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MR VIVEK KUMAR PANDEY

#किस्मतकाताला खोलने के लिए

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Writer Mr Vivek Kumar pandey

"किस्मत का ताला खोलने के लिए चाभी
 की नहीं दिमाग की जरूरत होती है".। #किस्मतकाताला खोलने के लिए

Manish Ballia

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vishnu thore

रावेर महाविद्यालय...

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 रावेर महाविद्यालय...

Dakshi Raj

माताओं के लिए अनाथ आश्रम खोलने #शायरी

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Anjani Upadhyay

बाबा राघवदास भगवानदास स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.अजय मिश्र #विचार

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अजय मिश्र प्राचार्य

©Anjani Upadhyay बाबा राघवदास भगवानदास स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.अजय मिश्र

Suman Saurav

पटना महाविद्यालय 157th foundation day

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गंगा की गोद में पलने वाली 
अमर संतान हो तुम,
गौरवशाली इतिहासों की 
बखान हो तुम,
नवरत्नों को गढ़ने वाली 
पहचान हो तुम, 
पाटलिपुत्र की धरती की 
सम्मान हो तुम,
अखंड ज्योतिर्मय रूप की, 
प्रमाण हो तुम,
जन जन के अंतर्मन की, 
अटूट अभिमान हो तुम,
कभी न मिटने वाली,
अमिट प्रतिमान हो तुम. #NojotoQuote पटना महाविद्यालय
157th foundation day

Rakesh Kumar Dogra

एक खिड़की दरवाज़े खोलने से फर्क पड़ता है दूसरा दिमाग के खिड़की दरवाज़े खोलने से भी फर्क नहीं पड़ता।

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ये दम घुटना क्या होता है,
वो कह रहा था "सांस लेने में दिक्कत है"
ये दोनो अलग-२ परिस्थितियां है
एक मेडिकल कंडिशन है,
दूसरा माहौल-ए-मुहावरा हो सकता है। एक खिड़की दरवाज़े खोलने से फर्क पड़ता है
दूसरा दिमाग के खिड़की दरवाज़े खोलने से भी फर्क नहीं पड़ता।

Kumar Manoj Naveen

प्रकृति के नियम#

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अजीब दास्तां है सुनाए न बने,
पर बिन कहे भी दिल कैसे रहें।
बच्चे थे तब सोचते थे कब होंगे हम बड़े,
अब सोचते है क्यों हुए हम बड़े?
न होते बड़े,न होती जिम्मेदारी,
रोजी-रोटी के संघर्षों से सदा होती दूरी।
ना आफिस की होती चिंता,
न बास शब्द कोई जानता?
होती नही हमारी शादी,
न होते बीबी- बच्चे,
नहीं होती रोज किच-किच।
घर में शांति होती।
क्या नजारा होता?
बस अपना ही राज होता।
घर तब हमारा होता।
मां-पापा, भाई-बहन सब साथ होते,
एक-दूसरे संग हिल-मिल दिन बिताते।
मां के हाथ की रोटी का स्वाद होता,
पापा के डांट का बस अख्तियार होता।
पर प्रकृति के नियमों पर जोर चलता कहां है?
होता वही है जो विधना ने लिख दिया है।

***नवीन कुमार पाठक (मनोज)*****

©Kumar Manoj प्रकृति के नियम#

Sailakshmi

ज़िंदगी भी क्या कमाल है  जवाब से ज्यादा सवाल है, जिन्दगी भी क्या कमाल है 
यहा प्यार से ज्यादा नफरत है,

जिन्दगी भी क्या कमाल है 
हर किसी की व्यव्हार में कई रंग हैं,

जीन्दगी भी क्या कमाल है 
अछायी के जगह बुराई बहुत है। #जिन्दगी#के#नियम

gio creation

इश्क के नियम #nojotophoto

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 इश्क के नियम
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