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#Jitendra777
"💝.....चाहिये था।" मोहब्बत करने का क़ोई इरादा नहीं था, हमकों तो एक दोस्त वफादार चाहिये था। हमारा किरदार जो हु-ब-हु जानता हो, हमकों तो एक ऐसा अदाकारा चाहिये था। तुमकों देखा तो बस हम देखते रह गये, हमकों तो आप जैसा दिलदार चाहिये था। अब तो ज़िन्दगी हमारी गुलज़ार हो गई, हमकों तुम सा विशाल ए यार चाहिये था। ©#Jitendra777 #Freindship #frendsforever #चाहिये_था #जितेन्द्र777 #Love
Ritik Rehnuma
आज निकले थे मोहब्बत की दुनिया मे पर एहतियातन दिल लाना भूल गया उसकी वो आइनों से भरी गालियां थी कम्भखत रहनुमा लिबाज पहनना भूल गया दर्द और उभरना चाहियें
दर्द और उभरना चाहियें #शायरी
read moreHasanand Chhatwani
✍🏻चेहरा नही, आपके लफ़्ज़ असरदार होने चाहियें..!! ✍🏻चेहरा नही, आपके लफ़्ज़ असरदार होने चाहियें..!!
✍🏻चेहरा नही, आपके लफ़्ज़ असरदार होने चाहियें..!!
read more✍️ हरीश पटेल "हर"
विधा - सजल संतप्त दिलों की वेदना का जानकार चाहिए धरती यहाँ उजड़ी हुई सृजनकार चाहिए कुछ न कुछ तो भ्रष्ट कर पापी यहाँ सब हो रहे गढे नव चरित्र नर में वो शिल्पकार चाहिए गंगा , यमुना मैली है बैठे थैली भरकर ले दुष्टों का खबर कोई साहूकार चाहिए उच्च सिंहासन बैठे पाखंडी साधू बनकर "पर्दाफाश हो जल्दी" ऐसी पुकार चाहिए साहित्य सृजन कर देश जागरण के हेतु "हर" करे कलम कटार निर्भीक कलमकार चाहिए ,,,,,,, 🖋️ हरीश पटेल "हर" ग्राम - तोरन ( थानखम्हरिया) बेमेतरा #चाहिये
Shivam Mishra
कुछ तो प्यार में हिसाब-किताब होना चाहियें जितना तड़पा हूँ मैं उतना उसे भी तो रोना चाहियें।।। #अज्ञात
कुछ तो प्यार में हिसाब-किताब होना चाहियें जितना तड़पा हूँ मैं उतना उसे भी तो रोना चाहियें।।। #अज्ञात #nojotophoto
read moreAbeer Saifi
मुझको बांटे ना कभी ऐसी जगह चाहिये मुझे मक्का भी नहीं ना मथुरा चाहिये कैसे कह दूँ कि मुझे वो ना चाहिये के भगवान नहीं मुझको ना ख़ुदा चाहिये मुझे मिल जाये या रब तू और क्या चाहिये जन्नत भी नहीं मुझको ना दुनिया चाहिये तेरी राहों में मुझे वो सिलसिला चाहिये दर्द भी ना हो मुझे नाहीं दवा चाहिये चलने को सहज एक रास्ता चाहिये तन्हा भी नहीं मुझको ना कारवां चाहिये ...... चाहिये 💛
...... चाहिये 💛
read moreAbeer Saifi
मुझको बांटे ना कभी ऐसी जगह चाहिये मुझे मक्का भी नहीं ना मथुरा चाहिये कैसे कह दूँ कि मुझे वो ना चाहिये के भगवान नहीं मुझको ना ख़ुदा चाहिये मुझे मिल जाये या रब तू और क्या चाहिये जन्नत भी नहीं मुझको ना दुनिया चाहिये तेरी राहों में मुझे वो सिलसिला चाहिये दर्द भी ना हो मुझे नाहीं दवा चाहिये चलने को सहज एक रास्ता चाहिये तन्हा भी नहीं मुझको ना कारवां चाहिये ...... चाहिये 💛
...... चाहिये 💛
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