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Abdul hakim
चला हूँ नयी दिशा की ओर कभी तो होगी नयी भोर मुसाफिर हूँ यारों
Ayushi Porwal
कहाँ आँसूओं की यह सौगात होगी, नए लोग होंगे नयी बात होगी, मैं हर हाल में मुस्कराती रहूँगी तुम्हारी मोहब्बत अगर साथ होगी, चरागों को आँखों से महफूस रखना, बड़ी दूर तक रात ही रात होगी, वक़्त बेवक़्त की बात होगी उसमे कुछ पुरानी याद होगी कुछ तुम मिलन की चाह रखना खुशियों के शोर में बात होगी खामोशिया भी गुनगुनायी जाएगी यादों की धूल साफ होगी जजबात और अल्फाज़ो का साथ होगा हर सायें पर कदमों की आहट होगी मुसाफिर हैं हम भी मुसाफिर हो तुम भी, किसी मोड़ पे फिर मुलाक़ात होगी मुसाफिर हूँ यारों #peace
Monika jayesh Shah
मुसाफिर हूं यारों ©Monika jayesh Shah #मुसाफिर हू यारों
DANVEER SINGH DUNIYA
ओ प्यारे मैंने कभी नहीं किया था भेदभाव बेशक रहा हो मुझ पर खुशियों का अभाव मेरी मजबूरी का फायदा उठाएं ये जमाना मान भी जाओ अब मत खाओ इतना भाव ©DANVEER SINGH DUNIYA मुसाफिर हूं यारों
Azaan Ali
बेवक्त का मुसाफिर ना जाने कहां चला जा रहा हूं एक तलाश मे तेरी, ये जानते हैं हम भी तू मिल भी गई तो मुक़द्दर मे होगी मुसाफिर हू यारों
poetic soul shashi
ख़ुद की ही तलाश में मैं ,, इस कदर से गुजरा हूँ ,, हर मुसाफिर से पूछा पता अपना ,, जिस भी शहर से गुजरा हूँ,, #myquote #mylife #myjourney #mydestination मुसाफिर हूँ यारों..... 💕💕💕
Dhaniram
"मैं मुसाफिर हूँ। हर बार नया रास्ता खोज लूंगा। अबे रेडीमेड अंधेरे से क्यों डरते हो, मैं पैदा ही गहरी रात में हुआ हूँ। फिर तूफां का खौफ कैसा , तिमिर का डर किसे । जिस दिन झांक ली अपनी गिरेबां, उस दिन मैं मेरी मंजिल की तरफ जा रहे, उस हर रास्ते को मोड़ दूंगा मैं मुसाफिर हूँ। हर बार नया रास्ता खोज़ लूंगा।" DRP. मुसाफिर हूँ....?
sk singh
माँ मेरी कमीयो को वो हर किसी से बताती नही, एक माँ ही है,जो कुछ जताती नही।। तिनका तिनका जोड़ कर वो घर बनाती है, एक माँ ही है जो जीवन को खुश रंग बनाती है।। पाई पाई जोड़ कर वो घर चलाती है, वो माँ है,जो अपने हिस्से की रोटी मुझे खिलाती है।। उसकी सूरत देख मैं निखर जाता हूँ, माँ के चरणों को छू मैं सँवर जाता हूँ।। मैं सफर में होता हूँ तो, वो शिकन में होती है, मेरी सलामती की खातिर माँ अपने अश्को से तीनो भुवन धोती है।। #''एक माँ ही तो है,जो घर बनाती है''# सन्देश सिंह(मुसाफिर हूँ यारो) #मुसाफिर #हूँ#यारो