Nojoto: Largest Storytelling Platform

New hindi poem on maa Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about hindi poem on maa from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, hindi poem on maa.

Stories related to hindi poem on maa

Mrunal-(मृणाल)

#sad_quotes #Shayari #Quotes Poetry #poem Love #Hindi #Quote shayari on love

read more
White उसे चोट लगती है तो तकलीफ़ मुझे होती है,

मुझे चोट लगती है तो बेचैनी उसे भी होती है।

दिल के इस रिश्ते को क्या नाम दें,

जो जुबां से नहीं, मगर रूह से महसूस होती है।


उसके दर्द से मेरी आँखे नम हो जाती हैं,

मेरे ग़म से उसकी रातें भी तन्हा हो जाती हैं।

मगर ये कैसी मजबूरी है हमारी,

कि हम खुलकर जज़्बात नहीं कह पाते हैं।


ख़ामोशी में भी इश्क़ की सदा सुनाई देती है,

बिना कहे उसकी फ़िक्र दिखाई देती है।

लफ्ज़ों की कैद में रिश्ते नहीं बंधते,

ये एक ख़ास एहसास है जो खुद-ब-खुद समझी जाती है।


काश, कभी वक़्त थम जाए इस कदर,

कि दिल की हर बात लफ़्ज़ों में उतर जाए।

जो आज सिर्फ़ आँखों से बयान होती है,

वो मोहब्बत खुलकर इज़हार हो जाए।


Mrunal(19/06/24)

©Mrunal-(मृणाल) #sad_quotes #Nojoto #Shayari #Quotes #Poetry #poem #Love #Hindi #Quote  shayari on love

Chandan Navik 'VINAMRA'

Swati Bhargava

Love Life Shayari #poem #nojotohindi #Quotes #Sbhargava #SwatiBhargava #Trending hindi poetry poetry on love poetry hindi poetr

read more
"You never realise your strength 
until you cry and wipe your own tears
 and get yourself ready for another day."

©Swati Bhargava #Love #Life #Shayari #poem #Nojoto #nojotohindi #quotes #Sbhargava #SwatiBhargava #trending   hindi poetry poetry on love poetry hindi poetr

Bindi

#maa #🩷❤️🪷 hindi poetry on life #ramayan

read more
न राम है न रावण है
ये कलयुग की रामायण है
युगों युगों से सुन रहे थे जो गाथा
वो बनके रह गई मनोरंजन का साधन है
यँहा हर मोड़ पर खड़ा इक दानव है
न कोई रावण जैसा सच्चा ब्राह्मण है
न शबरी के वो झूठे बेर है
न बचा इब दिलों मे प्रेम है
न कोई वचन निभाने वाला है
पिता के कहने पर न कोई
वनवास जाने वाला है
न लक्ष्मण जैसा भाई है
मन मे बस नफरत की खाई है
न मर्यादा पुरुषोत्तम राम है
जो समझे माता पिता के चरणों मे ही चारो धाम है
न सीता सी कोई सती है
वैचारिक मतभेदों पर वो अब अड़ी है
न हनुमंत जैसा कोई सखा है
जो सुख दुःख की घड़ी मे संग खड़ा है
रामायण के अन्य पात्र भी बदल रहे हैं अपना स्वरूप
कलयुग का इंसान भूलता जा रहा है अपना मूल रूप
न राम है न रावण है
ये कलयुग की रामायण है

©Bindi #maa
#🩷❤️🪷
 hindi poetry on life
#ramayan
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile