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Himanshu Prajapati
आप की यादें सोने कहां देती हैं, दूरियां इतनी है फिर भी आपकी मुस्कान रोने कहां देती हैं..! ©Himanshu Prajapati #lovetaj आप की यादें सोने कहां देती हैं, दूरियां इतनी है फिर भी आपकी मुस्कान रोने कहां देती हैं..!
Vickram
White एक सच से धीरे से दिखावे की शुरुवात हुई फिर सफर में कितने दिखलवाटी और भी मिले इस तरह शुरुवात हुई एक अजीब से नाटक की जिसकी शुरुवात में ही सिर्फ सच का साथ था कितना बुरा था ज़माने का असर सभी के लिए हर कोई एक दूसरे से बुरा ही सीखता रहा पहले नहीं था कभी ऐसा माहौल ज़िंदगी का अचानक इतना जहर हवा में कहा से आ गया कभी साथी हुआ करता था साथ देने के लिए आज साथ का मतलब है धौंका और सौदा क्यों सही राय नहीं देता कोई किसी को यहां हर कोई एक दूसरे को डूबाने की फिराक में है ©Vickram #emotional_sad_shayari फिर भी सभी कहते हैं सही चल रहा है,,,
#emotional_sad_shayari फिर भी सभी कहते हैं सही चल रहा है,,, #कविता
read moreAnuj Ray
कशिश ढलान पर है फिर भी, जोबन का निखार बढ़ता ही जा रहा है। पता नहीं क्या बात है सादगी में तेरी, तुमसे मिलने का नशा बढ़ता ही जा रहा है। ©Anuj Ray कशिश ढलान पर है फिर भी"
कशिश ढलान पर है फिर भी" #शायरी
read moreहिंदुस्तानी
White तुम क्या जानो मैं खुद से शर्मिंदा हूं, छूट गया है साथ तुम्हारा, फिर भी जिंदा हु..!!! ©सत्यमेव जयते #फिर भी जिंदा हु..!!!
#फिर भी जिंदा हु..!!!
read moregaTTubaba
मेरी किस्मत में कहां हैं ? तुम्हें रंग लगाना फिर भी कोशिशें करता हूं तुझमें रंग जाने की मेरी क़िस्मत में कहां हैं तेरे पास आना फिर भी कोशिशें करता हूं मन्नतें यादों में पूरा करने की मेरी क़िस्मत में कहां हैं तेरा हो जाना फिर भी कोशिशें करता हूं ख्वाबों को पूरा करने की मेरी क़िस्मत में कहां हैं तेरी मोहब्बत को पाना फिर भी कोशिशें करता हूं तेरा बन जाने की ©gaTTubaba #Holi मेरी किस्मत में कहां हैं ? तुम्हें रंग लगाना फिर भी कोशिशें करता हूं तुझमें रंग जाने की मेरी क़िस्मत में कहां हैं
हिंदुस्तानी
White समझदार इतने हैं कि झूठ पकड़ लेते हैं, और पागल इतनी है कि फिर से यकीन कर लेते हैं…! ©सत्यमेव जयते #फिर से यकीन कर लेते हैं…!
Arora PR
White काँटों के साये में भी कितना खुश रहता हैं फुल लेकिन रोता सिसकता हैं आदमी पाकर साया खुदा क़ा. फिर भी कितना कुछ बक्षा हैं खुदा ने आदमी क़ो फिर भी शुक्रगुजार नहीं हैं आदमी फिर भी ©Arora PR फिर भी
फिर भी #कविता
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