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Pavan Dhongade
दिवाळीच्या सणाला खुप काही करावस वाटतं , आई-बाबांच्या पाया पडून त्याना दिवाळीच्या हार्दिक शुभेच्छा म्हणावस वाटतं, मित्रानं सोबत फटाके फोडावस वाटतं,, गरीबांना दिवाळीचा आनंद द्यावा अस वाटतं ,, प्रेयसीचा साथ आयुष्यभर असावा अस सतत मनाला वाटतं ..... पवन १६१२२११४ दिवाळीला हे करावस वाटतं Happy Diwali
अल्पेश सोलकर
तरुण पिढीला सतत ठेच लागणारे कारण म्हणजे "भिन्न जातीत अडकणार प्रेम" तरुण पिढीला सतत ठेच लागणारे कारण म्हणजे "भिन्न जातीत अडकणार प्रेम"
Rashmi singh raghuvanshi "रश्मिमते"
साहित्य परम्पराओ की धारोहर है । अनुभवों का प्रचुर मिश्रण है साहित्य।। ©rashmi singh raghuvanshi #साहित्य
Sheetal Shekhar
इतने हिस्सो में बंट गया हूं मैं! मेरे हिस्से में कुछ बचा ही नहीं!! - कृष्ण बिहारी नूर ©Sheetal Shekhar #साहित्य
मनीष कुमार पाटीदार
'साहित्य जीवन में वह रौशनी लाता है जिससे वैराग्य का संचार हो जाता है। रचनात्मक साहित्य की सुखद अनुभूति से साधारण-सा जीवन कब, कैसे बीत जाता है पता नही चलता। साथ ही साहित्य से जुड़े रहना ईश्वर के हृदय में वास करने जैसा अनुपम सौभाग्य है।' ©मनीष कुमार पाटीदार #साहित्य
paritosh@run
वो कहते हैं उन्हें साहित्य पढ़ना अच्छा लगता है... और एक मेरे हृदय को पढ़ना उन्हें आता नहीं... ©paritosh@run साहित्य ...
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जिले का साहित्य इतिहास तैयार करेगी साहित्य अकादमी छिंदवाड़ा - साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद, मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग भोपाल द्वारा जिले का साहित्यिक गजेटियर (जिले का साहित्य इतिहास) तैयार करने का निर्णय लिया है जिले की वर्तमान भौगोलिक एवं राजस्व सीमाओं तथा पारंपरिक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए साहित्य, कला और संस्कृति की रचनाशीलता को इसका केन्द्रीयभाव मानते हुए साहित्य गजेटियर का उद्देश्य जिले के गौरवशाली साहित्यिक भाषाई व्यक्तियों, संस्थाओं, आयोजनों के इतिहास और उनसे संबंधित प्रमाणित फोटोग्राफ उनमें संयोजित रचनाशीलता तथा ऐतिहासिक साक्ष्यों को इस तरह सामने लाना है कि स्थान की स्थानीयता और देशज गुण के महत्व को भी रेखांकित किया जा सके। साहित्य अकादमी का मानना है कि केवल सृजनशीलता ही नहीं वरन उसको समर्थन देने वाले साधारण से साधारण व्यक्ति भी उसमे सम्मिलित हो सके ! इस उद्देश्यों की पूर्ति हेतु साहित्य अकादमी ने अपने उपक्रम पाठक मंच छिंदवाड़ा को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है पाठक मंच द्वारा बकायदा जिले के समस्त साहित्य जगत से जुड़े महानुभाव, कवियों, लेखकों, साहित्यकारों/ संस्थाओं/ समितियों से तैयार निर्धारित प्रपत्र में जानकारी/ विवरण आमंत्रित किया गया है ! जिसे निर्धारित प्रारूप अनुसार ईमेल /व्हाट्सअप अथवा डाक से 15 अगस्त 2022 के पूर्व संग्रहकर्ता विशाल शुक्ल संयोजक पाठक मंच छिंदवाड़ा के पते पातालेश्वर मार्ग छिंदवाड़ा 480002 मोबाइल 9424300896 ईमेल vishalshuklaom@gmail.com पर प्रेषित किया जाना होगा ! ©विशाल शुक्ल #साहित्य
Maligram Yadav
ऐ कवि कविता नही अपने मन की व्यथा लिखो, आज लिखो और कल लिखो । आने वाली पीढ़ियों की नई दिशा लिखो, ऐ कवि कविता नही अपने मन की व्यथा लिखो। लिखते हो क्या महलों को झोपड़ियों की किस्सा लिखो, किसानों की दुर्दसा लिखो । गरीबों की चिंता लिखो, ऐ कवि कविता नही अपने......... नेताओं की मनोकांछा लिखो, देश द्रोहियों की गद्दारी लिखो। मिडिया की चतखोरी लिखो, ऐ कवि कविता नही अपने........ लिखते हो क्या धर्मों को मानवता प्रन्सशा लिखो, आनेवाली पीढ़ियों के लिए शिक्षा का उद्देश्य लिखो। ऐ कवि कविता नही दुनिया के लिए नई दिशा लिखो, ऐ कवि कविता नहीं अपने............. चाँद और मंगल के साथ - साथ धरती से जुड़े रहने की महत्वकांछा लिखो, आधुनिकता के साथ - साथ प्राचीनता की कथा लिखो। इस परायी सी दुनिया में अपनों की दशा लिखो, ऐ कवि कविता नहीं अपने............... इस कम्प्यूटर की दुनियां में दादी- नानी के किस्से लिखो, अपनी सभ्यता और संस्कृति को बचाने के लिए कुछ ऐसा लिखो। आने वाली पीढ़ियों के लिए नई दिशा लिखो, ऐ कवि कविता नही अपने मन की व्यथा लिखो। रचयिता- मालीग्राम यादव #साहित्य
कवी - के. गणेश
निवडता यायला हवं, मगच घडवता येईल.. शब्दांवर संस्कार करून माणूस जोडता येईल.! साहित्य
Ekta Singh
मै एकता सिंह चौहान रूप से एक कहानीकारा,कवयित्री एवं पेशे अध्यापिका हूँ और निरंतरता में हिंदी भाषा मे कहानी,कविता,मुक्तक,दोहे इत्यादि लिखती रहती हूँ। जो कि निरंतरता मे प्रशिठित पत्र पत्रिकाओं एवं समाचार पत्रों मे प्रकाशित होती रहती है। और कई सांझे गद्य और काव्य संग्रहों में सहभागिता रही है। तथा कई संस्थाओं एवं संस्थानों द्वारा पुरस्कारित भी किया जा चुका है।इसके साथ साथ समय- समय पर विभिन्न स्थानों पर आयोजित काव्य मंचों पर प्रस्तुतियाँ भी दे चुकी हूँ।मै दिल्ली मे पश्चिम विहार की स्थायी निवासी हूँ। और मेरी जन्मस्थली खुर्जा है,जों की उत्तर प्रदेश ले जिले में स्थित है। ©Ekta Singh साहित्य परिचय