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Ghumnam Gautam
ईद को ईद कैसे............ कहूँ मैं भला जब तलक आँखों से यार ओझल रहे! #ईद #कैसे #यार #आँख #ghumnamgautam
Rishabh Gupta
कि,..टूट जाएगा वो ख्वाब मेरा, ये जानकर भी तेरा ख़याल हर रोज करते हैं.., कि, दूर हो जाएगी एक दिन तू मुझसे, फिरभी हर रोज तुझसे मिला करते हैं। ....कैसे रोके खुद को ‽ #yqdidi #yqbaba #shayari #onsidedlove #ektarfapyaar #adhurakhwab #unconditionallove #unsuccessfullove
Surender Kumar
अब न रोके कोई मुझे "यारों", क्योंकि सफ़र ये मेरा अँधियारा है, मैं चलता चला जाऊंगा, चाहे दूर जाने का इरादा तुम्हारा है, किससे रखे वफ़ा की उम्मीद "दोस्तों", क्योंकि अब तो बेदर्द सारा जमाना है, रोकूँ मैं कैसे खुद को लिखने से, जब याद आता है वहीं चेहरा तेरा... जो कुछ जाना है.. कुछ पहचाना है।। "न रोके कोई"
Parasram Arora
आईने के सामने. ज़ब भी मेरी आँख खुलती है मैं अपना प्रतिबिम्ब देख सकता था. पर जैसे ही मैं अपनी आँख बंद करता हूँ मेरी रूह मेरे भीतर से बाहर आकर अपनी आकृति का ज़ायज़ा लेने आईने के सामने आ जाती थी और ये रहस्य मुझे मेरे आईने ने मुझे मेरे कानो मे फुसफुसाते हुए बताया था काश मेरी बंद आँखों का ये सच मेरी. खुली आँखे देख पाती तों निश्चित ही मैं उस आईने की बात पर भरोसा भी कर लेता ©Parasram Arora बंद आँख खुली आँख
VINEET SANKLA
लोग अक्सर कहते हैं बारिश में रोने से आंसू छुप जाते हैं। .. .. .. कभी अंधेरे में रोके देखा है ? अंधेरे में रोके देखो
STRK
धोखे जब तूने दिये धोखे, मौके पे मारे चौके चल प्यार तो गजब था, पर क्या मिला ये होके रोकेगा कौन तुझको, जाने से दूर ok रोएगा कितना बन्दे, अब क्या मिला रो-रोके Nishant_Pandit क्या मिला रो-रोके...
Shubham Singh
। ये आँख तुम्हारी आँख नहीं है । ये उस खूबसूरत मुखड़े का हिस्सा है जिस पर मैं कभी बेशुमार मरता था ।। ये वो खंज़र है जिसने हमें ज़ख्मी किया वो मैं बदनसीब हूँ जो इसे सहता था ।। ये वो जगह है जिसमें मैं खुद को ढूंढता मगर मैं नहीं हर बार कोई और मिलता था ।। ये वो निगाह है जिसने कभी हमें देखा नही वो मैं हूँ जो सिर्फ इस निगाह को तकता था ।। ये वो खज़ाना है जो मेरा हिस्से का नहीं फिर भी मैं इसे खोने से डरता था ।। यो वो सच है जो सच में सिर्फ झूठ है ये वो धोखा है जिसपे मै ऐतबार करता था ये वो घर है जिसमें अब अ नाम का लड़का है ये वो घर है जिसमे शु नाम का ही कोई रहता था ।। ©Shubham Parihar ये आँख तुम्हारी आँख नहीं। ।