Find the Latest Status about जानेवाले ओ जानेवाले डीजे सॉन्ग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जानेवाले ओ जानेवाले डीजे सॉन्ग.
mauryajibhawalpur wale
दूध नाथ वरुण
ओ मां मत जा हमे छोड़कर, तेरे भक्तों से यूं रूठकर। बिन तेरे अब ओ मैया,जायेंगें बिखर हम टूटकर।। ©दूध नाथ वरुण #ओ #मां #मत #जा
Manish Raaj
उनकी क़द्र-ओ-तारीफ़ ------------------------ ज़ुबाँ से उनकी क़द्र-ओ-तारीफ़ होती तो उनके नाम की क़िताबें बिक़ा करती वह अन्मोल है उनके हुस्न-ओ-हुनर को कोई क्या ख़रीदे और व्यापारी कोई क्या दाम लगाए मनीष राज ©Manish Raaj #उनकी क़द्र-ओ-तारीफ़
HintsOfHeart.
Sangeeta Kalbhor
कागज पर उतर आओ ना.. लिखने बैठी हूँ मैं तुम्हें कागज पर उतर आओ ना नही सुझ रहा है कैसे लिखूँ तुम ही लिखने आओ ना..... लिख देना ओ सब बातें जो मैं तुमसे कहना चाहती हूँ हूँ दूर ही सही पर ऐ दिल मैं तुमसे दूर नही रह पाती हूँ लिख देना वो भी मुराद तुमसे कोई गिला शिकवा नही तुम हो प्रीत मेरी.... तुम्हें भूल पाना संभव ही नही देखो तुम ए भी लिख देना कोई अधिकार नही तुम पर तुम जहां में जहाँ भी रहो प्रेम करती रहूँगी तुम्ही पर..... मी माझी..... ©Sangeeta Kalbhor कागज पर उतर आओ ना.. लिखने बैठी हूँ मैं तुम्हें कागज पर उतर आओ ना नही सुझ रहा है कैसे लिखूँ तुम ही लिखने आओ ना..... लिख देना ओ सब बातें
PAINFUL PHASE.
White अमुल्य इज्जत को मात्र चार रुपए में निलाम करने वाली कुछ तो सर्म कर लो ! किसी घर की बहु किसी मेहनती की पत्नी होकर खुद को तबायफ का नाम मत दो !! ©AD Kiran #ओ समझा करो....
Rajni Vijay singla
मां बीमार हो सकती हैं पर मां की दुआएं हमेशा निरोगी रहती हैं महाशक्ति की तरह ©Rajni Vijay singla #navratri ओ! मां मेरी
Rajni Vijay singla
मां बीमार हो सकती हैं पर मां की दुआएं हमेशा निरोगी रहती हैं महाशक्ति की तरह ©Rajni Vijay singla #navratri ओ! मां मेरी
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White शिर्क किया न कभी रब्बे जुलजलाल से,इ सलिए पशेमा ना हुई महशर ए अंजाम से//१ मैं यक़ीं मुनाफिको पर कैसे करूं,जो करे वादा खिलाफी और मुकर जाएं खुद के ही कलाम से//२ माजरा बेकसो_बेबसो का हमसे सुनो जो रह गए तिश्ना लब नहर ए फरात से//३ वो मुजाहिद क्यूं डरे भला किसी जल्लाद से, उम्र तमाम हो जिसकी जिहाद ए मकाम से//४ गर हो जाए बंटवारा रिश्तों का जहां,तो फिर नहीं पुकारते हमशीरी मुहब्बत ए कलाम से//५ चश्म में अश्क लिये और तिश्न लब लिए,क्यूं दिल मिलाएं हम,ऐसे*हाकीम ए हुक्काम से//६ माह ओ साल रदीफ और काफिया,लिख रही हूंअपने सुखन मे हालेजार*अय्याम से//७ बंद करे जो दर दरीचे आपकी*इखलास के, होते है कुछ*बाब हासिद ए हिसाब से//८ कभी चलती सांसों का हाल तो पूछा नहीं,अब क्यूं लेते हो पल्ले शमा*क मय्यत के *तआम से//९ #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #SAD शिर्क किया न कभी रब्बे जुलजलाल से,इसलिए *पशेमा ना हुई महशर ए अंजाम से//१* लज्जित मैं यक़ीं*मुनाफिको पर कैसे करूं,जो करे वादा खिलाफी और