Find the Latest Status about सुवीर रंजन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सुवीर रंजन.
ranjit winner
चंद शब्दो मे कैसे भर लू तुम्हे शब्द कहाँ जो टोके तुम्हे क्षितिज सा है,तुम्हारा अंजन छवि से तू रंजन। वट के जड़ सा कभी तो कभी छुई-मुई सा मन अधरों में असीम से चुप्पी तो कभी जवानी में भी खिलखिलाता बचपन छवि से तू रंजन। जग-जीवन मे जब रिश्तों की बात आई निकल के "यारी" हमारी कुंदन सी चमक आई निस्वार्थ हमारा बन्धन छवि से तू रंजन। ...जीत ©ranjit winner #रंजन
sachu bihaniya
मेरे दिल के तुम अरमान हो पुनम की रात हो तो क्या मेरी जान हो दर्द बहुत होता है तुमसे दुर होकर पर तुम इस बात से अनजान हो रंजन
ranjit winner
चंद शब्दो मे कैसे भर लू तुम्हे शब्द कहाँ जो टोके तुम्हे क्षितिज सा है,तुम्हारा अंजन छवि से तू रंजन। वट के जड़ सा कभी तो कभी छुई-मुई सा मन अधरों में असीम से चुप्पी तो कभी जवानी में भी खिलखिलाता बचपन छवि से तू रंजन। जग-जीवन मे जब रिश्तों की बात आई निकल के "यारी" हमारी कुंदन सी चमक आई निस्वार्थ हमारा बन्धन छवि से तू रंजन। ©ranjit winner #रंजन
Author Harsh Ranjan
इतना ही हक़ हमारा था, बेपरवाह जो छोड़के गए, मिट जाना नाम पे उनके अगला फ़र्ज़ हमारा था। नहीं! कमजोर नहीं हम, किसी एक नाम के आगे, ये नाम ही हैं वो अभागे, अपने अस्तित्व पे रोते हैं, जो गंगा की लहर त्याग कुएं के औचित्य ढोते हैं। जो आज भी पराया धर्म प्रसाद मानकर ले लेते हैं, आज भी चैन और सुकून जो पराया जान सो लेते हैं। उन सबको याद किया है जो अपनों के अपने न होते हैं। चुनाव रचनाकार: हर्ष रंजन कवर फ़ोटो: प्रियंका रंजन