Nojoto: Largest Storytelling Platform

New हक़ टीवी १८ चैनल्स ऑनलाइन Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about हक़ टीवी १८ चैनल्स ऑनलाइन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हक़ टीवी १८ चैनल्स ऑनलाइन.

Ajay Meena

#friends “नहीं है मुझे कोई चिंता कि आगे क्या होगा और क्या नहीं मैं बस इतना जानता हूँ कि मेरे हक़ में तेरी यारी है क्यों करूँ मैं फ़िक्र झू

read more
“नहीं है मुझे कोई चिंता कि आगे क्या होगा और क्या नहीं
 मैं बस इतना जानता हूँ कि मेरे हक़ में तेरी यारी है
 क्यों करूँ मैं फ़िक्र झूठे, फरेबी और मक्कार ज़माने की?
 मैं जानता हूँ कि मेरी इकलौती ताक़त तेरी यारी है…”

©Ajay Meena #friends “नहीं है मुझे कोई चिंता कि आगे क्या होगा और क्या नहीं
 मैं बस इतना जानता हूँ कि मेरे हक़ में तेरी यारी है
 क्यों करूँ मैं फ़िक्र झू

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर आँधियों ने भी कई बार राह रोकनी चाही, पर मेरे हौसले ने हर दिवार तोड़ दी। दुनिया ने पूछा कैसे जीते हो हर जंग, मैंने कहा, खुद से

read more
आँधियों ने भी कई बार राह रोकनी चाही,
पर मेरे हौसले ने हर दिवार तोड़ दी।

दुनिया ने पूछा कैसे जीते हो हर जंग,
मैंने कहा, खुद से हारने की बात छोड़ दी।

जो गिरते हैं, वही उड़ना सीखते हैं,
जो जलते हैं, वही सूरज बनते हैं।

मुझे गिराने की साज़िश हर तूफ़ान ने की,
पर मैं हर बार और मज़बूत होकर उठता हूँ।

मंज़िलों ने कहा, तुमने हम तक पहुँचने का हक़ पाया,
रास्तों ने कहा, तुम्हारे जज़्बे ने हमें झुकाया।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
आँधियों ने भी कई बार राह रोकनी चाही,
पर मेरे हौसले ने हर दिवार तोड़ दी।

दुनिया ने पूछा कैसे जीते हो हर जंग,
मैंने कहा, खुद से

Anjali Singhal

"मानते हैं हक़ दिया है उन्हें वक्त-बेवक्त दिल में चले आने का! पर ये तो नहीं कहा कि आकर फिर नहीं जाने का!!" love #Shayari #Dil #lovestatus

read more

Bharat Bhushan pathak

#मण्डूक_दोहे#छंद#वृक्ष#पेड़#नोजोटो_हिन्दी hindi poetry on life love poetry in hindi sad urdu poetry poetry deep poetry in urdu मण्डूक दोहे

read more
मण्डूक दोहे
पृथ्वी धारे तब हमें,काटें जब ना पेड़।
जान लीजिए सूत्र ये,प्राणों के यह मेंड़।।१

माने मेरी बात ये,उपयोगी उपहार।
देते खाना अरु दवा,रोपें वृक्ष हजार।।२

रोपें नित्य पेड़ एक,होता जो फलदार।
पुत्र जैसे ही मानें,सदा करे उपकार।।३


कहे धरा हमको यही,मानो मेरी बात।
वैरी सुन लो ना बनो ,नहीं करो आघात।४

 मेटे जो खुद को यहाँ,हमको देते ठौर।
 भूले न उनको छाँटें ,भोजन जो दे सौर।।५

इनसे ही होता यहाँ,सदा सुखी संसार।
शस्य-श्यामला हो धरा,हरियाली विस्तार।।६

©Bharat Bhushan pathak #मण्डूक_दोहे#छंद#वृक्ष#पेड़#नोजोटो_हिन्दी hindi poetry on life love poetry in hindi sad urdu poetry poetry deep poetry in urdu

मण्डूक दोहे
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile