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Aakash Thorat
Jay bhim namo buddhay बुद्धं शरणं गच्छामि । धर्मं शरणं गच्छामि । संघं शरणं गच्छामि
Balkrishna Ashish
Vibhor VashishthaVs
Meri Diary #Vs❤❤ सभी देशवासियों को पावन बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं..। भगवान बुद्ध का त्यागमय जीवन, उनके उत्कृष्ट विचार एवं जीवन को सार्थक दिशा देने वाली शिक्षा सम्पूर्ण मानवता के लिए युगों-युगों तक प्रेरणास्रोत रहेंगी...। 🙏बुद्धं शरणं गच्छामि।🙏 🙏धर्मं शरणं गच्छामि।🙏 🙏संघं शरणं गच्छामि।🙏 ✍️Vibhor vashishtha Vs Meri Diary #Vs❤❤ सभी देशवासियों को पावन बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं..। भगवान बुद्ध का त्यागमय जीवन, उनके उत्कृष्ट विचार एवं जीवन
pooja d
चला उठा समस्त बांधवांनो वाटचाल करूया एका नव्या युगाकडे.... जिथे असेल फक्त जिव्हाळा, प्रेम एकमेकांबद्दल आपुलकी, नसेल तिथे कोणतेच हेवेदावे, ना कोणी विरोधी,ना शत्रू...... करूया वाटचाल एका अशा जगाकडे जिथे 'स्त्री' असेल स्त्रियांचा आदर, करूया वाटचाल..... नमस्कार मित्र आणि मैत्रिणीनों आज महाकवी वामनदादा कर्डक यांचा स्मृतिदिन आहे. आजचा विषय आहे त्यांच्या प्रसिद्ध काव्यसंग्रहाचे शीर्षक.. वाटचाल
Harshita Dawar
Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat कहीं शब्दों के कटाक्ष ,तो कहीं दिल में शोर चीखता चारों ओर कहीं दिल में है दिमाग़ ,तो कहीं दिल में चोर बसे चारों ओर कहीं जलते है चिराग़ रातों में, तो कहीं उजाले चारों ओर कहीं बिखरती स्याही पन्नों पे , तो कहीं बिखरती ज़िन्दगी चारों ओर कहीं पथरीली ज़मीन पर ख़ून, तो कहीं पथरीले रास्ते चारों ओर कहीं जलती लाशें के धुएं, तो कहीं जलाती ज़िन्दगी चारों ओर कहीं बटवारा धर्मं का, तो कहीं बटवारा ज़मीन का चारों ओर कहीं रिश्तों बिखरते मुकदमों में , तो कहीं बटवारा रिवायतों चारो ओर कहीं अजनबी शहर बसे , तो कहीं ख़ुद अजनबी बन घर में बैठे चारों ओर कहीं एकान्त स्थान की तलाश , तो कहीं तिनका भी नहीं चारो ओर कहीं सुकून की तलाश में फिरता, तो कहीं बेचैनी का वक़्त चारों ओर कहीं ख़ामोशी भरी सांसे, तो कहीं ख़ामोश इल्तिज़ा करता हर ओर #respect #humanity #relationship #yqbaba #yqdidi #yqtales Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat कहीं शब्दों के कटाक्ष ,तो कहीं दिल में शोर चीख
Harshita Dawar
Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat कहीं शब्दों के कटाक्ष ,तो कहीं दिल में शोर चीखता चारों ओर कहीं दिल में है दिमाग़ ,तो कहीं दिल में चोर बसे चारों ओर कहीं जलते है चिराग़ रातों में, तो कहीं उजाले चारों ओर कहीं बिखरती स्याही पन्नों पे , तो कहीं बिखरती ज़िन्दगी चारों ओर कहीं पथरीली ज़मीन पर ख़ून, तो कहीं पथरीले रास्ते चारों ओर कहीं जलती लाशें के धुएं, तो कहीं जलाती ज़िन्दगी चारों ओर कहीं बटवारा धर्मं का, तो कहीं बटवारा ज़मीन का चारों ओर कहीं रिश्तों बिखरते मुकदमों में , तो कहीं बटवारा रिवायतों चारो ओर कहीं अजनबी शहर बसे , तो कहीं ख़ुद अजनबी बन घर में बैठे चारों ओर कहीं एकान्त स्थान की तलाश , तो कहीं तिनका भी नहीं चारो ओर कहीं सुकून की तलाश में फिरता, तो कहीं बेचैनी का वक़्त चारों ओर कहीं ख़ामोशी भरी सांसे, तो कहीं ख़ामोश इल्तिज़ा करता हर ओर #respect #humanity #relationship #yqbaba #yqdidi #yqtales Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat कहीं शब्दों के कटाक्ष ,तो कहीं दिल में शोर चीख
Harshita Dawar
Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat कहीं शब्दों के कटाक्ष ,तो कहीं दिल में शोर चीखता चारों ओर कहीं दिल में है दिमाग़ ,तो कहीं दिल में चोर बसे चारों ओर कहीं जलते है चिराग़ रातों में, तो कहीं उजाले चारों ओर कहीं बिखरती स्याही पन्नों पे , तो कहीं बिखरती ज़िन्दगी चारों ओर कहीं पथरीली ज़मीन पर ख़ून, तो कहीं पथरीले रास्ते चारों ओर कहीं जलती लाशें के धुएं, तो कहीं जलाती ज़िन्दगी चारों ओर कहीं बटवारा धर्मं का, तो कहीं बटवारा ज़मीन का चारों ओर कहीं रिश्तों बिखरते मुकदमों में , तो कहीं बटवारा रिवायतों चारो ओर कहीं अजनबी शहर बसे , तो कहीं ख़ुद अजनबी बन घर में बैठे चारों ओर कहीं एकान्त स्थान की तलाश , तो कहीं तिनका भी नहीं चारो ओर कहीं सुकून की तलाश में फिरता, तो कहीं बेचैनी का वक़्त चारों ओर कहीं ख़ामोशी भरी सांसे, तो कहीं ख़ामोश इल्तिज़ा करता हर ओर #respect #humanity #relationship #yqbaba #yqdidi #yqtales Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat कहीं शब्दों के कटाक्ष ,तो कहीं दिल में शोर चीख
yogesh atmaram ambawale
वाटचाल योग्य दिशेने होत असल्यास, असंख्य अडथळे येत असतात. पार करतात जे न डगमगता,असे असंख्य अडथळे. त्यांच्याच वाटचालीचे पुढे उदाहरणे मिळत असतात. नमस्कार मित्र आणि मैत्रिणीनों आज महाकवी वामनदादा कर्डक यांचा स्मृतिदिन आहे. आजचा विषय आहे त्यांच्या प्रसिद्ध काव्यसंग्रहाचे शीर्षक.. वाटचाल
Vikas Sharma Shivaaya'
✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️ 🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 "रक्षा बंधन पर केवल हमें अपनी ही नहीं अपितु हर स्त्री की रक्षा का वचन लेना चाहिए ,सभी देशवासियों को इस पावन पुनीत पर्व की हार्दिक बधाइयाँ " जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की रक्षाबंधन ना केवल हिन्दुओं का बल्कि इंसानियत का महत्वपूर्ण पर्व है, जो भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है. भारत के अलावा भी विश्व भर में जहाँ पर हिन्दू धर्मं के लोग रहते हैं, वहाँ इस पर्व को भाई बहनों के बीच मनाया जाता है. इस त्यौहार का आध्यात्मिक महत्व के साथ साथ ऐतिहासिक महत्त्व भी है...,भाई बहन का यह त्यौहार प्रति वर्ष हिन्दू पचांग के अनुसार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता हैं..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की दैत्यों और देवताओं के मध्य होने वाले एक युद्ध में भगवान इंद्र को एक असुर राजा, राजा बलि ने हरा दिया था. इस समय इंद्र की पत्नी सची ने भगवान विष्णु से मदद माँगी. भगवान विष्णु ने सची को सूती धागे से एक हाथ में पहने जाने वाला वयल बना कर दिया. इस वलय को भगवान विष्णु ने पवित्र वलय कहा. सची ने इस धागे को इंद्र की कलाई में बाँध दिया तथा इंद्र की सुरक्षा और सफलता की कामना की. इसके बाद अगले युद्द में इंद्र बलि नामक असुर को हारने में सफ़ल हुए और पुनः अमरावती पर अपना अधिकार कर लिया. यहाँ से इस पवित्र धागे का प्रचलन आरम्भ हुआ. इसके बाद युद्द में जाने के पहले अपने पति को औरतें यह धागा बांधती थीं. इस तरह यह त्योहार सिर्फ भाइयों बहनों तक ही सीमित नहीं रह गया..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की अगर असल मायने में इसे मनाना हैं तो इसमें से सबसे पहले लेन देन का व्यवहार खत्म करना चाहिये. साथ ही बहनों को अपने भाई को हर एक नारी की इज्जत करे, यह सीख देनी चाहिये. जरुरी हैं कि व्यवहारिक ज्ञान एवम परम्परा बढे तब ही समाज ऐसे गंदे अपराधो से दूर हो सकेगा..., आखिर में एक ही बात समझ आई की रक्षाबंधन का यह त्यौहार मनाना हम सभी के हाथ में हैं और आज के युवा वर्ग को इस दिशा में पहला कदम रखने की जरुरत हैं. इसे एक व्यापार ना बनाकर एक त्यौहार ही रहने दे. जरूरत के मुताबिक अपनी बहन की मदद करना सही हैं लेकिन बहन को भी सोचने की जरुरत हैं कि गिफ्ट या पैसे पर ही प्यार नहीं टिका हैं. जब यह त्यौहार इन सबके उपर आयेगा तो इसकी सुन्दरता और भी अधिक निखर जायेगी...! अपनी दुआओं में हमें याद रखें बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ....सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ....! 🙏सुप्रभात 🌹 आपका दिन शुभ हो विकास शर्मा'"शिवाया" 🔱जयपुर -राजस्थान 🔱 प्रार्थना :उस परमपिता परमेश्वर से एक ही प्रार्थना🙏है की वैसे तो हमेशा के लिए ही पर कम से कम आज और कल इस रक्षाबंधन के पावन -पवित्र -पूजनीय पर्व पर कोई भी माँ -बहन -बेटी -बहू -किसी की इंसान रुपी जानवर की हैवानियत का शिकार ना बने .. 🙏 ©Vikas Sharma Shivaaya' ✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️ 🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 "रक्षा बंधन पर केवल हमें अपनी ही नहीं अपितु हर स्त्री की रक्षा का
Agrawal Vinay Vinayak
हम 90 के दशक में पैदा हुए ठलुए है जनाब [ Read Caption ] हम 90 के दशक में पैदा हुवे ठलुए हैं ज़नाब…हमने #दुनिया को बदलते हुवे देखकर #दुनियादारी सीखा है.. और सिर्फ़ सीखा ही नहीं बल्कि जिया है उसको।