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Arora PR
White कविता है जीवन या यों कहे जीवन ही कविता है .... क्योंकि कविता जन्म लेती है दुख सुख में ख़ुशी गम के सानिध्य मेंअथवा पुष्ट होती है हंसी रुदन के गर्भ में ये तो ठीक वैसे ही है जैसे एक फुल खिला. मधुबन में और वही खिला है शूल भी उसके सानिध्य में जो करदेता है दो जिंदगीयों क़ो जर्ज़र भी कोमल भी ©Arora PR जीवन है कविता
Anuj Ray
White प्यार किया घर बार बसाया, तन मन धन सब उन पे लुटाया। एक-एक करके छोड़ गए सब रे मानस, ये मन समझा ना पाया। अपना अपना कहते हैं सब, कौन है अपना कौन पराया। ©Anuj Ray # कौन है अपना कौन पराया"
#R.J..!मुरखनादान#
खुशियां बहुत जरूरी है जीवन मैं ©#R.J..!#मुरखनादान@# खुशियां ही जीवन है
Shishpal Chauhan
अ इंसान - रोता हुआ आया था रुलाते हुए जाएगा, क्या साथ लेकर आया था जो अब तू लेकर जाएगा। संपति घर बार सब यहीं छूट जाएगा, कोई न तेरा साथ निभाएगा । माना कि जवानी के दम पर कुछ दिन खुशी मनाएगा, परंतु एक दिन चेहरा मुरझा जाएगा। कर स्वयं से वादा दिल न किसी का दुखाएगा, गहराते हुए दुखों में भी चेहरे पर मुस्कान दिखाएगा। मत बोलिए कड़वे बोल जिससे दूसरा आहत हो जाएगा, पल भर की जिंदगी आज यहां है पता नहीं कल देख पाएगा। कर ले ईश्वर से बंदगी बस आखिर वही काम आएगा, कर ले अच्छे कर्म एक दिन मिट्टी में मिल जाएगा। कहे चौहान सब धरा यहीं रह जाएगा, राम नाम है सुखदाई जीवन संवर जाएगा। ©Shishpal Chauhan # जीवन क्या है
दूध नाथ वरुण
White हम तो गरीब हैं मगर, दिल अमीर है। जीतें हैं हम शान से,जीवन हसीन है।। ©दूध नाथ वरुण #जीवन #हसीन #है
Anuj Ray
White कौन नहीं है मजदूर यहां पर" खुशी खुशी लगा के हाजरी दरबार में उसके,शान से सब टेकते हैं मत्था। कोई अकेला ही कतारों में खड़ा दिखता है, किसी के साथ है पूरा जत्था। वो एक ही मालिक है जहांन का सारे, किए हुए हैं सबको काम के बंटवारे। कोई मंत्री है यहां पर तो सिपाह सलार है कोई, दरोगा ओ चौकीदार काम सबके न्यारे। बना के फूल की मलाई भेजता है कोई , चढ़ा के फूल उसके चरणों में कोई आरती उतारे। नजर का धोखा है संसार यहां पर, ऐसा कौन है उसका, जो मजदूर नहीं है यहां पर। ©Anuj Ray # कौन नहीं है मजदूर यहां पर"
मिहिर
ये है कौन क्यों ऐसे अड़ा है पहाड़े पिघल रही है और ये सोच वो दुख में पड़ा है पर क्यों माना नदियां सूख रही है खेतों की मिट्टी रेत हो रही है जंगल कम हो गए हवाओं में थोड़ा जहर है तो क्या सरकारें हैं न माना अभी चुनाव है जब नही होगा तब वो दुनिया भर घूम कर पर्यावरण की ही तो बात करते है है तो लोकतंत्र जनता ने सरकार बना दी है वो क्यों पीछे पड़ा है वो है कोन क्यों भूखे अड़ा है !! ©मिहिर #वो है कौन !!