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Prakhar Kushwaha 'Dear'
हर कहानी को चंद लफ़्ज़ों में तब्दील कर दूँ, ख़ुशनुमा ज़िन्दगी ख़ुशी से मैं क़तील कर दूँ। चुभे तेरे बदन को मेरी कहानी का हर लफ्ज़, कुछ इस क़दर ज़ज़्बातों से मैं नुकील कर दूँ। सुन सके तू सनम मेरे दिल की सब दलीलें, सीने से लगाकर यूँ तुझे मैं वक़ील कर दूँ। कैद हैं अरमान कुछ मुझमें ही मेरे, ग़र रज़ा हो तुम्हारी तो उनमें मैं ढ़ील कर दूँ। प्रेम पवित्र था, पवित्र है और पवित्र रहेगा, उसे बेवफ़ा के लिए कैसे मैं ज़लील कर दूँ। क़तील- जिसकी हत्या कर दी गयी हो। #dearsdare #cinemagraph #cinemagraphcollab #life #life #love #yqdidi
Arya Manish Singer
दोस्तों मुझे follow करें 👍 उजालों में छुपी थी एक लड़की फ़लक का रंग-रोग़न कर गई है ©Arya Manish Singer उजालों में छुपी थी एक लड़की फ़लक का रंग-रोग़न कर गई है
SANTU KUMAR
एक शहर था जिसकी हर गली मुझे जानती थी, किशनपुर का दरवाज़ा और गढवा की खिड़की मुझे पहचानती थी।। ©SANTU KUMAR एक शहर था जिसकी हर गली मुझे पहचानती थी मेरे नाम का एक दरवाज़ा था , एक खिड़की मुझको जानती थी #Winter
Pankaj μtales
جستجو جس کی تھی اس کو تو نہ پایا ہم نے اس بہانے سے مگر دیکھ لی دنیا ہم نے سب کا احوال وہی ہے جو ہمارا ہے آج یہ الگ بات کہ شکوہ کیا تنہا ہم نے خود پشیمان ہوئے نے اسے شرمندہ کیا عشق کی وضع کو کیا خوب نبھایا ہم نے کون سا قہر یہ آنکھوں پہ ہوا ہے نازل ایک مدت سے کوئی خواب نہ دیکھا ہم نے عمر بھر سچ ہی کہا سچ کے سوا کچھ نہ کہا اجر کیا اس کا ملے گا یہ نہ سوچا ہم نے शहरयार जुस्तजू जिसकी थी...
Shilpi
ह्दय से माने-प्रभु 'श्री राम' को 'त्यौहार'- संस्कृति की विशिष्ट पहचान है।भारत व विदेशों में प्राचिनतम समय से चलती आ रही मानवीय संस्कृति व परंपरा का परिचायक है-'त्यौहार'। हिंदु धर्म व समाज में अनेकों पूजनीय देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के उद्देश्य मात्र से नहीं,अपितु पीढ़ियों से चलती आ रही मान्यताओं,श्रद्धा-भक्ती,ईश्वर के प्रति सच्ची आस्था को मानव जीवन से जोड़ने वाले सभी त्यौहार उस पुल के समान हैं,जिनके ढ़हने मात्र की कल्पना भी नहीं की जा सकती।स्पष्ट रूप से यह कहे कि- "त्यौहार मानव समाज की आधारभूत शीला है।" परंतु वैश्विक महामारी के इस दौर में इस माह तक आने वाले सभी त्यौंहारो को निकटता से देखने समझने का व मनोरंजन और आस्था से संबंधित होने वाली सभी क्रियाकलापों को स्थगित किया जा चुका है,और किया जाएगा।परंतु इसका तात्पर्य यह नहीं कि श्रद्धा-भक्ति के ढांचे को किसी भी प्रकार से तोड़ने का प्रयास भारत सरकार अथवा किसी भी विशिष्ट जन समूह द्वारा किया जा रहा है।केवल प्राणी मात्र को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से कुछ समय के लिए हमें शारीरिक क्रियाकलापों को रोकना है,ताकि भविष्य में मानवीय आस्था व संस्कृति को बचाया जा सके। यहां विचार करने योग्य बात यह है कि मानवीय आस्था केवल शारीरिक क्रियाकलापों से जुडी है?आस्था व श्रद्धा भक्ति 'ह्दय' से निकलने वाली वह सकारात्मक शक्ति है,जो संपूर्ण जगत को ईश्वर से जोडती है।केवल मन ही ईश्वर का दर्पण होता है।मानव नेत्र में वह शक्ति नहीं,जो मन रूपी नेत्र में है।ईश्वर के प्रति सच्ची भक्ती के फलस्वरूप जो मधुर ध्वनि मानव मन सुन सकता है,उसे सुनने का साहस कर्ण कैसे करेगा?कान तो दिखावा मात्र है।शारीरीक अंग केवल सांसारिक वस्तुओं को आकर्षित करती है,परंतु मन केवल और केवल इश्वर को। आज संपूर्ण भारत का ह्रदय अयोध्या में अटका पडा है,जहां श्री राम के आगमन के लिए ढेरों तैयारियां चल रही।परंतु सभी देशवासियों को यह स्मरण रखने की आवश्यकता है कि अयोध्या का स्थल इतना तो विशाल नहीं कि संपूर्ण जगत वहां समा जाए,परंतु मन ऐसा अनंत विशाल क्षेत्र है जहां संपूर्ण जगत के प्रभु श्री राम समा जाए। अत: श्री राम की भक्ति मन से हो।केवल शारीरीक क्रियाकलाप से नहीं। #एक निबंध....मेरे द्वारा लिखी गई।
Adv Rudra varshney
कोई एक शहर था जिसकी एक गली मेरी हर एक आहट पहचानती थी....... कोई एक शहर था जिसकी एक गली मेरी हर एक आहट पहचानती थी 🖤🤍🖤 varshneyrudrs~~ rudrap मेरे नाम का एक उधर दरवाजा था........ जिसकी एक खिड़की मुझे जानती थी ©Rudra varshney ⚕️ कोई एक शहर था जिसकी एक #गली मेरी हर एक आहट पहचानती थी मेरे नाम का एक उधर #दरवाजा था जिसकी एक #खिड़की मुझे जानती थी #rudrap #varshneyrudra