Nojoto: Largest Storytelling Platform

New कहीं और जाकर बसें Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about कहीं और जाकर बसें from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कहीं और जाकर बसें.

Stories related to कहीं और जाकर बसें

Ghumnam Gautam

White कहाँ हम कुछ कहीं भी बो रहे हैं
झुकी है पीठ ख़ुद को ढो रहे हैं

बहुत खुश हैं वो जिनका दिल है टूटा
जिन्हें दिलवर मिला वो रो रहे हैं

©Ghumnam Gautam #love_shayari 
#दिलवर
#कहीं 
#पीठ 
#ghumnamgautam

Parasram Arora

आदम और ईव

read more
Unsplash वो दिन याद करो 
ज़ब ये आदमी पहले  "आदम "  था 
और स्त्री "ईव " थीं 

तब न आखर था न शब्द न लिपि 
न कोई आपस मे संवाद था 
तब केवल ध्वनि थीं तरंग थीं लय थीं
इसके बाद वो ध्वनि  कब  संगीत बनी कब सरगम मे तब्दील हुई कोई नहीं जानता
लेकिन वो "आदम " तब तक आदमी और  वो ईव स्त्री मे  रूपांतरित 
 हो  गए थे

©Parasram Arora  आदम और ईव

Revashankar Nathani

न कहीं की खुशी बिकती है ना कही गम

read more
White बिकती है ना कहीं खुशी ना कहीं गम बिकता है
लोग गलत फेमी में है कि शायद कहीं महरम बिकता है
इन्सान उम्मीदों से बंधा हुआ एक जिदी परिंदा है
वो उम्मीदों से ही धायल है और उम्मीदों  पर ही जिंदा है

©Revashankar Nathani न कहीं की खुशी बिकती है ना कही गम

Honey

कोई नगमा कहीं कोई

read more

DAG89

#SadStorytelling मुझे वहां ले जाकर छोड़ दो #SAD Love #Talak #AlvidaMohabbat

read more

Parasram Arora

आदर्श और संवेदनाये

read more
White हमारे  आदर्शी को पस्तझनी देने मे समर्थ है हमानी विचलित  चेतनाये
 
तभी तों  रेत मे मुंह छुपा कर रहती है  हमारी अनसुलझी समस्याएं 

जबकि अंतकाल तक हम फेरते रहते है मुर्ख 
सपनो की  मालाये
शायद इसीलीये  डूब चुके है हमारे भाव  और ख़ो चुकी है  संवेदनाये

©Parasram Arora आदर्श और संवेदनाये

kevat pk

#मैं और वो

read more

Parasram Arora

सुख और सुकून

read more
White अब सुख और सुकून 
की  नींद कहा नसीब 
होती हैँ  आज के इंसान को


आदमी दिन भर 
व्यस्त रहता हैँ  रोज़ी 
रोटी कमाने की ज़ददो ज़हद मे 

उसे सुकून और सुख 
की फ़िक्र करने.का 
वक़्त ही कहा मिलता हैँ?

©Parasram Arora सुख और सुकून

Rabindra Kumar Ram

" इक रोज़ तुझसे कहीं ना कहीं वाकिफ यार हो ही जाऊंगा , तु मुहब्बत की कुछ गुंजाइश तब्बजो कर मैं तेरा साकी हो ही जाऊंगा‌ , फिर फ़िरदौस जो हो सो

read more
" इक रोज़ तुझसे कहीं ना कहीं वाकिफ यार हो ही जाऊंगा ,
तु मुहब्बत की कुछ गुंजाइश तब्बजो कर मैं तेरा साकी हो ही जाऊंगा‌ ,
फिर फ़िरदौस जो हो सो हो ऐसे में कहीं ना कहीं ,
मैं तेरा मुन्तजिर यार दीदारे-ए-ख़्वाब हो जाऊंगा . "

                              --- रबिन्द्र राम

©Rabindra Kumar Ram " इक रोज़ तुझसे कहीं ना कहीं वाकिफ यार हो ही जाऊंगा ,
तु मुहब्बत की कुछ गुंजाइश तब्बजो कर मैं तेरा साकी हो ही जाऊंगा‌ ,
फिर फ़िरदौस जो हो सो

Satish Kumar Meena

चिंतन और मनन

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile