Find the Latest Status about नौबतखाने में इबादत का सारांश from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नौबतखाने में इबादत का सारांश.
Shanur Rahman
सर सजदे में रखा है तो मतलब अपना है, बेज़रूरत कौन किसी के आगे झुकने वाला है. ©Shanur Rahman #इबादत
Poet Kuldeep Singh Ruhela
Unsplash में बेरोजगार होके तेरी महफिल में आया हूं कुछ नाश्ता वास्ता करवा देना में मोहब्बत का पैगाम लाया हूँ ©Poet Kuldeep Singh Ruhela #lovelife में बेरोजगार होके तेरी महफिल में आया हूं कुछ नाश्ता वास्ता करवा देना में मोहब्बत का पैगाम लाया हूँ
#lovelife में बेरोजगार होके तेरी महफिल में आया हूं कुछ नाश्ता वास्ता करवा देना में मोहब्बत का पैगाम लाया हूँ
read moreधाकड़ है हरियाणा
नवनीत ठाकुर
White कट्टर सोच ने धर्म को बांध दिया, मोहब्बत का मजहब नफरत में डाल दिया। कुरान और पुराण में था प्रेम का पैगाम, तुमने बना दिया इसे जंग का सामान। खुदा और भगवान तो एक ही हैं, फिर ये दीवारें क्यों दिलों में खड़ी हैं? इबादत का मकसद था दिलों को मिलाना, तुमने मजहब को हथियार ही बना दिया। जिक्र था मुहब्बत का हर इबारत में, तुमने इसे नफरत का कारोबार बना दिया। ©नवनीत ठाकुर #कट्टर सोच ने धर्म को बांध दिया, मोहब्बत का मजहब नफरत में डाल दिया। कुरान और पुराण में था प्रेम का पैगाम, तुमने बना दिया इसे जंग का सामान।
#कट्टर सोच ने धर्म को बांध दिया, मोहब्बत का मजहब नफरत में डाल दिया। कुरान और पुराण में था प्रेम का पैगाम, तुमने बना दिया इसे जंग का सामान।
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी राष्ट्रवाद की जड़ो में, भय भूख और भ्रष्टाचार का जहर भरा जा रहा है विविधता वाला देश हमारा लेकिन इसकी अखण्डता को खण्ड खण्ड किया जा रहा है बड़ बोली हो गयी सियासत एक दुसरो की जाति और धर्मो के प्रति नफरत फैलाकर लूटने,चोरी करने और बेटी को भगाने का मंत्र फूंका जा रहा है तरक्की का नही बचा नेताओ में जज्बा जनता को बांटकर लोकतंत्र का नाटक खेला जा रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #happy_independence_day तरक्की का नही बचा जज्बा नेताओं में
#happy_independence_day तरक्की का नही बचा जज्बा नेताओं में
read moreharshit tyagi
White जहां अपनों के सामने सच्चाई साबित करने की ज़रूरत पड़े, वहाँ बुरा बन जाना ही बेहतर होता है । ©harshit tyagi आज के समय में कोई किसी का नहीं होता ।
आज के समय में कोई किसी का नहीं होता ।
read more