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Stories related to घर बनाने के लिए लोन

Satish Kumar Meena

जिनके घर शीशे के

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जिनके घर शीशे के होते हैं जिनके घर शीशे के होते हैं उनके दिल 

भी शीशे के ही होते हैं जो छोटे से कंकर 

की आवाज से ही चटक जाया करते हैं।

©Satish Kumar Meena जिनके घर शीशे के

Harshit Tyagi

हर घर के आंगन में तुलसी होनी चाहिए ।

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आप सभी को तुलसी पूजन 
की हादिक शुभकामनाएं
🙏

©Harshit Tyagi हर घर के आंगन में तुलसी होनी चाहिए ।

Pravin Mishra

#love_shayari pyari मोहब्बत के लिए...

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White yaha taklif bhi hai our shor bhi 
mujhme himmat bhi hai hun kamjor bhi 
aise toh tum mujhe kho dogi
tumhe mai bhi chahiye? our fir koi our bhi..... *___💔💔🖤❤‍🔥

©Pravin Mishra #love_shayari pyari  मोहब्बत के लिए...

Jay Shri Ram

बुआ के लिए शायरी 2025 नया साल बुआ के लिए शायरी

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Abhi

#lovelife शायरी मोहब्बत के लिए

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Unsplash ये सातों जन्म का साथ है इसे हम नहीं तोड़ेंगे 
तूने भलाई छोड़ दिया हो हमें हम तुझे नहीं छोड़ेंगे।

©Abhi #lovelife शायरी मोहब्बत के लिए

Uttam Bajpai

'कॉमेडी वीडियो' गजोधर भैया के घर चोर घुस आया

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Uttam Bajpai

'कॉमेडी' पप्पू सिंह के घर कबड्डी वाला आया

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Anuradha T Gautam 6280

एक स्त्री को #जिंदा_लाश बनाकर अपना #भविष्य अच्छा बनाने के लिए #दूसरे_स्त्री के साथ रहने वाला #पुरुष #जीवनपर्यंत प्रेम के लिए तरसता है..🖊️

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Shiva Sarika

#दुनिया बनाने वाले

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Rahul Varsatiy Parmar

#foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #

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सुबह के 5 बज चुके है तो

जमाने ए बंदिश

खैर एक खयाल एक गजल देखिए
रातों की नींद से (अदावत/ दुश्मनी) हो गई है
हमे भी ज़माने के रिवाजों से (कदूरत/ नफरत) हो गई है
ज़माने- ए- बंदिश में कैद है (आबरू/ इज्जत) ) हमारी
अब खुद को ही खामोश कर रही है खामोशी हमारी
(मशगूल-ए- महफिल /मिलना जुलना)
 नही है रही अब फितरत हमारी
मशरूफ-ए-बेरुखी जिंदगी खुद से हमारी
हिदायत-ए -दिल है की मुखातिब हो ज़माने से
क्यों हया-ए- आबरू  खौफ से गुजरे जिंदगी हमारी

(मशरूफ/व्यस्त,) (बेरुखी/नाराजगी,)( हिदायत/ सलाह ,) (मुखातिब/ सामना,) (हया ए आबरू/ शर्म) ,(खौफ/ डर) 

इस गजल का सीधा सा मतलब है 4 लोगो क्या कहेंगे  इसे बेफिकर होकर जियो
निर्मला पुत्र सिद्धांत परमार

©Rahul Varsatiy Parmar #foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #
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