Nojoto: Largest Storytelling Platform

New विनय पत्रिका साहित्य Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about विनय पत्रिका साहित्य from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, विनय पत्रिका साहित्य.

    LatestPopularVideo

Ranjeet singh Charan

साहित्य समीर दस्तक पत्रिका भोपाल मध्यप्रदेश में #nojotophoto

read more
 साहित्य समीर दस्तक पत्रिका भोपाल मध्यप्रदेश में

Rajeev namdeo "Rana lidhori"

आकांक्षा पत्रिका #nojotophoto #विचार

read more
 आकांक्षा पत्रिका

Abhimanyu Dwivedi

विनय #विचार

read more
🌱🙏 *विश्वप्रार्थना*🙏🌱

हे ईश्वर ! हे परम् ब्रम्ह! हे चैतन्य बोधात्मा शिव ! सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड के चराचर जीव जगत का कल्याण हो। सभी के जीवन में हर्ष, उल्लास, उत्कर्ष, उत्साह, चेतना, देशना, भक्ति ,ध्यान, योग, साधना, बोध, सदभावना, पवित्रता,दिव्यता का दिव्य ज्योतिर्मय निर्झर प्रकाशपुंज झरे। हे शिव संपूर्ण ब्रह्माण्ड के चराचर जीव जगत पर आपकी अनंत दिगंत चेतन कृपा दृष्टी सदैव बनी रहे।

*ॐ परमात्मने नमः शिव शिव शिव ॐ*

🌱 *अभिमन्यु (मोक्षारिहन्त)* 🌱

©Abhimanyu Dwivedi विनय

Abhi

#विनय

read more
Fall in love  कर दो हवाले मुझे उस कानून के
क्यूंकि तुमने अपनी कैद से आजाद कर दिया है। #विनय

Vinay Rana

विनय

read more
लहजों की नवाज़िश है हम भूखों नही मरते
मरते है मोहब्बत में हम शोर नही करते।
उस सख्श से बस मेरा इतना सा फसाना  है
वो साथ जो होते है हम भोर नही करते।



। विनय राणा।। विनय

VINOD VANDEMATRAM

#vTp राजस्थान पत्रिका #जानकारी

read more

Ranjeet singh Charan

राजस्थान पत्रिका में #nojotophoto

read more
 राजस्थान पत्रिका में

VINOD VANDEMATRAM

#vTp राजस्थान पत्रिका #कविता

read more

Aaradhana Anand

चित् तरंगिणी पत्रिका

read more
“भारतस्य प्रतिष्ठे द्वे संस्कृतं संस्कृतिस्तथा” 
यानी भारत की दो प्रतिष्ठायें हैं
 पहली संस्कृत व दूसरी संस्कृति.....

 “संस्कृताश्रिता संस्कृति:”
 यानि भारत की संस्कृति 
संस्कृतभाषा पर ही आश्रित है। चित् तरंगिणी पत्रिका

Aaradhana Anand

चित् तरंगिणी पत्रिका

read more
करके साधु की हत्या , 
मिला कौन सा मान । 
कुकर्मो से मानव न सुधरे , 
कैसे बसा ये अभिमान ।।

 नमन करो तो ज्ञान मिले , 
मिले धर्म का ध्यान । 
साधु की हत्या करे जो, 
न हो कभी कल्याण ।।

मानव की बुद्धि भ्रष्ट हुई , 
यहां पापी बने महान । 
दुनिया मे हाहाकार मचा , 
ये ही कर्मो का परिणाम  ।। चित् तरंगिणी पत्रिका
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile