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HintsOfHeart.
"अनिमेष दृगों से देख रहा हूँ आज तुम्हारी राह प्रिये है विकल साधना उमड़ पड़ी होंठों पर बन कर चाह प्रिये "यौवन की इस मधुशाला में है प्यासों का ही स्थान प्रिये फिर किसका भय? उन्मत्त बनो है प्यास यहाँ वरदान प्रिये"¹ ©HintsOfHeart. #भगवतीचरण_वर्मा #Good_Night 💖 1.भगवतीचरण वर्मा की कविता 'तुम अपनी हो, जग अपना है' का एक अंश।
Atul Prasad Arya
Vedantika
बनते नित नए अफ़साने, हम दीवाने जिस राह चले। बेख़बर दुनिया की नज़रों से, मस्ताने जाने कहाँ चले। *हम दीवानों की क्या हस्ती / भगवतीचरण वर्मा Greetings from Kautukii.. collab your original couplet with the couplet of - ~श्री भगवतीचरण वर्म
Nitesh Prajapati
खुद की मस्ती में रहने वाले हम, आज यहाँ कल ना जाने कहाँ हम , समा भी सुहाना साथ चला, हम कदम जहाँ बढ़ाते चले। -Nitesh Prajapati *हम दीवानों की क्या हस्ती / भगवतीचरण वर्मा Greetings from Kautukii.. collab your original couplet with the couplet of - ~श्री भगवतीचरण वर्म
Madhu Jain
कोई यहाँ किसी का नहीं,सब रैन बसेरा है प्रिये पलक झपकते ही स्वपन सा,ओझल संसार है प्रिये। चलना है सबको छोड़ यहाँ,अपने सुख-दुख का भार प्रिये, करना है कर लो आज उसे,कल पर किसका अधिकार प्रिये। ~भगवतीचरण वर्मा , ( तुम अपनी हो, जग अपना
Vedantika
अकेले आये हो जग में, अकेले ही तुम्हें अब चलना है, तुम्हारे साहस के आगे हारेगा एक दिन ये संसार प्रिये। चलना है सबको छोड़ यहाँ,अपने सुख-दुख का भार प्रिये, करना है कर लो आज उसे,कल पर किसका अधिकार प्रिये। ~भगवतीचरण वर्मा , ( तुम अपनी हो, जग अपना
Dr Upama Singh
आज हृदय में उठी एक चाह है प्रेम वो प्रकट करें मुझसे बस यही आस है। उन्होंने कहा मैं उनकी प्रेयसी जीवनसंगनी हूंँ मन में हुआ आज हर्षोल्लास है।— % & *आज मानव का / भगवतीचरण वर्मा Greetings from Kautukii.. collab your original couplet with the couplet of - ~भगवतीचरण वर्मा ❇Highlight the q
Vedantika
आज नृत्य करते स्वप्न मेरे, पूर्ण होने को ये उत्साह है। एक प्रियतमा की अपने प्रियतम से मिलन की चाह है।— % & *आज मानव का / भगवतीचरण वर्मा Greetings from Kautukii.. collab your original couplet with the couplet of - ~भगवतीचरण वर्मा ❇Highlight the q
Nitesh Prajapati
आज हवाओं का शोर भी बुलंद है, दिल में गूंजती तेरे ही चाह है, आज मेरे लहू मे घुलकर फिर रहा, तेरे प्रेम का एक एक कतरा अपार है। — % & *आज मानव का / भगवतीचरण वर्मा Greetings from Kautukii.. collab your original couplet with the couplet of - ~भगवतीचरण वर्मा ❇Highlight the q