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Stories related to अभिघातजन्य मस्तिष्क चोट लक्षण

दीप चन्नाल

चोट लगी है जिसके दिल पर #AloneInCity love quotes quotes loves quotes a love quotes

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चोट लगी है जिसके दिल पर
वो खुद के घाव सहलाता रह
पूछ ना ले कोई वजह दर्द की 
वो हस कर अपने गम को छुपाता रहा

©दीप चन्नाल चोट लगी है जिसके दिल पर #AloneInCity  love quotes quotes loves quotes a love quotes

Bheem Bheemshankar

#DryTree दिल मे मेरे बसने वाला किसी दोस्त का प्यार चाहिए ना दुआ ना खुदा ना हाथों मे कोई तलवार चाहिए मुसीबत मे किसी एक प्यारे साथी का हा

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बेजुबान शायर shivkumar

हुस्न-ओ-इश्क़ का संगम देर तक नहीं रहता, कोई भी हसीं मौसम देर तक नहीं रहता | लौट जाओ रस्ते से तुम नए मुसाफ़िर हो, प्यार का सफ़र हमदम देर त

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हुस्न-ओ-इश्क़ का संगम देर तक नहीं रहता, 
कोई भी हसीं मौसम देर तक नहीं रहता |

लौट जाओ रस्ते से तुम नए मुसाफ़िर हो, 
प्यार का सफ़र हमदम देर तक नहीं रहता |

ऊँचे ऊँचे महलों की दास्ताँ ये कहती है, 
क़हक़हों का ये आलम देर तक नहीं रहता |

दिल किसी का टूटे या घर किसी का जल जाए, 
बेवफ़ा के दिल को ग़म देर तक नहीं रहता |

हो सके तो चाहत की चोट से बचे रहना, 
वर्ना ज़ख़्म पर मरहम देर तक नहीं रहता |

क्यों ग़ुरूर करते हो जा के तुम बुलंदी पर, 
शोहरतों का ये परचम देर तक नहीं रहता |

कौन जाने कब किस पर ज़िंदगी ठहर जाए |
कोई रुस्तम-ए-आज़म देर तक नहीं रहता ||

©बेजुबान शायर shivkumar हुस्न-ओ-इश्क़ का संगम देर तक नहीं रहता, 
कोई भी हसीं मौसम देर तक नहीं रहता |

लौट जाओ रस्ते से तुम नए मुसाफ़िर हो, 
प्यार का सफ़र हमदम देर त

CHOUDHARY HARDIN KUKNA

स्वामी विवेकानंद जयंती ******************** जागों-जागो उठो मेरे युवाओं आगे कदम मिलकर बढ़ाओ स्वामी जी के पद चिंन्हो फर जीवन अपना नेक बनाओं स

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White स्वामी विवेकानंद जयंती
********************
जागों-जागो उठो मेरे युवाओं
आगे कदम मिलकर बढ़ाओ
स्वामी जी के पद चिंन्हो फर
जीवन अपना नेक बनाओं

सेवा,समर्पण और लगन से
जीवन अपना ही सुधर जाए
स्वामी जी के मूल मंत्र को
जीवन में लाकर सफल बनाओ

स्वामी जी के ओजस्वी जीवन से
जीवन अपना स्वर्ग सा बना लो
नव ज्योति की किरण से अपना
सूरज का तेज मस्तिष्क सजाओ

एक ठोकर से तुम संभल जाओ
चरित्र अपना तुम हीरे सा बनाओ
सत्य कि डगर साहस से  बढ़ाओं
आजीवन सुख से समय बिताओ

कर्म से अपने तेजस्वी बन जाओ
माता-पिता का सम्मान बढ़ाओं
देश के खातिर मजबूत बनाओ
देशभक्ति के लिए फौलाद बनाओं

जो मार्ग से गिर जाते उसे उठाओ
गले लगाकर जीवन उसका बनाओं
विपदाओं के वक्त साहस दिखाओं
आजीवन  विजेयता सब कहलाओं

"उर" से संकल्पित हो जाओ युवाओं
मां भारतीय पुकारती है तुम सबको
विघा ज्योति जगाकर भविष्य बनाओं
सपनों को साकार कर पहचान बनाओं

परसेवा परहित से स्वयं जीवन बनाओं
निर्मल मन से ही पहचान तुम बनाओं
शिखरों कि चोंटी को तुमको है छूना
स्वामी जी की वाणी से जीवन सुधारों
#स्वामी विवेकानंद

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA स्वामी विवेकानंद जयंती
********************
जागों-जागो उठो मेरे युवाओं
आगे कदम मिलकर बढ़ाओ
स्वामी जी के पद चिंन्हो फर
जीवन अपना नेक बनाओं

स

Mahesh Patel

सहेली... चोट... लाला...

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a-person-standing-on-a-beach-at-sunset सहेली....
 एक ही मुलाकात में.
इतनी गहरी चोट दे दी.
कि आज तक वह
 जख्म भर नहीं रहा..
लाला.....

©Mahesh Patel सहेली... चोट... लाला...

Praveen Jain "पल्लव"

#lovelife चोट सच्चा प्यार खा रहा है

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Unsplash पल्लव की डायरी
नजाकत खोट दिलो मे डाल रही है
 सोहरत की गारंटी लेकर
मोहब्बते अब दौलतों में नहा रही है
थम गया इश्क का पागलपन
नजरिया दिलो का बदल रहा है
महंगा हो गया दिल लगाना 
 गरीबो पर सितम प्यार ढहा रहा है
दिल भर जाने पर 
हर्जाना करोड़ो पर जा रहा है
मालामाल हो चला इश्क
बाजारबाद के इस दौर में
चोट सच्चा प्यार खा रहा है
                                       प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #lovelife चोट सच्चा प्यार खा रहा है

Anjali Singhal

"नज़र कहाँ से आए जब नज़र में ही आप समाए! नज़र की ये चोट है गहरी आपकी प्रीत ही शायद इसे भर पाए!!" #AnjaliSinghal nojoto

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White "नज़र कहाँ से आए जब नज़र में ही आप समाए!
नज़र की ये चोट है गहरी आपकी प्रीत ही शायद इसे भर पाए!!"

©Anjali Singhal "नज़र कहाँ से आए जब नज़र में ही आप समाए!
नज़र की ये चोट है गहरी आपकी प्रीत ही शायद इसे भर पाए!!"

#AnjaliSinghal
#nojoto

theABHAYSINGH_BIPIN

#बार-बार कोशिशें की मैंने, हर बार चोट मैं खाता हूँ। फिर भी हिम्मत है इतनी, जीत की कसम मैं खाता हूँ। लक्ष्य नए नहीं, ये संकल्प है, मेहनत से

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White बार-बार कोशिशें की मैंने,
हर बार चोट मैं खाता हूँ।
फिर भी हिम्मत है इतनी,
जीत की कसम मैं खाता हूँ।

लक्ष्य नए नहीं, ये संकल्प है,
मेहनत से मैं ना घबराता हूँ।
हुंकार भरूंगा फिर से मैं,
संकल्प का फल मैं पाता हूँ।

वचन ही मेरा शस्त्र बना,
हर कदम पर धार लगाता हूँ।
हिम्मत मेरी कभी ना टूटे,
महादेव का ध्यान लगाता हूँ।

पक्की करती जीत मेरी,
जब ईश्वर का गुण गाता हूँ।
लक्ष्य से परे नहीं अस्तित्व मेरा,
संघर्षों का मैं आदि हूँ।

थकूंगा नहीं बिना जीत के,
विजयी विश्व का वासी हूँ।

©theABHAYSINGH_BIPIN #बार-बार कोशिशें की मैंने,
हर बार चोट मैं खाता हूँ।
फिर भी हिम्मत है इतनी,
जीत की कसम मैं खाता हूँ।

लक्ष्य नए नहीं, ये संकल्प है,
मेहनत से

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर तूफ़ान आए तो मेरा हौसला देखो, डूबता हूँ, उभरता ज़रूर हूँ। गिरकर फिर से खड़ा, तूफ़ानों से लड़ने का तरीका, ढूंढता ज़रूर हूँ।

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तूफ़ान आए तो मेरा हौसला देखो,
डूबता हूँ, उभरता ज़रूर हूँ।
गिरकर फिर से खड़ा, 
तूफ़ानों से लड़ने का तरीका, ढूंढता ज़रूर हूँ।

राहें कठिन हो, फिर भी रुकता नहीं ,
गिरते हुए भी खुद को सम्भालता हूँ,
 हार नहीं मानता कभी, 
हर हाल में जूझता ज़रूर हूँ।

हर चोट ने मेरी पहचान बनाई है,
जो गिरा, उसने उठने की कहानी सुनाई है।
राख से उगने की आदत है मुझमें,
जलकर भी खुद को जलाता ज़रूर हूँ।

मुश्किलें मुझसे हार मान जाती हैं,
मेरे इरादे हर मोड़ पर मुस्कुराते हैं।
ज़िंदगी के हर तुफ़ान को मैंने देखा है,
पर ख़ुद को हर बार आज़माता ज़रूर हूँ।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 


तूफ़ान आए तो मेरा हौसला देखो,
डूबता हूँ, उभरता ज़रूर हूँ।
गिरकर फिर से खड़ा, 
तूफ़ानों से लड़ने का तरीका, ढूंढता ज़रूर हूँ।

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर सूरज हूँ, हर शाम ढलता ज़रूर हूँ, पर हर सुबह फिर से जलता ज़रूर हूँ। जितनी बार गिरा हूँ, उतनी बार सीखा हूँ, हर चोट ने मुझे और सश

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सूरज हूँ, हर शाम ढलता ज़रूर हूँ,
पर हर सुबह फिर से जलता ज़रूर हूँ।

जितनी बार गिरा हूँ, उतनी बार सीखा हूँ,
हर चोट ने मुझे और सशक्त किया, ज़रूर हूँ।

राहें कांटों से भरी हों, फिर भी चलता हूँ,
तक़दीर खुद की बदलता ज़रूर हूँ।

दूरियाँ चाहे जितनी बढ़ें मुझसे,
वो मेरी मंज़िल, फिर भी मेरे कदमों तक पहुँचता ज़रूर हूँ।

लहरों से डरकर मैं किनारे नहीं बैठता,
 तूफ़ान से भी टकराता ज़रूर हूँ।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
सूरज हूँ, हर शाम ढलता ज़रूर हूँ,
पर हर सुबह फिर से जलता ज़रूर हूँ।

जितनी बार गिरा हूँ, उतनी बार सीखा हूँ,
हर चोट ने मुझे और सश
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