Nojoto: Largest Storytelling Platform

New एक फूल की चाह कविता का भावार्थ Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about एक फूल की चाह कविता का भावार्थ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, एक फूल की चाह कविता का भावार्थ.

Stories related to एक फूल की चाह कविता का भावार्थ

Parasram Arora

i एक नूई कविता का प्रजनन

read more
White उलझन वाले छंदो 
मे उलझ कर 
कविता मेरी थक
 कर हाफने लगी है

लगता है  अब एक
 नई कविता 
मन के केनवास पर 
कहीं जन्म न लें रहीं हो

©Parasram Arora i एक नूई कविता का प्रजनन

कवि प्रभात

#GoldenHour कुमार विश्वास की कविता कविता कोश प्यार पर कविता

read more
तूने वो काम किया,
जो न दुश्मन करे 
सोचे    करने से   पहले,
रब से डरे 
ज्ञान तुझको भी होगा
हो जैसा करम 2
फल करनी का वैसा 
भुगतान पड़े

©कवि प्रभात #GoldenHour  कुमार विश्वास की कविता कविता कोश प्यार पर कविता

कवि प्रभात

#sad_quotes कुमार विश्वास की कविता कविता कोश प्यार पर कविता

read more
White फिर वो शाम आएगी होगा अपना मिलन 
तन मन से मिटेगा विरह का तपन 
दूर तुमको न दूंगा मैं जाने कहीं 2
रखूंगा तुमको अपना बना के धड़कन

©कवि प्रभात #sad_quotes  कुमार विश्वास की कविता कविता कोश प्यार पर कविता

Narendra Ahirwar

प्रेम कविता कुमार विश्वास की कविता Sushant Singh Rajput कविताएं

read more

कवि प्रभात

#agni कविता कोश कुमार विश्वास की कविता प्यार पर कविता

read more
चार दिन की जिंदगी, 
            क्यों करना तकरार ?
                 इस जग में जीवन जिएँ, 
                              देते सबको प्यार  ||

©कवि प्रभात #agni  कविता कोश कुमार विश्वास की कविता प्यार पर कविता

कवि प्रभात

#sad_quotes कुमार विश्वास की कविता प्यार पर कविता कविता कोश

read more
White जादू ऐसा है तेरा, 
       फूटे जब जब बैन |
               निकले नाम तुम्हारा ही,
                           सच कहता दिन रैन ||

©कवि प्रभात #sad_quotes  कुमार विश्वास की कविता प्यार पर कविता कविता कोश

Deependar lodhi Deepu raja

#goodmorningguyea कुमार विश्वास की कविता प्रेम कविता

read more
hii friends good morning 💫💫😈

©Deependar lodhi Deepu raja #goodmorningguyea   कुमार विश्वास की कविता प्रेम कविता

नवनीत ठाकुर

#प्रकृति का विलाप कविता

read more
जमीन पर आधिपत्य इंसान का,
पशुओं को आसपास से दूर भगाए।
हर जीव पर उसने डाला है बंधन,
ये कैसी है जिद्द, ये किसका  अधिकार है।।

जहां पेड़ों की छांव थी कभी,
अब ऊँची इमारतें वहाँ बसी।
मिट्टी की जड़ों में जीवन दबा दिया,
ये कैसी रचना का निर्माण है।।

नदियों की धाराएं मोड़ दीं उसने,
पर्वतों को काटा, जला कर जंगलों को कर दिया साफ है।
प्रकृति रह गई अब दोहन की वस्तु मात्र,
बस खुद की चाहत का संसार है।
क्या सच में यही मानव का आविष्कार है?

फैक्ट्रियों से उठता धुएं का गुबार है,
सांसें घुटती दूसरे की, इसकी अब किसे परवाह है।
बस खुद की उन्नति में सब कुर्बान है,
उर्वरक और कीटनाशक से किया धरती पर कैसा अत्याचार है।
 हरियाली से दूर अब सबका घर-आँगन परिवार है,
किसी से नहीं अब रह गया कोई सरोकार है,
इंसान के मन पर छाया ये कैसा अंधकार है।।

हरियाली छूटी, जीवन रूठा,
सुख की खोज में सब कुछ छूटा।
जो संतुलन से भरी थी कभी,
बेजान सी प्रकृति पर किया कैसा पलटवार है।।
बारूद के ढेर पर खड़ी है दुनिया, 
विकसित हथियारों का लगा बहुत बड़ा अंबार है।
हो रहा ताकत का विस्तार है,खरीदने में लगी है होड़ यहां, 
ये कैसा सपना, कैसा ये कारोबार है?
ये किसका विचार है, ये कैसा विचार है?
क्या यही मानवता का सच्चा आकार है?

©नवनीत ठाकुर #प्रकृति का विलाप कविता

Neetesh kumar

#Sad_Status कुमार विश्वास की कविता कुमार विश्वास की कविता हिंदी दिवस पर कविता हिंदी कविता प्यार पर कविता

read more
White मुहब्बत, आशिकी और इबादत होती


यदि 


मुझे तुम्हारी आंखों में उतर जाने 
की इजाजत होती...

©Neetesh kumar #Sad_Status  कुमार विश्वास की कविता कुमार विश्वास की कविता हिंदी दिवस पर कविता हिंदी कविता प्यार पर कविता

कवि प्रभात

#Sad_Status हिंदी दिवस पर कविता कुमार विश्वास की कविता हिंदी कविता

read more
White कहने को कुछ भी कहे, जीवन को संसार |
उसको मुझसे प्यार है, मुझको उससे प्यार ||

©कवि प्रभात #Sad_Status  हिंदी दिवस पर कविता कुमार विश्वास की कविता हिंदी कविता
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile