Find the Latest Status about mohabbat शहर में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, mohabbat शहर में.
RAVI PRAKASH
White गुजरना है तो दिल के अन्दर से गुज़रो... सुना है... मोहब्बत के शहर में बाईपास नहीं होते... ©RAVI PRAKASH #good_night मोहब्बत के शहर में
Anup Kumar Gopal
मैं तेरे शहर में आया हूँ । रंगीन तोहफा लाया हूँ । हो सके तो कबूल कर लो- कितने जतन से सजाया हूँ । ©Anup Kumar Gopal #Holi मैं तेरे शहर में
–Muku2001
पà¥à¤¯à¤¾à¤° की प्यार वो शहर है जहा इंसान गुम जाता है चाहत के खातिर अपनों को वक्त के साथ अनजान बन आखिर भूल ही जाता है। ©–Muku2001 #Love #शहर #Pyar #mohabbat #Quote #Life #Life_experience #Hindi #nojolove #muku2001
Manju kushwaha
White वो बच्चे जो निकले थे कभी कमाने के लिए फिर लौटे ही नहीं वापिस घर आने के लिए ll मन में इक ख़लिश दबाये लौटे जो कभी उस गली.. वो आए तो बस अपनी शानो-शौकत दिखाने के लिए ll वो जाले से लिपटा मकान जो सुन्दर घर हुआ करता अब वो ही करते हैं बातें उसे बेच जाने के लिए ll विरान पड़े हैं बाग बगीचे और गुलिस्तान सारे.... कि कोई आता ही नहीं उन्हें फिर से बसाने के लिए ll अब शौकीन हुए हैं सभी ऊँची ऊँची अट्टालिकाओं के जर्जर है गाँव का वो घर कौन आए उसे सजाने के लिए ll मंजू कुशवाहा ✍️🌹💞 ©Manju kushwaha #शहर
मनीष की डायरी
कोई नहीं जानता। मां से बढ़ कर उस शहर की आवो हवा, जहां रहकर उसका बेटा आया हो। ©मनीष की डायरी #शहर
i_m_charlie...
White गर्मियों के मौसम में गांव में खुले आसमान के नीचे सोने का जो एहसास है वो अद्वितीय है, पर शहर में जाकर वो सब अब एक ख्वाब सा लगता है, क्यूंकि वहा ना तो गांव जैसा माहौल होता है और ना ही वैसा खुला आसमान मिलता है। ©i_m_charlie... #Romantic शहर में जाकर जैसे जिंदगी रूक सी गई है।
Amit Singhal "Aseemit"
Red sands and spectacular sandstone rock formations जब यहाँ आया था, अंजाना शहर था यह मेरे लिए, लेकिन इस शहर ने मुझे ढेर सारे नए अनुभव दिए। अंजाने शहर में रहते हुए मुझे कुछ अरसा हुआ है, लेकिन यहीं रहते हुए ही मैंने बुलंदियों को छुआ है। ©Amit Singhal "Aseemit" #अंजाना #शहर
Abhit khudarvi
White कुछ लोग यूँही शहर में हम से भी ख़फ़ा हैं हर एक से अपनी भी तबीअ'त नहीं मिलती देखा है जिसे मैं ने कोई और था शायद वो कौन था जिस से तिरी सूरत नहीं मिलती हँसते हुए चेहरों से है बाज़ार की ज़ीनत रोने की यहाँ वैसे भी फ़ुर्सत नहीं मिलती ©Abhit khudarvi कुछ लोग यूँही शहर में हम से भी ख़फ़ा हैं #Coppied