Find the Latest Status about जरी की पगड़ी बांधे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जरी की पगड़ी बांधे.
jcp jasveer
गुमान महिज रंगीन कपड़ा ही मत समझना हजूर.... हम गरीबों के सर का ताज होती हैं ये पगड़ियां...!! जेसीपी जसवीर 9872812115 #पगड़ी
S K Sachin उर्फ sachit
हम खडा रहें ,मेडल संभालकर वो जीत गया हार कर ! सामने आया , मुस्कुराया बोला.. मैं हार जाता आपकी पगड़ी उतारकर !! ©S K Sachin #पगड़ी #fourlinepoetry
Devang shukla
मेरी दस्तार क्या उछालोगे मेरा सिर पर तो इनाम है। तुम अपना बताओ क्या होगा। बादशाहत तुम्हारे नाम है। दस्तार: पगड़ी
Mohan Sardarshahari
उधर सिर पर दिवाली इधर ब्रेकर ने पगड़ी उछाली बिजली वाले तेरी तो आज शामत आ ली।। ©Mohan Sardarshahari ब्रेकर ने पगड़ी उछाली
Damini
राजस्थानी पगड़ी से प्यार एक छोटे से शहर में मेरा घर था मुझे आज़ादी बहुत प्यारी थी पर हमारे घर लड़कियों का बाहर निकलना तो दूर की बात किसी से मिलना भी गवारा नहीं एक दिन पुष्कर मेले में हमें घुघट के अंदर कर अपने बड़े भाईयों के साथ घूमने जाने के लिए मंजूरी मिली उस पुष्कर मेले में म्हारी मुलाकात यानी मंजरी की मुलाकात एक राजस्थानी पगड़ी पहने हुए एक चोखो भले मानुष से हुई वह बहुत शरीफ पर दूसरे राज्य से आया हुआ था उसने म्हारे से ठाकुर हवेली का रास्ता पूछा उसे क्या पता था की वो म्हारे घर का रास्ता म्हारे से पूछ रहा है पर उसे में कैसे बताती हवेली का रास्ता कभी बाहर ही ना निकली तब भाई सा आ गया उन्होंने हवेली का रास्ता बताया हम भी घर पहुंचे उस शहरी बाबू ने म्हारे को देख बोला ये तुम्हारी ही हवेली हैं तो तुमने मुझे रास्ता क्यों नहीं बताया इतने भाई सा ने बोला ये क्यों बताएंगे हमारे रहते हुए उसने बोला लड़किया कितनी आगे बढ़ रही है उन्हे भी हक अधिकार हैं आप जैसे लोगो की तरह उनके भी अपने विचार अपनी सोच हैं ये सब सुन बापू सा और भाई सा लाल पीले हो गए परंतु बापू सा कहते हैं थारी बात म्हारो को घणी चोखो लागे सही लागे बापू सा उस शहरी बाबू की निडरता देख कर उसके सर पर राजस्थानी पगड़ी पहनाकर उसे गले लगा लिया और कहा ये म्हारे यहां की परंपरा पगड़ी हैं शान हैं पुरुषो की शहरी बाबू ने कहा मैं एक ही शर्त पर लूंगा जब आप सभी महिला को आज़ादी देंगे महल के सभी बंधनों से उन्हे मुक्त कर देंगे बापू सा सहमत हुए और तब से हम महिलाओं की भी जिंदगी बदली इसलिए राजस्थानी पगड़ी से प्यार हैं मुझे यानी शहरी बाबू से उनके विचारों से और एक सच्ची शान से। ©Damini #राजस्थानी पगड़ी से प्यार
सुर
केतु को नचाया))) मैंने मोहिनी बनकर))) लिरिक्स की मदिरा)))) लेके आया))))) ©सुर मैं पिता की जी की पगड़ी)))))) मेरी वीणा मेरी आवाज़)))) हम मरते है)))))
Varsha Basuki nandan Tiwari
किसी को जायदाद मिली तो किसी के हिस्से रक़म मोटी तगड़ी आई....... वो बेटी थी, उसके हिस्से पिता की पगड़ी आई....... ©Varsha Basuki nandan Tiwari #Life उसके हिस्से पिता की पगड़ी आई...... #life #diary #poetry #shayari
बादल सिंह 'कलमगार'
प्रेम की डोरी बांधिए, बिन बांधे ना संभले जाए रिश्ते होत अनमोल है, ये किस-किस को बतलाए जो समझे हैं वो सुलझे , ना समझे को का सुलझाए रिश्ते होत नाजुक से, जो प्रेम डोर से जकड़ा जाए इर्शा द्वेष ना राखिए, जो रिश्ता बिखरा जाए बादल कि है यही कहानी सबको कह रहे अपनी जुबानी प्रेम से मांझी ने पहाड़ तोड़ा, इर्शा से कंकड़ भी चोट देत जाए प्रेम की डोरी...... ©badal singh प्रेम की डोरी बांधिए, बिन बांधे ना संभले जाए ...... #alone