Find the Latest Status about एक फूल की चाह कविता का भावार्थ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, एक फूल की चाह कविता का भावार्थ.
seema patidar
हृदय की चाह है..... तुम्हे हृदय से लगाऊ तुम्हे सोचूं और ..... तुम्ही में खो जाऊं ..... ©seema patidar हृदय की चाह ❣️
हृदय की चाह ❣️
read moreBhupendra Uikey
बारिश की एक बूंद सागर की तलाश में 🌺👰 ©Bhupendra Uikey बारिश की एक बूंद सागर की तलाश में
बारिश की एक बूंद सागर की तलाश में
read moreShashi Bhushan Mishra
उष्णता भरती लबों पर ताजगी अभिप्राय की, कड़क सी अहले सुबह बस एक प्याली चाय की, नींद से बोझिल नयन थे स्वप्न में खोये हुए, तभी सुमधुर मंद स्वर में किसी ने आवाज़ दी, कर तरंगित शांत जल में भर गई एहसास वो, मोहिनी मन प्राण विस्मित कर गई निरुपाय की, छूटती कैसे लगी जो लत अठारह साल से, बस ज़रा आहट हुई और कदम ने फिर धाय की, कैसी चाहत का नशा ये किस तरह का प्यार है, देखती आंखें रहीं पर दिलजले ने हाय की, चुस्कियां लेते हुए संवाद कायम हो गये, मन की गांठें घुल गई आशा जगी अब न्याय की, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #एक प्याली चाय की#
#एक प्याली चाय की#
read moreRJ VAIRAGYA
White आंख अपनी उम्र भर रोती रही रोज दाने खेत में बोती रही, आश के दीपक सदा ढोती रही।। फेर नजरें वक्त है चलता बना, आंख अपनी उम्र भर रोती रही।। हाथ में मद से भरा प्याला लिए, दौलतें मां बाप की सोती रही।। दोस्ती हमसे सभी करते चले, दुश्मनी है मीत गल जोती रही।। थे बिना पूंजी हर्ष दिन भले, बिछ गई बिस्तर तले थोती रही।। ©RJ VAIRAGYA #sad_qoute त्रिलोचन जी की कविता है #rjharshsharma #rjvairagyasharma
#sad_qoute त्रिलोचन जी की कविता है #rjharshsharma #rjvairagyasharma
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी आहे जमाने की लेकर फलफूल रहा था मुठ्ठी में दुनियाँ को लेकर छल बल से डॉलर हड़प रहा था आग लगाकर देशों में मानवता कलंकित कर रहा था बीमारियो का नाम देकर दवाओं का पेटेंट ले रहा था लाशो पर कारोबार करके इराक ईरान यूक्रेन को बर्बाद कर रहा था आज आका की सारी कूटनीति धरी रह गयी है जब खुद झुलसे आग में, मंजर उसके शहर में ही प्रकृति द्वारा नाकासाकी का दोहराया जा रहा है बर्बादी देखकर धरे है हाथों पर हाथ टेक्नोलॉजी का भूत उतरा जा रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #GoodMorning आहे जमाने की लेकर फल फूल रहा था
#GoodMorning आहे जमाने की लेकर फल फूल रहा था
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी आहे जमाने की लेकर फलफूल रहा था मुठ्ठी में दुनियाँ को लेकर छल बल से डॉलर हड़प रहा था आग लगाकर देशों में मानवता कलंकित कर रहा था बीमारियो का नाम देकर दवाओं का पेटेंट ले रहा था लाशो पर कारोबार करके इराक ईरान यूक्रेन को बर्बाद कर रहा था आज आका की सारी कूटनीति धरी रह गयी है जब खुद झुलसे आग में, मंजर उसके शहर में ही प्रकृति द्वारा नाकासाकी का दोहराया जा रहा है बर्बादी देखकर धरे है हाथों पर हाथ टेक्नोलॉजी का भूत उतरा जा रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes आहे जमाने की लेकर फल फूल रहा था
#sad_quotes आहे जमाने की लेकर फल फूल रहा था
read moreParasram Arora
White प्रसफुटन होता हैँ ज़ब चुनिंदा छंदो का जिन्हे बाद मे एक लड मे पिरो दिया जाता हैँ और ज़ब उन श्रंगारित छंदो को भावना और संवेदनाओं की भाफ से थोड़ी गर्मी दीं जाती है तब कही एक अच्छी कविता का जन्म हो पाता हैँ ©Parasram Arora कविता का जन्म
कविता का जन्म
read morelove you zindagi
सब कुछ भुला दिया चाह में तेरी तू फिर भी नहीं समझ पाया बात मेरी गर कुछ गिला है तो बता दो हमको रोने के बाद भी थोड़ा मुस्कुरा लिया करो।। @वकील साहब ✍️ ©love you zindagi #brokenlove #चाह #इश्क़ #बात #गिला
#brokenlove #चाह #इश्क़ #बात #गिला
read moreRUPESH Kr SINHA
............................. ©RUPESH Kr SINHA #घट गये जीवन का एक वर्ष
#घट गये जीवन का एक वर्ष
read more