Nojoto: Largest Storytelling Platform

New सावन बीत Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about सावन बीत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सावन बीत.

Bhupendra Ganjam

#Likho sad status sad images whatsapp status english sad sad girl dp download sad status गुजरने दिन बीते वो कितने रातें, हमे मिले एक अर

read more
गुजरने दिन बीते वो कितने 
रातें, हमे मिले एक अरसा 
हुआ है,  पर ऐसा लगा 
कि एक साल बीत गया हो....

©Bhupendra Ganjam #Likho  sad status sad images whatsapp status english sad sad girl dp download sad status 


गुजरने दिन बीते वो कितने 
रातें, हमे मिले एक अर

theABHAYSINGH_BIPIN

#GoodNight इश्क़ ए ज़ज़्बात इश्क़ - ए ज़ज़्बात कभी छुपाया नहीं, हाल- ए - दिल उसे कभी बताया नहीं। कैसे बयाँ करता इस इश्क़ की नादानी, ए इश्

read more
White इश्क़ ए ज़ज़्बात

इश्क़ - ए ज़ज़्बात कभी छुपाया नहीं,
हाल- ए - दिल उसे कभी बताया नहीं।
कैसे बयाँ करता इस इश्क़ की नादानी,
ए इश्क़ के गलियारें कभी भाया नहीं।

मैंने याद बहुत किया उन हसीं लम्हों को,
बीत गया सावन वो वापस आया नहीं।
सुख गईं आँखें मेरी अच्छे की आस में,
पर ख़्वाब हक़ीकत में कभी आया नहीं।

कितना अजीज़ शख़्स था मेरे दिल को,
जो इश्क़ ए ज़मीं पर कभी आया नहीं।
अभय, इंतेज़ार की ये घड़ियाँ गवाह हैं,
ना आने का कारण कभी बताया नहीं।

©theABHAYSINGH_BIPIN #GoodNight 

इश्क़ ए ज़ज़्बात

इश्क़ - ए ज़ज़्बात कभी छुपाया नहीं,
हाल- ए - दिल उसे कभी बताया नहीं।
कैसे बयाँ करता इस इश्क़ की नादानी,
ए इश्

theABHAYSINGH_BIPIN

#Hope वक्त के साथ किरदार बदलता है, वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं। कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर, वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं। वक्त के

read more
वक्त के साथ किरदार बदलता है,
वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं।
कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर,
वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं।

वक्त के साथ मिटती हैं दूरियाँ,
वक्त के साथ अपने भी बदलते हैं।
क्यों पकड़े हो कसकर पतंग की डोर,
इशारे में थामो, उड़ान बदलती है।

क्यों बढ़ने हैं तुम्हें सब एक दिशा से,
वक्त के साथ रिश्ते भी बिखरते हैं।
क्यों आवेश में पड़े चिंतित हो,
वक्त पर ही सारी पहेलियाँ सुलझती हैं।

हर रिश्ते में वो जज़्बात रहते हैं,
हर रिश्ते में वो तड़प रहती है।
क्यों हो इतना भी बेकरार तुम,
वक्त पर ही नींद सुकून की आती है।

जिंदगी का फ़लसफ़ा किसे पता,
वक्त पर ही जिंदगी सब सिखाती है।
क्यों कार्यों के बोझ तले डूबे हो,
वक्त ही वक्त ख्वाहिशें जगाता है।

नासूर ज़ख्मों की परवाह क्यों,
वक्त पर ही दवा मिलती है।
दिल अगर टूटा है तो क्या हुआ,
वक्त पर ही अपने मिलते हैं।

क्या हुआ जो मौसम सावन चला गया,
वक्त पर ही तो सारे मौसम बदलते हैं।
क्या हुआ जो रिश्ते पतझड़ बन गए,
वक्त पर ही बसंत की बहार खिलती है।

छोड़ दो बेफिक्री में बेफिकर उसे,
वक्त पर ही दबे राज भी खुलते हैं।
वक्त पर सब कुछ अच्छा मिलता है,
वक्त पर ही सही, नक्षत्र मिलते हैं।

©theABHAYSINGH_BIPIN #Hope  
वक्त के साथ किरदार बदलता है,
वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं।
कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर,
वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं।

वक्त के

Sanatan_Sanskriti_Shubhash

सावन और हरिद्वार -- एक उत्कृष्ट संयोग Sawan and Haridwar - a wonderful combination Follow for more.... #mahadev #harharmahadev #lordshiva

read more

theABHAYSINGH_BIPIN

#boat तुमने मुझे छू क्या लिया नजरों से, मेरे सपनों को एक पैगाम दी है। सोचता हूं मैं फुरसत में काम टालकर, वर्षों से दबी जज़्बात को हवा दी ह

read more
तुमने मुझे छू क्या लिया नजरों से,
मेरे सपनों को एक पैगाम दी है।
सोचता हूं मैं फुरसत में काम टालकर,
वर्षों से दबी जज़्बात को हवा दी है।

अब तो करवटों में कटती हैं रातें मेरी,
तुमने सपनों में आकर रातें आधी की हैं।
बेसब्र भटक रहा था मैं दर-ब-दर,
मेरी टूटती उम्मीदों को राहत दी है।

उदासियों में बीत रहा था दिन मेरा,
मेरे सूखे होठों को हंसी दी है।
पूरा बचपन जो अंधेरों में कटा मेरा,
तूने आकर मेरे जीवन को रोशनी दी है।

©theABHAYSINGH_BIPIN #boat 

तुमने मुझे छू क्या लिया नजरों से,
मेरे सपनों को एक पैगाम दी है।
सोचता हूं मैं फुरसत में काम टालकर,
वर्षों से दबी जज़्बात को हवा दी ह

kuldeepbabra

सावन की शुरू हुई कावड़ हरिद्वार से उज्जैन तक wbhakti bhajan

read more

neelu

#sad_quotes मेरी #नानी कहती थी जो सवाल तक नहीं रुकते वह जवाब तक कैसे रुकेंगे.. जो सावन में नहीं भीगते वह कार्तिक कैसे नहाएंगे

read more
White मेरी नानी कहती थी 
जो सवाल  तक नहीं रुकते 
वह जवाब  तक कैसे रुकेंगे..
जो सावन में नहीं भीगते
 वह कार्तिक कैसे नहाएंगे

©neelu #sad_quotes मेरी #नानी कहती थी 
जो सवाल  तक नहीं रुकते 
वह जवाब  तक कैसे रुकेंगे..
जो सावन में नहीं भीगते
 वह कार्तिक कैसे नहाएंगे

संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु

भाषा शैली स्वलिखित दोहे शीर्षक समय . . विधा दोहा . .

read more

Anuradha T Gautam 6280

#खिड़की खिड़की पर बैठे-बैठे शाम भी उतरने लगती और रातें भी बीत जाती पर सब्र की आंख अपने इंतजार में लगी रहती..🖊️

read more

बेजुबान शायर shivkumar

मेरी जिंदगी की सारी #खुशियां भी और #गम भी हो तुम, मेरे आंखों की #रोशनी और #निंदिया भी हो तुम । वो सावन की पहली सावन की वो #बरसात हो तुम

read more
मेरी जिंदगी की सारी खुशियां भी और गम भी हो तुम,
मेरे आंखों की रोशनी और निंदिया भी हो तुम ।
वो सावन की पहली सावन की वो बरसात हो तुम,
मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम "।।

मेरे इस दिल की धड़कन में रहने वाली हो तुम,
मेरे आंखों में , मेरी सांसों में बसने वाली हो तुम ।
मेरे जिंदगी की हर उन राहों में साथ चलने वाली हो तुम,
मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम "।।

प्यार पर लिखी मेरी हर एक शायरी हो तुम,
मेरी जिंदगी को जो बयां करें वो डायरी हो तुम ।
हर दुआ में मांगी हुई हर ख्वाहिश हो तुम,
मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम "।।

मेरे लफ़्ज़ों के वो सभी अल्फ़ाज़ हो तुम,
चांद, सितारों से सजी वो रात हो तुम ।
मेरी हर वो अनकही , अनसुनी सी बात उल्लेख हो तुम,
मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम " ।।

©बेजुबान शायर shivkumar मेरी जिंदगी की सारी #खुशियां  भी और #गम  भी हो तुम,
मेरे आंखों की #रोशनी  और #निंदिया  भी हो तुम ।
वो सावन की पहली सावन की वो #बरसात  हो तुम
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile