Find the Latest Status about सजीला आम from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सजीला आम.
Himanshu Prajapati
सुखा सुखा सा हो गया है स्वाद-ए-जिंदगी, चटपटा के लिए एक आम सा अचार चाहिए..?💔 ©Himanshu Prajapati #AkelaMann सुखा सुखा सा हो गया है स्वाद-ए-जिंदगी, चटपटा के लिए एक आम सा अचार चाहिए..?💔 #36gyan #hpstrange
#AkelaMann सुखा सुखा सा हो गया है स्वाद-ए-जिंदगी, चटपटा के लिए एक आम सा अचार चाहिए..?💔 #36gyan #hpstrange
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
New Year 2025 उतारा ख़ूब ग़ुबारों को जबाने खास उर्दू पे, अमूमन होते है सबसे हम कलाम उर्दू में//१ जुबां पर आता है देखो सनम का नाम उर्दू में, कि हिंदी लिख रही है अब नज़्म को आम उर्दू में//२ सदा कटमुल्ला की गूंजी वजीरों की जबानों से, नहीं देता है ये शोभा उन्हें ये काम उर्दू में//३ "शमा" देखो जबा सबकी तो उल्फ़त की जबाने है, कि सबको ही तो मिलता है नया आयाम उर्दू में//४ #Shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Newyear2025 उतारा ख़ूब ग़ुबारों को जबाने खास उर्दू पे,अमूमन होते है सबसे हम कलाम उर्दू में//१ #उर्दू जुबां पर आता है देखो सनम का नाम उर्दू
#Newyear2025 उतारा ख़ूब ग़ुबारों को जबाने खास उर्दू पे,अमूमन होते है सबसे हम कलाम उर्दू में//१ #उर्दू जुबां पर आता है देखो सनम का नाम उर्दू
read moregauranshi chauhan
day 479 जनाब चर्चे आम जरूर है , पर भरी महफ़िल मे सरेआम होंगे, जिस जिसने मुझे रुलाया है, उन सबके हिसाब बहुत जल्दी होंगे।। जय माँ भवानी ✨🔱🙆♀️❣️🧿✨ ©gauranshi chauhan day 479 जनाब चर्चे आम जरूर है , पर भरी महफ़िल मे सरेआम होंगे, जिस जिसने मुझे रुलाया है, उन सबके हिसाब बहुत जल्दी होंगे।। जय माँ भवान
day 479 जनाब चर्चे आम जरूर है , पर भरी महफ़िल मे सरेआम होंगे, जिस जिसने मुझे रुलाया है, उन सबके हिसाब बहुत जल्दी होंगे।। जय माँ भवान
read moredilkibaatwithamit
White तुझे लिखना ही मेरा काम क्यूँ है तेरा याद आना ही इलहाम क्यूँ है जुलाई में अगर टूटा था ये दिल तो फिर ये #फरवरी बदनाम क्यूँ है कभी नफ़रत को भी सूली चढ़ाओ मुहब्बत का ही क़त्ल ए आम क्यूँ है हर इक इंसान को चाहत है इसकी फिर उलफ़त इस क़दर बे दाम क्यूँ है जुदाई बेवफ़ाई और आँसू मुहब्बत का यहीं अंजाम क्यूँ है तड़पना और रोना शेर लिखना यहीं सब इश्क़ का इनआम क्यूँ है ... ©dilkibaatwithamit तुझे लिखना ही मेरा काम क्यूँ है तेरा याद आना ही इलहाम क्यूँ है जुलाई में अगर टूटा था ये दिल तो फिर ये #फरवरी बदनाम क्यूँ है कभी नफ़रत को
तुझे लिखना ही मेरा काम क्यूँ है तेरा याद आना ही इलहाम क्यूँ है जुलाई में अगर टूटा था ये दिल तो फिर ये #फरवरी बदनाम क्यूँ है कभी नफ़रत को
read moreranjit Kumar rathour
कुछ खास नहीं वो आम सी लड़की थी हमेशा गुम सुम सी रहती थी पूछा था उससे सब ठीक तो है न बोली नहीं मै बीमार रहती हुँ क्योँ आखिर परेशानी क्या है एक दम से भावुक हो बोली है कुछ मुश्किलें मुझे दिखाने जाना है फिर हर बात मुझसे बताती पता नहीं कब उसको मुझ पर यकीन हो गया और फिर अच्छे दोस्त और अब सब कुछ हर बात जिद कर मनवा लेती अब तो बिना बात किये दिन नहीं गुजरती हर वक्त उसका इंतज़ार होता नहीं बता सकता वो कब आम से खास हो गयी हां खास हो गयी ©ranjit Kumar rathour आम से खास
आम से खास
read moreN S Yadav GoldMine
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी को आपकी क़ीमत जब पता चलेगी, जब आपकी जरूरत होगी, वरना आप किसी की नजर में सामान्य भी नही, सिर्फ एक आम आदमी हो। जय श्रीसीताराम जी!! ©N S Yadav GoldMine #SunSet {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी को आपकी क़ीमत जब पता चलेगी, जब आपकी जरूरत होगी, वरना आप किसी की नजर में सामान्य भी नही, सिर्फ एक आम आद
#SunSet {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी को आपकी क़ीमत जब पता चलेगी, जब आपकी जरूरत होगी, वरना आप किसी की नजर में सामान्य भी नही, सिर्फ एक आम आद
read moreHimanshu Prajapati
green-leaves हर काम हो जाएं आम, खुशियां हो जीवन में तमाम, आप जो चाहे पालो, आपका हो जग में नाम..! 🎉Happy New year🎉 ©Himanshu Prajapati #GreenLeaves हर काम हो जाएं आम, खुशियां हो जीवन में तमाम, आप जो चाहे पालो, आपका हो जग में नाम..! 🎉Happy New year🎉
#GreenLeaves हर काम हो जाएं आम, खुशियां हो जीवन में तमाम, आप जो चाहे पालो, आपका हो जग में नाम..! 🎉Happy New year🎉
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White वयां करती है कभी इश्क़, कभी रंज, मेरे दर्द से आँखें चार नहीं करती। नज़रें मिले तो मुड़ जाए कहीं, वो अब मेरे साथ नहीं चलती। स्टेटस से बयाँ करती है अपना दर्द, वो मुझसे अब प्यार नहीं करती। जो कहती थी, "सात खून माफ़ तेरे", गलती पर अब आँखें चार नहीं करती। कसती है अपने शब्दों से मुझपे तंज, सीधे-सीधे अब मुझसे कुछ नहीं कहती। बयाँ करती है मुझसे अपने रंज सभी, वो आँखों से कत्ल-ए-आम नहीं करती। ©theABHAYSINGH_BIPIN #Thinking वयां करती है कभी इश्क़, कभी रंज, मेरे दर्द से आँखें चार नहीं करती। नज़रें मिले तो मुड़ जाए कहीं, वो अब मेरे साथ नहीं चलती। स्टेट
#Thinking वयां करती है कभी इश्क़, कभी रंज, मेरे दर्द से आँखें चार नहीं करती। नज़रें मिले तो मुड़ जाए कहीं, वो अब मेरे साथ नहीं चलती। स्टेट
read moreAdv AK Valmiki
#वह_मिला_किसी_और_को, शायद_वो_मेरे_नसीब_में_नहीं_था। उसका नाम लेकर, उसे बदनाम करूं। यार वह इतना, बुरा भी नहीं था।। _______________________
read moreनवनीत ठाकुर
White षड्यंत्रों की छाया हर दिल पर भारी, भ्रष्टाचार की चादर ने लूट ली जिम्मेदारी। शोषण के जख्म चीखते हैं बेआवाज़, जुर्म के मंजर बन गए रोज़ का आगाज़। अपहरण के धंधे अब आम हो गए, अपराधी खुलेआम इनाम हो गए। छेड़छाड़ के ज़ख्म लहू-लुहान हैं, इंसाफ के मंदिर खुद बदगुमान हैं। यह कैसी सभ्यता, यह कैसी रवायत? जहां जुर्म को मिलती है हर इक सहायत। ©नवनीत ठाकुर #षड्यंत्रों की छाया हर दिल पर भारी, भ्रष्टाचार की चादर ने लूट ली जिम्मेदारी। शोषण के जख्म चीखते हैं बेआवाज़, जुर्म के मंजर बन गए रोज़ का आगा
#षड्यंत्रों की छाया हर दिल पर भारी, भ्रष्टाचार की चादर ने लूट ली जिम्मेदारी। शोषण के जख्म चीखते हैं बेआवाज़, जुर्म के मंजर बन गए रोज़ का आगा
read more