Nojoto: Largest Storytelling Platform

New हुल्लड़ मुरादाबादी की हास्य कविताएँ Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about हुल्लड़ मुरादाबादी की हास्य कविताएँ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हुल्लड़ मुरादाबादी की हास्य कविताएँ.

Stories related to हुल्लड़ मुरादाबादी की हास्य कविताएँ

Bhupendra Uikey

बारिश की एक बूंद सागर की तलाश में

read more
बारिश की एक
 बूंद सागर की तलाश में
🌺👰

©Bhupendra Uikey बारिश की एक बूंद सागर की तलाश में

Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."]

White 
✍️["बरसों की तन्हाई"]✍️
"आज मैं उस शख़्स से मिला,
जिससे मिलने की बचपन से ख़्वाहिश थी।
बातें हुईं कुछ यूँ कि लगा,
जैसे बरसों की तन्हाई थी।"
💕💕 💕💕 💕💕
✍️["चाँदनी की आरज़ू"]✍️
"ऐ काश, चाँद की बाहों में
एक चाँदनी भी होती,
रात की ख़ामोशी में
बस उसी की रोशनी होती।"

©Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."] #Moon ["#चाँदनी की #आरज़ू"]
["#बरसों की #तन्हाई_और_.....# #shayari love

Manojkumar Srivastava

#हास्य और व्यंग्य# हिंदी चुटकुले

read more
हास्य-व्यंग्य

©Manojkumar Srivastava #हास्य और व्यंग्य# हिंदी चुटकुले

वरुण तिवारी

#snow हास्य रचना

read more
सर्द रातों की हवाओं ने सताया इस तरह।
मैं ठिठुरता रह गया बिस्तर कंटीले हो गए॥

बर्फ से कुछ बात  करती  चल रही थी ये  हवाएं,
फिर अचानक सायं से कम्बल के अंदर आ गई।
पांव  को   कितना   सिकोड़ूं  पांव  बाहर ही रहा,
अवसर मिला ये फेफड़ों से जाने' कब टकरा गई॥

खाँसियां  रुकती  नहीं  सब  अंग  ढीले  हो  गए।

कपकपाती  ठंड  में  फैशन  हमारा था चरम पर
कान  के  दरवाजों  से  ये  वायु  घुसती  ही  गई।
सनसनाती घुस चुकी थी कुछ हवाएं इस बदन में
मेरे  तन  की  हड्डियां  हर  पल अकड़ती ही गई॥

पूस  की   इस   रात  सब  मंजर  रंगीले  हो  गए।

कर्ण में धारण किए श्रुति यंत्र को घर की तरफ,
ठंड  से  छुपते  छुपाते  गीत  सुनते  जा  रहे  थे।
पेट  में   मेरे    अचानक   दर्द  ने  आहट  दिया,
साथ ही संगीत सारे सुर में सहसा बज उठे थे॥

अंततः  चुपके  से'  अंतर्वस्त्र   पीले   हो  गए॥

©वरुण तिवारी #snow हास्य रचना

काली स्याही डिटेक्टिव

रसोई की सफाई.. उम्र की बड़ाई..

read more

Vilas Bhoir

#GreenLeaves मराठी हास्य विनोदी कविता राजकीय टोलेबाजी

read more
green-leaves बंदिस्त या खोक्यामध्ये तु दिलेली आठवण 
अजुनही जपून ठेवली आहे...

©Vilas Bhoir #GreenLeaves  मराठी हास्य विनोदी कविता राजकीय टोलेबाजी

RUPESH Kr SINHA

कोशिश गिराने की

read more
................................

©RUPESH Kr SINHA कोशिश गिराने की

chadni dahiya

पापा की पारियों की शादी वीडियो कॉमेडी

read more

आधुनिक कवयित्री

बचपन की यादें......

read more

RUPESH Kr SINHA

#बुलनदी की कहानी खुद की

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile