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Chandni Khatoon
White ज़िंदगी हर पल इम्तिहान लेती है, कभी ख़ुशी तो कभी ग़मों के जाम से भिगो देती है लोगों की ज़िंदगी को सस्ता समझा जाता है, पैसों की जहाँ होती हर लम्हा खेती है शायद ही कभी इंसाफ मिला हो बेगुनाहों को, पर इंसानियत की क़द्र हैवनो से कहाँ होती है फ़ासलों को मिटा पाना इतना भी आसान नहीं होता, दिन तो मुश्किल से कटता है, रात भी ग़मज़दा सी होती है फूल तो काँतो के बीच भी ख़ुद को महफ़ूज़ रख लेते हैं, ज़ुल्म इतने हुए के आँख ये हर पहर रोती है सब्र करना ही मुक़द्दर बन चुका है मेरा, बेख़बर ये ज़माना हैसियत से ही तवज्जो क्यों देती है ज़िंदगी हर पल इम्तिहान लेती है, कभी ख़ुशी तो कभी ग़मों के जाम से भिगो देती है ©Chandni Khatoon ज़िंदगी हर पल इम्तहान लेती है #Sad_Status motivational thoughts in hindi on success motivational thoughts on life motivational shayari in
ज़िंदगी हर पल इम्तहान लेती है #Sad_Status motivational thoughts in hindi on success motivational thoughts on life motivational shayari in
read moreHarsh Dubey
White एल्बम से, डायरी से, ग़ज़ल से व याद से बे दख़्ल कर रहा हूँ तुम्हें जायदाद से मिक़दार को बढ़ाने में मे यार गिर गया लज़्ज़त ख़राब हो गयी फ़स्लों की, खाद से हम में जो रब्त था वो बहुत दर्दनाक था होता है जैसे ज़ख़्म का रिश्ता मवाद से मैं वो हूँ जिसका क़र्ज़ से होता गुज़र बसर तुम वो हो जिसका काम चले हैं मफ़ाद से अपनी मुराद होगी किसी और की हयात हम देखते रहेंगे खड़े ना - मुराद से मातम मना रहे हैं यहाँ शाइरी से हम ढांढस बंधा रहे हैं हमें लोग दाद से ©Harsh Dubey एल्बम से, डायरी से, ग़ज़ल से व याद से , बे दख़्ल कर रहा हूँ तुम्हें जायदाद से !! urdu poetry love poetry for her sad urdu poetry hindi poet
एल्बम से, डायरी से, ग़ज़ल से व याद से , बे दख़्ल कर रहा हूँ तुम्हें जायदाद से !! urdu poetry love poetry for her sad urdu poetry hindi poet
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} वो बहुत बड़ा तमासा ही था, जो तेरा इजहार करना हमसे बे-hatsaaa था।। ©N S Yadav GoldMine #love_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey} वो बहुत बड़ा तमासा ही था, जो तेरा इजहार करना हमसे बे-hatsaaa था।।
#love_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey} वो बहुत बड़ा तमासा ही था, जो तेरा इजहार करना हमसे बे-hatsaaa था।।
read morejameel Khan
White मुझे ज़ख़्म देने वाले मेरे ज़ख़्म की दवा हो गए वो बे-वफ़ा बे-वफ़ाई करके फ़िर ब-वफ़ा हो गए जमील ©jameel Khan # बे वफ़ा #
# बे वफ़ा #
read morejameel Khan
White गरज रहा है बादल उसे गरज लेने दो मौसम है उस का उसे बरस लेने दो जमील ©jameel Khan # बे मौसम #
# बे मौसम #
read moreRJ VAIRAGYA
Unsplash जिस दिन उस से बात हुई थी उस दिन भी बे-कैफ़ था मैं जिस दिन उस का ख़त आया है उस दिन भी वीरानी थी ©RJ VAIRAGYA #rjharshsharma #rjvairagyasharma #jaunelia ❤️जिस दिन उस से बात हुई थी उस दिन भी बे-कैफ़ था मैं जिस दिन उस का ख़त आया है उस दिन भी वीरानी थी
#rjharshsharma #rjvairagyasharma #jaunelia ❤️जिस दिन उस से बात हुई थी उस दिन भी बे-कैफ़ था मैं जिस दिन उस का ख़त आया है उस दिन भी वीरानी थी
read moreKulvant Kumar
White "Love 💕 "बे वजह की आदत है ये इश्क, इक उमर के बाद पूछो तो इसका मुआवजा क्या है " ©Kulvant Kumar #LOATips "बे वजह की आदत है ये इश्क, इक उमर के बाद पूछो तो इसका मुआवजा क्या है
#LOATips "बे वजह की आदत है ये इश्क, इक उमर के बाद पूछो तो इसका मुआवजा क्या है
read moreUnknown Shayar
Unsplash झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं ©Unknown Shayar #Book झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं shayari love
#Book झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं shayari love
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी एजेंडे के तहत महापुरुष भी बे दखल आजादी के दीवानो को ठुकराया जा रहा है काला चेहरा सत्ताधीशो का अंग्रेजो जैसा बर्ताव जनता से किया जा रहा है बढ़ गया जोर जुर्म इनका टेक्सो से भुखमरी का शिकार बनाया जा रहा है नैतिकता संवेदना और सँविधान से ना इनका वास्ता हठधर्मिता से देश चलाया जा रहा है भगतसिंह सुभाष चन्द नेहरू अम्बेडकर सब गौण सिर्फ वीर सावरकर का गुणगान किया जा रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Likho एजेंडे के तहत महापुरुष भी बे दखल
#Likho एजेंडे के तहत महापुरुष भी बे दखल
read moreBhupendra Rawat
White रोजगार शब्द मे 'बे' उपसर्ग जोड़कर बनाया गया एक नया शब्द, बेरोजगार शुरुआत मे 'बे' अक्षर के मायने थे, कुछ अलग जैसे कि दिलासा, सहानूभूति इत्यादि परंतु, गुजरते वक़्त के साथ बदलते गए मायने उपसर्ग 'बे' के इस अदने से अक्षर ने अपने अंदर समाहित किए अनगिनत अर्थ 'निठल्ला', आवारा, नकारा, कामचोर इत्यादि बन गयी विशेषता उपसर्ग 'बे' की इसी विशेषता ने आशाओं से भरे जीवन मे भर दी निराशाएं ©Bhupendra Rawat #sad_dp रोजगार शब्द मे 'बे' उपसर्ग जोड़कर बनाया गया एक नया शब्द, बेरोजगार शुरुआत मे 'बे' अक्षर के मायने थे, कुछ अलग जैसे कि दिलासा, सहानूभू
#sad_dp रोजगार शब्द मे 'बे' उपसर्ग जोड़कर बनाया गया एक नया शब्द, बेरोजगार शुरुआत मे 'बे' अक्षर के मायने थे, कुछ अलग जैसे कि दिलासा, सहानूभू
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