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Yogenddra Nath Yogi
#maxicandragon
जो कहलाते है शांतीदूत बोलो इनकी .... Rhyme बंद करो ये सब करतूत बोलो इनकी.... Rhyme सेवईय्या बनी है डालो दूध बोलो इनकी.... Rhyme सब के सब है ये दाऊद बोलो इनकी.... Rhyme पप्पू बोला "जी" अजहर मसूद बोलो इनकी.... Rhyme पहने जो विलायती महंगे शूज बोलो इनकी.... Rhyme जिसको चाहिए पाया सूप बोलो इनकी.... Rhyme काटा भारत हिंसा फिर लूट बोलो इनकी.... Rhyme गजब ए हिंद बनाने पडे है टूट बोलो इनकी.... Rhyme बचाने हिंद हो जाओ एक जूट (Sad) वरना तुम्हारी भी.... Rhyme #Sadharanmanushya #Unite #LastTime जो कहलाते है शांतीदूत बोलो इनकी .... Rhyme बंद करो ये सब करतूत बोलो इनकी.... Rhyme सेवईय्या बनी है डालो दूध बोलो इनकी.... Rhyme सब के सब है
Shwet Kavya Srijan
#Doha #dohaforum #dohaforum2019 देखो कैसे मचा हुआ, चारों तरफ है शोर। जंगल में आग लगी, और नाच रहे हैं मोर।। मल्टी स्पीड रफ्तार से बढ़ा रहे
Shivam Gupta
याद हैं मुझे वो पहली मुलाकातें और याद है वो मेरी पहली गलती जब देखा उसे पहली बार खड़ी थी कॉलेज कैंपस के रस्ते कभी विश्वास ना था इन सब बातों पर पहली नजर का प्यार बन जाये आपके फरिश्ते खुश रहता था तब तब मुलाकात होती राहों पर जब जब एक दिन हिम्मत जुटाई थी मैंने और कर दिया सोशल साइट्स में मैसेज और इंतेजार मे पल पल दर्द का घूँट सहा लेकिन #कह _कर_भी_कुछ_नहीं_कहा 14 Nov 7.07 Pm Shivam Writes कह कर भी नहीं कहा याद हैं मुझे वो पहली मुलाकातें और याद है वो मेरी पहली गलती जब देखा उसे पहली बार खड़ी थी कॉलेज कैंपस के रस्ते कभी विश्वास न
Upendra Dubey
एनटीपीसी शक्तिनगर आवासीय परिसर स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 55 विद्यार्थियों को टेबलेट वितरित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी के निर्देशानुसार ,उत्तर प्रदेश में अध्ययनरत युवाओं के तकनीकी सशक्तिकरण हेतु टेबलेट वितरण का कार्यक्रम 2021-22 दिनांक 28/4 /2022 दिन गुरुवार समय 11:00 बजे से प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर एनटीपीसी शक्तिनगर के मुख्य महाप्रबंधक श्री बसुराज गोस्वामी, जनप्रतिनिधि बीडीसी सदस्य, रंजीत कुशवाहा एवं माननीय आनंद भाई जी कार्यकारी निदेशक तथा नोडल अधिकारी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, एनटीपीसी कैंपस शक्तिनगर के द्वारा, 55 विद्यार्थियों को टेबलेट वितरित किया गया ,उक्त विवाह के संदर्भ में, माननीय बसुराज गोस्वामी टेबलेट के बारे में छात्रों को निर्देशित किया कि,यह उपकरण आपको अपने घर में संपूर्ण विश्व के बारे में अवगत करा सकता है। इसके माध्यम से प्रशिक्षित किया जा सकता है। कार्यकारी निदेशक ने छात्रों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं इस उपकरण की भूमिका के बारे में बताया, जिससे छात्र अपने को विकसित कर सके और सभ्य समाज में सभ्य नागरिक बने। ©Upendra Dubey एनटीपीसी शक्तिनगर आवासीय परिसर स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 55 विद्यार्थियों को टेबलेट वितरित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी
Navneet gupta
𝙂𝙤𝙫𝙚𝙧𝙣𝙢𝙚𝙣𝙩 𝙥𝙤𝙡𝙮𝙩𝙚𝙘𝙝𝙣𝙞𝙘 𝙟𝙝𝙖𝙣𝙨𝙞 - 🅂🄾🄼🄴 🄼🄴🄼🄾🅁🄸🄴🅂 📝 Government polytechnic #झांसी 😔 कुछ यादें जो कभी नहीं भूलाई जा सकती* बात कर रहा हूं झांसी शहर की, जिसका नाम कभी सिर्फ मेरे 🄶.🄺 के ज्ञान
KP EDUCATION HD
KP NEWS for the same for me to get the same for ©कंवरपाल प्रजापति टेलर #आईआईटी आईएसएम धनबाद की. आईआईटीज वैसे भी अपने बेहतरीन प्लेसमेंट्स के लिए जाने जाते हैं, जहां से हर साल स्टूडेंट्स लाखों करोड़ों के पैकज पर न
Dr Upama Singh
यात्रा वृतांत: मेरी पसंदीदा स्थान वाराणसी मोक्ष का स्थान अनुशीर्षक में जीवन में बहुत जगह मैंने यात्रा की हूं बचपन में उत्तराखंड से जो शुरुआत की अभी तक मैंने हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, राजस्थ
JALAJ KUMAR RATHOUR
प्लेसमेंट-एक सफल असफलता पार्ट-4 होस्टल पहुंचना हमारे लिए खुशी की बात होती थी। क्युकी हमारा घर इसके कमरे, गालियाँ इसकी गैलरियाँ होती थी।तो इन गलियों में ,अरे भाई गैलरियोँ में हल्ला होना आम बात थी। यहाँ के हमारे पडोसी बड़े तो हो गए थे पर उनका बचपना नही गया था। तभी तो कभी पानी डाल जाना, कभी गेट को पैर मारकर खोल देना ,जैसी इनकी हरकते आज भी जिंदा थी लेकिन एक बात जरूर सीखने को मिलती है होस्टल से कि अगर आप में बचपना है तो आप हर मुसीबत को आराम से पार कर लोगे क्युकी बचपन चिंताओ मुक्त होता है। और चिंताएं ही हमारी प्रत्येक मुसीबत की पहली वजह होती है। शाम के आठ बज चुके थे खाना खाने के लिए इसी समय घंटी बजती थी। पर हम हॉस्टलर पहले से ही थाली बजा देते थे। इस कारण उस घंटी का बजना जैसे आज के समय में "लिव-इन-रिलेशनशिप "को शादी नाम का एक डॉक्यूमेंट देने जैसा होता था। वरना जान तो हर कोई जाता था कि खाना मिल रहा है। वैसे ये तो सदा सत्य बात है कि बिना एक पंजाबी और बिहारी लड़के के कोई होस्टल होस्टल नही होता ,लेकिन हमारे होस्टल मे तो बिहार के लडके बहुत थे। मेरी ब्रांच मैकेनिकल में लव झा और संजू यादव थे पर पंजाब वाला लड़का ऑटोमोबिल से था। उसका नाम सूरज सिंह था। खाना खाते हुए इनकी बातों की आवाजो से शमां बंधा रहता था और इनके जाने की बाद सब खामोश, खाना खाकर मे अपने रूम मे आ चुका था तभी मेरे रूममेट भानू ने बोला "भाई तेरा फोन बज रहा है बहुत देर से ",मैंने फोन उठाया तो अवनि की चार मिसकाल थी। मैंने दोबारा उसको कॉल लगाया तो उधर से आवाज आयी। " जी फुर्सत मिल गयी जनाब को " , मैं समझ गया था कि अब अवनि फिर नाराज हो गयी है। मैंने बोला "जी क्या करे जनाब को भूख भी लगती है तो बस उसी का बंदोबस्त कर रहे थे अगर हमारी वजह से मोहतरमा को कोई तकुल्लुफ हुआ हो तो माफ करे" , "हा हा बस बस माफ करो जो आपके सामने हिंदी और उर्दू का प्रयोग किया " अवनी ने कहा। फिर वो बोली " यार हमारे कैंपस के लिए कम्पनी आ रही है" .. #जलज कुमार प्लेसमेंट-एक सफल असफलता पार्ट-4 होस्टल पहुंचना हमारे लिए खुशी की बात होती थी। क्युकी हमारा घर इसके कमरे, गालियाँ इसकी गैलरियाँ होती थी।तो इ