी बातों पे विश्वास किया, फिर भी दिल टूटा, कितनी तुझसे उम्मीदें थीं, वो सब झूठा निकला।" तुम्हारी बातों पर था यकीन, फिर भी दिल दर्द से भर गया, हर बार तुमसे जो उम्मीदें थीं, इस बार भी ख्वाबों की तरह बिखरा। "तेरी कसमों पे विश्वास किया, फिर भी दिल टूटा, कितनी तुझसे उम्मीदें थीं, वो सब झूठा निकला।" ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर "तेरी बातों पे विश्वास किया, फिर भी दिल टूटा, कितनी तुझसे उम्मीदें थीं, वो सब झूठा निकला।" तुम्हारी बातों पर था यकीन, फिर भी
#नवनीतठाकुर "तेरी बातों पे विश्वास किया, फिर भी दिल टूटा, कितनी तुझसे उम्मीदें थीं, वो सब झूठा निकला।" तुम्हारी बातों पर था यकीन, फिर भी
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