Find the Latest Status about निर्जला व्रत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, निर्जला व्रत.
Parul Sharma
आँख के तारों के लिये तारों का अर्ग जिगर के टुकड़ों के लये निर्जला व्रत स्वस्थ्य हो तन आयु हो लम्बी बच्चों पूजन कर पूरे दिन किया ये संकल्प। बच्चों के हठ से चहक उठता घर आप सबको मुबारक हो अहोई अष्टमी पर्व। पारुल शर्मा आँख के तारों के लिये तारों का अर्ग जिगर के टुकड़ों के लये निर्जला व्रत स्वस्थ्य हो तन आयु हो लम्बी बच्चों पूजन कर पूरे दिन किया ये संकल्
Parul Sharma
चाँद का चाँद से दीदार आज करवा,कलेंडर,छलनी व सजे थाल। हर सुहागिन लग रही दुल्हन सी हर सुहागिन पर सजा सोलाश्रंगार। छतों पर सजी भीड़ दाम्पत्यों की हो रहा बेसब्री से चाँद का इंतज़ार। रोली,अक्षत्, नैवेद्य, भोज से सबने किया चाँद का सत्कार। अपने पिया केलिए निर्जला व्रत का सम्पूर्ण हुआ प्यार का एक और त्यौहार। पारुल शर्मा #करवाचौथ चाँद का चाँद से दीदार आज करवा,कलेंडर,छलनी व सजे थाल। हर सुहागिन लग रही दुल्हन सी हर सुहागिन पर सजा सोलाश्रंगार। छतों पर सजी भीड़ दाम
एक इबादत
ए चांद ना सताना तू उनको वक्त पर तू आज निकल आना ए बादलों तुम भी मत करना अवरूध्द मार्ग शशि का उनकों आसमां पर चमकने देना, जिद्दी है बडी़ जिंदगी मेरी वो समझाने पर नही समझेगी आज जिद्द हैं उसकी अर्घ दे ,दिदार कर चंद्र का ही अपना निर्जला व्रत तोडे़गी, मांगे जो भी मुरादे वो ए चंद्र करूं आग्रह उनको सब दे देना तू मांगेगी वो हमराह की सलामती,लम्बी उम्र ए शशि तू उनको भी सलामती लम्बी उम्र का आशीष दे देना, जल्दी आना ए चंद्र देर तू आज ना लगाना तुझे कसम है करूणानिधी की तु मेरे यार को मत तड़पाना, सौभाग्यवती का आशीर्वाद देना मेरे यार को और जो कुछ मांगे उसे सब कुछ आज दे जाना कृतज्ञ्न रहूँगा देव सदा आपका मैं बस आज तू हिफाजत मेरी जिंदगी की कर जाना...!! ए चांद ना सताना तू उनको वक्त पर तू आज निकल आना ए बादलों तुम भी मत करना अवरूध्द मार्ग शशि का उनकों आसमां पर चमकने देना, जिद्दी है बडी़ ज
vishnu prabhakar singh
छठ पूजा सूर्य एवं उनकी बहन "छठी मइया"की उपासना इस अनुपम लोकपर्व मेरी बहन "श्रीमतीअंजू देवी"की आराधना; लोक आस्था का यह पर्व महान सर्वकामना पूर्ति हेतु त्याग बलिदान कठोर त्याग! उद्देश्य पृथ्वी कल्याण ऐसे में ग्रामीण खंड सदस्या, रक्षी सदस्या प्रधान दीपावली के गहमा गहमी उपरांत कठोर त्याग के अनुरूप सिद्धान्त पति को चूड़ा दूध पर छोड़ नितांत पवित्र स्नान के लिए तय प्रस्थान जागरण,यात्रा,व्यय,उत्साह,और सामूहिकता थाम छठ की निर्जला व्रत को सम्मान परिभाषित आचरण का चार दिवसीय अनुष्ठान पद्धति यह युवा सा लगे,जोश भरा विधान घरेलू तकनीक का उपयोग वर्जित विज्ञान कठोर त्याग अविरल गतिमान प्रसाद वितरण महत्व विशेष अभिलक्षण पहचान निर्मित करने पड़ते अति में विशिष्ट मिष्ठान परवातिन का कठोर त्याग स्य्या सुख विश्राम पृथ्वी के नाम! खरना का मौन,षष्ठी का गौण,सप्तमी विराम अंजू दीदी का कठोरतम परीक्षाण कठोर त्याग गृहणि भाभी सहयोगी समांग मातृ भूमि के नाम! छठ की अभिव्यक्ति भर से मन गांव का हो जाता है।। छठ पूजा सूर्य एवं उनकी बहन "छठी मइया"की उपासना इस अनुपम लोकपर्व मेरी बहन "श्रीमतीअंजू देवी"क
Swarima Tewari
सुनो! फरमान सुनाना बंद करो कि "मेरा इंतज़ार मत करना".. चातक हूं मैं.. नक्षत्र स्वाति संग बूंदों से प्यास बुझाऊं वरना ये कंठ सूखा ही भाता मुझको.. Case closed! चातक एक ऐसा पक्षी है जिसके बारे में कहा जाता है कि वह साल भर पानी के लिए व्रत रखता है और सिर्फ स्वाति नक्षत्र में बरसने वाले पानी से ही अपनी
Sudha Tripathi
छठ पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि को मनाया जाता है निर्जला व्रत किया जाता है ,प्रसाद रखने के लिए बांस की बड़ी टोकरियाँ बांस या फिर पीतल का सूप दूध अर्घ् के लिये गन्ने शकरकन्द पान, सुपारी,हल्दी मूली, अदरक का हरा पौधा बड़ा मीठा नींबू शरीफा, केला और नाशपाती पानी वाला नारियल मिठाई गुड़ गेंहू चावल और आटे से बना ठेकुआ चावल ,सिंदूर ,दीपक ,शहद और धूप नए वस्त्र जैसे धोती या साड़ी उपयोग में लाए जाते हैं चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व की शुरुवात नहाय खाय से होती है इस दिन व्रती स्नान कर नए वस्त्र धारण कर पूजा के बाद चना दाल,कद्दू की सब्जी और चावल को प्रसाद के तौर पर ग्रहण करते हैं व्रती के भोजन करने के बाद परिवार के सभी सदस्य भोजन ग्रहण करते हैं ,छठ पूजा के दूसरे दिन खरना के नाम से जाना जाता है जिस दिन पूरे दिन निर्जला व्रत होता है और शाम के समय लकड़ी के चूल्हे पर गुड़ का खीर बनाकर उसे प्रसाद के तौर पर खाती हैं महिलाओं का 36 घण्टे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है पौराणिक कथाओं के अनुसार मान्यता है कि खरना पूजा के बाद ही छठी मैया का घर मे आगमन होता है ,छठ पूजा के तीसरे दिन तक व्रती निर्जला उपवास रखते हैं साथ ही छठ पूजा का प्रसाद तैयार करते हैं ,शाम के समय नए वस्त्र धारण कर परिवार संग किसी नदी या तालाब पर पानी मे खड़े होकर डूबते हुए सूरज को अर्ध्य देते हैं तीसरे दिन का निर्जला उपवास रात भर जारी रहता है . छठ पूजा के चौथे दिन पानी मे खड़े होकर उगते यानि उदयमान सूर्य को अर्ध्य दिया जाता है.इसे उषा अर्ध्य या पारण दिवस भी कहा जाता है अर्ध्य देने के बाद व्रती एक दूसरे को प्रसाद देकर व्रत खोलते है .36 घण्टे का व्रत सूर्य को अर्ध्य देने के बाद तोड़ा जाता है इस व्रत की समाप्ति सुबह के अर्ध्य यानि दूसरे और अंतिम अर्ध्य को देने के बाद होती हैं इस व्रत मे पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है हमारे लिए सबसे बड़ा त्योहार है छठ महापर्व 🙏🙏🙏🙏🙏🙏 छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं ©Sudha Tripathi छठ पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि को मनाया जाता है निर्जला व्रत किया जाता है ,प्रसाद रखने के लिए बांस की बड़ी टोकरियाँ बांस या फिर पीतल
Sudha Tripathi
छठ पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि को मनाया जाता है निर्जला व्रत किया जाता है ,प्रसाद रखने के लिए बांस की बड़ी टोकरियाँ बांस या फिर पीतल का सूप दूध अर्घ् के लिये गन्ने शकरकन्द पान, सुपारी,हल्दी मूली, अदरक का हरा पौधा बड़ा मीठा नींबू शरीफा, केला और नाशपाती पानी वाला नारियल मिठाई गुड़ गेंहू चावल और आटे से बना ठेकुआ चावल ,सिंदूर ,दीपक ,शहद और धूप नए वस्त्र जैसे धोती या साड़ी उपयोग में लाए जाते हैं चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व की शुरुवात नहाय खाय से होती है इस दिन व्रती स्नान कर नए वस्त्र धारण कर पूजा के बाद चना दाल,कद्दू की सब्जी और चावल को प्रसाद के तौर पर ग्रहण करते हैं व्रती के भोजन करने के बाद परिवार के सभी सदस्य भोजन ग्रहण करते हैं ,छठ पूजा के दूसरे दिन खरना के नाम से जाना जाता है जिस दिन पूरे दिन निर्जला व्रत होता है और शाम के समय लकड़ी के चूल्हे पर गुड़ का खीर बनाकर उसे प्रसाद के तौर पर खाती हैं महिलाओं का 36 घण्टे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है पौराणिक कथाओं के अनुसार मान्यता है कि खरना पूजा के बाद ही छठी मैया का घर मे आगमन होता है ,छठ पूजा के तीसरे दिन तक व्रती निर्जला उपवास रखते हैं साथ ही छठ पूजा का प्रसाद तैयार करते हैं ,शाम के समय नए वस्त्र धारण कर परिवार संग किसी नदी या तालाब पर पानी मे खड़े होकर डूबते हुए सूरज को अर्ध्य देते हैं तीसरे दिन का निर्जला उपवास रात भर जारी रहता है . छठ पूजा के चौथे दिन पानी मे खड़े होकर उगते यानि उदयमान सूर्य को अर्ध्य दिया जाता है.इसे उषा अर्ध्य या पारण दिवस भी कहा जाता है अर्ध्य देने के बाद व्रती एक दूसरे को प्रसाद देकर व्रत खोलते है .36 घण्टे का व्रत सूर्य को अर्ध्य देने के बाद तोड़ा जाता है इस व्रत की समाप्ति सुबह के अर्ध्य यानि दूसरे और अंतिम अर्ध्य को देने के बाद होती हैं इस व्रत मे पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है हमारे लिए सबसे बड़ा त्योहार है छठ महापर्व 🙏🙏🙏🙏🙏🙏 ©Sudha Tripathi छठ पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि को मनाया जाता है निर्जला व्रत किया जाता है ,प्रसाद रखने के लिए बांस की बड़ी टोकरियाँ बांस या फिर पीतल
JALAJ KUMAR RATHOUR
बचपन में छत पर चढ बहुत इंतजार किया है। इस करवाचौथ के चाँद का। शायद वही लगाव और प्रेम है जिस वजह से आज भी यह त्योहार हमारे लिए खास है। कड़ी और चावल जैसा भोजन इस दिन के महत्व को और बढाता है। मोहल्ले भर की स्त्रियाँ सुंदर वस्त्रों व आभूषणो में अप्सराएँ सी प्रतीत होतीं हैं। उत्तर भारत में मुख्यरूप से मनाया जाने वाला ये त्योहार स्त्रियाँ अपने पति की दीर्घ आयु के लिए मनाती है। करवा नामक पतिवृता स्त्री के द्वारा अपने पति को यमराज और मगरमच्छ दोनो से बचाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। अन्य कई किदवंतियाँ है। सभी में पति की दीर्घ आयु प्रमुख कारण है। इस त्योहार को मनाने के लिए सोलह श्रृंगार कर स्त्रियाँ दिन भर निर्जला व्रत रखती हैं और रात में चाँद की तरह अपने पति की दीर्घ आयु की कामना करती हैं।करवाचौथ का चाँद अन्य दिनों से भिन्न होता है अथार्त भिन्नता आपको पूज्यनीय बनाती है। प्रेम, इंतजार और समर्पण का यह त्यौहार वैवाहिक जोड़ों में विश्वास और एक दूसरे के साथ को मजबूत करता है। अपनी धर्मपत्नी को साहस देने के लिए आजकल के नवयुवक भी व्रत रखते हैं। यही तो सात वचनो का सार है। .. करवाचौथ की शुभकामनाए ... #जलज कुमार #Karwachauth बचपन में छत पर चढ बहुत इंतजार किया है। इस करवाचौथ के चाँद का। शायद वही लगाव और प्रेम है जिस वजह से आज भी यह त्योहार हमारे लिए ख
Vishw Shanti Sanatan Seva Trust
राधे कृष्णा हरे ©Vishw Shanti Sanatan Seva Trust हरियाली तीज आज, सुहागिनें पति की दीर्घायु के लिए रखेंगी व्रत ************************************** पंचांग के अनुसार 11 अगस्त 2021, बुधवार क