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Ajay kumar Singh
जय जवान जय किसान का दिया था नारा सादगी से अपना जीवन गुजारा भारत माँ के भाल को झुकने नहीं दिया ऐसे थे गुदरी के वीर लाल बहादुर शास्त्री है नमन तुम्हें हे महापुरुष श्रद्धासुमन है चरणों में गुदरी के लाल
Darlo the king 🦁🐯
भारत हूं में अभिमानी हूं लूटा है मेरी इजत को गद्दारों ने बारी बारी थर के कांप गया हूं में बं बैठा हूं आहनकर याद मुझे बो लाल मेरे बलिदानी थे देख सॉर्य मेरा गाते मेरी कहानी थे अब दिन बो आया है मेरा खून सड़कों पे फैलाया है जलता है है तिल तिल आके है माटी के लाल तू इन गद्दारों से मिल। .........✍️ साधु बाबा मातृ के लाल
पवन आर्य
दिल में भारत माता को अपना सनम बनाकर रखते हैं कुत्तों की तो छोडों शेरों में सच कहने का दम रखते हैं, भारत माता को बेतहाशा प्यार दिल से करते हैं कोई आशिक नहीं हम जो कुत्तियों पर मरते हैं, भारत मां के लाल।
Amar SanDiep
Hindi SMS shayari दहशतगर्दों ने चली,..खून भरी एक चाल। देश जगा खुद सो गए,भारत मां के लाल। भारत मां के लाल,.....तुम्हें न हम भूलेंगे। कर्ज़ तुम्हारे बलिदानों का,...पूर्ण वसूलेंगे। ©अमर संदीप #NojotoQuote भारत मां के लाल
Vijay Krishna
तेरी आखिरी सांसों की टूटन वतन की आवोहवा में है मेरे हम-वतन मेरे भाई मेरे रखवाले तु फिर से इसी देहरी पर खेलना मां भारती की यहीं तुझसे इल्तिज़ा हैं! #NojotoQuote मां भारती के लाल
Laxmi Yadav
" जागो मिट्टी के लाल...... " जागो मिट्टी के लाल, मै तुम्हे जगाने आई हूँ, सीमा की बलिवेदी पर आज खड़ी मै शीश मांगने आई हूँ....... देखो कलियुग के रावण ने फिर से लक्ष्मण- रेखा लांघी है, देखो शिशुपाल सीमा पर आज फिर ललकार रहा चीनी जयद्रथ हाहाकार मचा रहा हिरण्यकश्यप बन चप्पा चप्पा सूघ रहा , चलो मिट्टी के लाल, मै तुमको याद दिलाने आई हूँ, सीमा की बलिवेदी पर आज खड़ी शीश मांगने आई हूँ..... याद करो राम का तरकश तीर कमाना, ना भूलो श्याम का सुदर्शन चक्र गतिमना, फिर से अर्जुन के प्रत्यंचा की टंकार मचे, फिर से नरसिंहा जागे कंपन खंब दीवार मचे, उठो माटी की लालनाओ, मै मोहनिद्रा से तुम्हे जगाने आई हूँ, जौहर की बेदी पर आज खड़ी मै रण जौहर मांगने आई हूँ.... देखो दुश्मन फिर से दूरी नाप रहा निशाचर महिसासुर सीमा पर घूम रहा खिलजी का मन फिर भारत पर भरमाया फिर से अकबर ने फन फैलाया है, चलो माटी की लालनाओ मै तुमको रणपथ का पथ बतलाने आई हूँ तोड़ो चूड़ी, अब तो शमशीर की बारी है, फेंको बेलन ,अब तो खडग खपर की बारी है, तुम झाँसी की रानी हो, तुम ही दुर्गा की रक़्त पिपासा, अब ना पद्मिनी बन कोई जौहर करना है, अब तो चाँदबीबी बन बस रण भेरी बजानी हैं, उठो माटी की लालनाओ मै तुमको कुलज्योत् से ज्वाला बनाने आई हूँ......। 🙏 लक्ष्मी यादव ©Laxmi Yadav # जागो मिट्टी के लाल.....