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Sunil itawadiya
सारे मुल्कों को नाज था, अपने परमाणु पर! सारी कायनात बेबस हो गई, एक छोटे से कीटाणु पर!! Korono के आगे करोड़ों फेल साइंटिस्ट की एक्सपेरिमेंट सारी धरी की धरी रह गई चारों ओर हाहाकार 🤔🤔🤔👍🙄
pyara birju
बेशक़ हमारी मंजिल अधूरी रह गयी, फिर भी गर्व हमपर पूरी दुनिया कर रही, हम जीत न सकें इस बात का कोई हमें गम नहीं... बस इतना ही काफी है कि हमारे हौसलों को एक रोशनी मिल गयी।। मेरी कलम से प्यारा बिरजु😍😍 बेशक़ हमारी मंजिल अधूरी रह गयी, फिर भी गर्व हमपर पूरी दुनिया कर रही, हम जीत न सकें इस बात का कोई हमें गम नहीं... बस इतना ही काफी है कि हमारे
Rashmi Hule
महिनाभरापूर्वी आलेल्या नवीन शेजार्यांनी बंद दरवाजावर बाहेर बोर्ड लावला... "Do not ditrb" ...❌ मी दार वाजवले आणी बोललो स्पेलिंग चुकलंय... "Disturb" चे.🙄🙄 त्यांनी शेकहँड केला.म्हणाले "थँक्यू" आम्ही होम क्वारंटाईन आहोत म्हणून बोर्ड लावला आहे. 😢😢 एक महिना पहले नये आये हुये पडोसी ने दरवाजे पर बोर्ड लगाया था. मैने दरवाजा खटखटाया और कहा disturb का स्पेलिंग गलत लिखा है. उसने हाथ मिला के
Pagal Adil
pyara birju
बेशक़ हमारी मंजिल अधूरी रह गयी, फिर भी गर्व हमपर पूरी दुनिया कर रही, हम जीत न सकें इस बात का कोई हमें गम नहीं... बस इतना ही काफी है कि हमारे हौसलों को एक रोशनी मिल गयी।। मेरी कलम से प्यारा बिरजु😍😍 बेशक़ हमारी मंजिल अधूरी रह गयी, फिर भी गर्व हमपर पूरी दुनिया कर रही, हम जीत न सकें इस बात का कोई हमें गम नहीं... बस इतना ही काफी है कि हमारे
Hina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda
कान्हा❤️❤️ 💞तलाशी ले लो.. मेरी निगाहों की.... मेरी ख़ताओं का पता चला जाएगा....💞 ..Rk ✍️....बस एक तेरी तस्वीर..🌄🙏 heena 🙏... छुपाई है मैंने.... उसके सिवा तुम्हें कुछ भी न मिल पाएगा.💞 💓 जय श्री कृष्णा जी 💓 Shri RadheKrishna 💞 जीना सिर्फ मेरे लिए 💞 @everyone ©Hina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda #teatime 🇬🇧 इंग्लिश मुझे शुरू 🤦🏻 🙄 से ही समझ 🤔 नहीं आया... 🤔 जब T से काम चल 🤷🏻 💁🏻 सकता था तो 🤷🏻 💁🏻 ea धुसेड़ने 🙄 की क्या
Mayank Sharma
तब कि मैं ये बात सुनाऊँ A B C D सीखने के ज़ज्बात बताऊँ छोटे छोटे बच्चे हम, बड़े दिल से सीखते थे बात तब कि है जब हम पेन्सिल से लिखते थे.. पूरी कविता नीचे नासमझी से भरे पड़े खेल खेल में लड़ पड़े बचपन में सब होते बच्चे दिल से सच्चे, अकल के कच्चे तब कि मैं ये बात सुनाऊँ
Kulbhushan Arora
सुधा दी, ये सबने अपने अपने पापा को पत्र लिख कर भावुक कर दिया, आपको तो पता है जब में अतिभावुक होता हूं, आपकी गोद में सर रख कर, सुधा दी खो जाता हूं... अन्तर्मन लोक आदरणीय सुधा दी, मन तो सुधी कर के बोलने को था, सबके सामने कहना अच्छा नहीं ना। लो शाम की डाक में आपके नालायक भैया की चिट्ठी आई है। कमाल हो ना