Find the Latest Status about उपहार उत्तर प्रदेश होमगार्ड from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उपहार उत्तर प्रदेश होमगार्ड.
अज्ञात
कभी वक़्त मिले तो बताना हमारा किरदार कैसा था...! तुम्हारी नजरों में झूठा ही सही मगर प्यार कैसा था..! तुम्हारे सामने टिकते कहां सूरज चाँद तारे फिर भी जुर्रत-ए-जर्रा इजहार कैसा था..! तुम्हारी मासूमियत से भरी मीठी शरारतें और तुम्हारी चंचल शोख अदाओं पर हमारा उदगार कैसा था..! "बड़े खूबसूरत हो तुम" कहते थे तुम्हें कभी दर्पण से पूछ लेना तुम्हारा श्रृंगार कैसा था..! और सुनो,बातें तक नहीं हुई, मुलाक़ात की छोड़ो फिर भी तुम्हारे लिए ताउम्र इंतजार कैसा था..! हमारी कलम कितनी वफादार थी तुम्हारे लिए काव्य के उपहार और कलमकार कैसा था..! मेरे ख्वाबों ख्यालों में हुकूमत केवल तुम्हारी थी तुम तो रहे हो इस दिल में..बताना दिल-ए-गुलजार कैसा था..! क्या कभी भी इन निगाहों में तुम्हारे सिवा कोई और था.? अगर नहीं, तो सच बताना ये दिलदार कैसा था..! और हो सके तो बताना क्या भूल थी हमारी क्यूँ ना हुए हमारे या.. वक़्त और हालात का खिलवाड़ कैसा था..! ©अज्ञात #उपहार
Satish Kumar Meena
White कुछ उपहार स्वरूप क्या दूँ, कि प्रीत को सुख के गीत मिले। एक गुलाब ही दे दो साहब! मीत भी मिले और मुख भी खिले।। पर गुलाब तो मुरझा जायेगा, खुशबू भी बिखर जायेगी। मुरझे गुलाब की लाली रहेगी,, गंध मंद होगी,निकल नहीं पाएगी। गुलाब के स्पर्श से रोम खिलेंगे, रस तो क्या जहर भी पिले। एक गुलाब ही दे दो साहब! मीत भी मिले और मुख भी खिले।। ©Satish Kumar Meena #flowers उपहार
Krishna Rai
भारत के किस राज्य में सूर्य सबसे पहले उदय होता है। A।अरुणाचल प्रदेश B।मध्य प्रदेश #वीडियो
read moreArora PR
White जिंदगी में मैंने लोगो क़ो हमेशा ज़ख्म ही दिए हैं लेकिन आपको जान कर ये अच्छा लगेगा कि उन ज़ख़्मीयो क़ो मैंने ज़ख्म देने के बाद सुर्ख फूलो के गुलदस्ते भी उपहार में भिजवाए हैं ©Arora PR उपहार
उपहार #कविता
read moreHintsOfHeart.
"मधुर मधु-सौरभ जगत् को स्वप्न में बेसुध बनाता, वात विहगों के विपिन के गीत आता गुनगुनाता। मैं पथिक हूँ श्रांत, कोई पथ प्रदर्शक भी न मेरा, चाहता अब प्राण अलसित शून्य में लेना बसेरा।" ©HintsOfHeart. #महादेवी_वर्मा #जन्म_जयंती महादेवी वर्मा जी हिन्दी काव्य में छायावाद की एक प्रमुख स्तंभ थीं। जन्म: 26 मार्च 1907, फ़र्रुखाबाद, उत्तर प्रदे
#महादेवी_वर्मा #जन्म_जयंती महादेवी वर्मा जी हिन्दी काव्य में छायावाद की एक प्रमुख स्तंभ थीं। जन्म: 26 मार्च 1907, फ़र्रुखाबाद, उत्तर प्रदे #पौराणिककथा
read more