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Rj100Imran Khan-rajasthan
Kshatriya Kuldeep Singh
जन्नत की चाहत तो 72 हूरों का ख्वाब है हम तो #महाकाल के भक्त हैं हमें #चिताओं से भी प्यार है।। ©Kshatriya Kuldeep Singh जन्नत की चाहत तो 72 हूरों का ख्वाब है हम तो #महाकाल के भक्त हैं हमें #चिताओं से भी प्यार है।।
Humayoun Naqsh
आज आसमा से हूरों ने फिर से मुझे ताकना शरू किया, मां के क़दमों में जब मैं सर रख कर सोना शरू किया। आज आसमा से हूरों ने फिर से मुझे ताकना शरू किया, मां के क़दमों में जब मैं सर रख कर सोना शरू किया। Bhanu priya SingerRahulOfficial (CharmingCr
Sobersoul
मेरे शहर की दीवारों इतनी कमजोर नहीं है, जो तुम्हारी शरारतों से हिल जाए, ढूंढते रहो अब अपनी हूरों को, क्या पता कोई मिल ही जाए , हुआ वैसे तुम्
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
मसर्रत ए चरागा जलाओ, के हमारे नबी की आमद है.... अपने नशेमन गली मोहल्ले सजाओ, के हमारे नबी की आमद है... अल्लाह का हुकुम हैं जिब्रिल की यह सुन्नत है घरों में झंडे लगाओ,के हमारे नबी की आमद है.... अर्श से हूरों मलाइक भी पढ़ रहे है, बलगल उला बेकमालेही, पढ़ो आशिकों नबी पर दरूद ओ सलाम, के हमारे नबी की आमद है... मरहबा या मुस्तुफा... ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर मसर्रत ए चरागा जलाओ,के हमारे नबी की आमद है.... अपने नशेमन गली मोहल्ले सजाओ,के हमारे नबी की आमद है... अल्लाह का हुकुम हैं जिब्रिल की यह सुन्न
हर्ष चौधरी
तिनकों का धरोंदा बनाया करो थोड़ी मेहनत कर के आया करो, यूँ बैठे किसी को न मिली जनत हूरों के ख़्वाब यूँ न सजाया करो शौहरत यह सीरत सभी है फ़ानी ख़ुदा की रज़ा में सर झुकाया करो, कल की फ़िक्र में आज को खोते न दिन रात का चेन लुटाया करो, हासिल क्या होगा जोड़ के ज्यादा कभी थोड़े को भी आज़माया करो, पड़े है कही दो वक़्त रोटी के लाले तुम रोज़ पकवान न बनाया करो ©khyalon ka Safar तिनकों का धरोंदा बनाया करो थोड़ी मेहनत कर के आया करो, यूँ बैठे किसी को न मिली जनत हूरों के ख़्वाब यूँ न सजाया करो शौहरत यह सीरत सभी है फ़ा
साहस
बुरे काम और जीवन हरण का घोर जो अपराध करेंगे। रात में मलक उल मौत से शिव भी उसे सपराध धरेंगे।। Urdu_Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "मलक-उल-मौत" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजे
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
जालिम हमें हरगिज तन्हा ना समझना,हमारी हिफाजत करने वाला वो रहमान है अभी//१ आज भी उस यकता की इबादत में खड़े जिन्नो ,बशर,हूरों,मलाईक के वो कयाम है अभी//२ मां ने बचपन में मुझे जो कराई थी हिफ्ज, मुकद्दस कुरानी आयते वो मुकम्मल याद है अभी//३ मैं मां की पेशानी के बोसे की लज़्ज़त उसे क्या बताऊँ,जो इस उम्दा नेमत से अनजान है अभी//४ फिजूल है तेरा खालिक के बाबत सोचना,के खालिके कायनात का ज़ालिम पर जलाल है अभी//५ अब मोहब्बत की तरफ़ लौट आओ,के तुम्हारी नफरत को मिटाने वाला वो मेहरबान है अभी//६ "शमा" पर कहरे तशदूद की सोचना भी मत,तेरी हुकूमत को पलट देने वाला वो सुलतान है अभी//६ #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #aaina जालिम हमें हरगिज तन्हा ना समझना,हमारी हिफाजत करने वाला वो रहमान है अभी//१ आज भी उस यकता की इबादत में खड़े जिन्नो,बशर, हूरों,मलाईक के