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Rishi Tiwari Samajsevi
अधिकतर चीजों के नकली या फिर कहें तो जंगली होता है । चाहे पेड़ हो पौधा हो या जीव । और ये नकली चीजें असली वाले को हमेशा दबाकर स्वयं को असली बताने में लगे रहते हैं । ©Rishi Tiwari Samajsevi असली-नकली #together
Parasram Arora
हँसते हुए लोगो क़ो देख कर मुझे न जाने क्यों ऐसालगता है कि लोग मुझ पर ही हँस रहे है पता नही लोगो क़ो हंसने हंसाने से परहेज़ क्यों है तमाम उम्र बस रोनेके अलावा ऐसे लोग कुछ नही करते है ये हंसी असली है या सिर्फ मनर्स का हिस्सा है इसे समझने में कुछ लोग पूरी जिंदगी लगा देते है झूठी हंसी का क्षेत्रफल तो होठो पर सिमित रहता है हम असली हंसी का पता आँखोंकी चमक सेलगा लेते है ©Parasram Arora असली नकली हंसी
असली नकली हंसी #कविता
read moreCalmKrishna
............. ©CalmKrishna जीवनभर नकली ही इकठ्ठा किया है। #जीवन #खालीपन #असली #नकली #पानाखोना #शांति #ध्यान #philosophy
saritaom
असली और नकली दोनों विरोधी शब्द है दोनों एक साथ नहीं होते,, पर आजकल लगभग हर व्यक्ति के चेहरे और नकाब में ये दोनों आसानी से मिल जाते हैं। ©saritaom #Sunhera #असली #नकली #Real #frode#truth#nojoto #nojotohindi #Hindi #saritaom
Pooja Udeshi
तेरा मेरा प्यार अमर फिर क्यों मुझ को लगता है डर,,,,,,, classic song film असली नकली ♥️🙏
read moreShitiz Chauhan
अगर कह पाता तो बहुत से रिश्ते दो कदम भी न चल पाते।।। #Nature_beauty_lover #N_A_T_U_R_E_Lover #collabchallenge_kya_dil_ki_bat_chehra_khta_he #kyachehradilkibatkahtahe#collab#Naturelover लाख छुपा
#Jitendra777
क़भी दिल किसी का "दुखाना" नहीं, हर जगह अपना "रुतबा" दिखाना नहीं। "असली-नकली" का पता नहीं चलता, जल्दी किसी के "झाँसे" में आना नहीं। #आज-कल "ज़माना" बड़ा ख़राब है, "दिल-विल" हर किसी से लगाना नही। #Love क़भी दिल किसी का "दुखाना" नहीं, हर जगह अपना "रुतबा" दिखाना नहीं। "असली-नकली" का पता नहीं चलता, जल्दी किसी के "झाँसे" में आना नहीं।
#Love क़भी दिल किसी का "दुखाना" नहीं, हर जगह अपना "रुतबा" दिखाना नहीं। "असली-नकली" का पता नहीं चलता, जल्दी किसी के "झाँसे" में आना नहीं। #आज #बज़्म #बज़्म_ए_इख़लास #जितेन्द्र777
read moreR@j🌹Gautam
क़भी दिल किसी का "दुखाना" नहीं, हर जगह अपना "रुतबा" दिखाना नहीं। "असली-नकली" का पता नहीं चलता, जल्दी किसी के "झाँसे" में आना नहीं। #आज-कल "ज़माना" बड़ा ख़राब है, "दिल-विल" हर किसी से लगाना नहीं। #L@s क़भी दिल किसी का "दुखाना" नहीं, हर जगह अपना "रुतबा" दिखाना नहीं। "असली-नकली" का पता नहीं चलता, जल्दी किसी के "झाँसे" में आना नहीं। #आज-कल
xyz
🌻 माँ 🌻 ••••••••••• करती हूँ रब का शुक्रिया अदा, जो दिया उसने मुझे खूबसूरत उपहार। माँ के रूप में है वो अनमोल हीरा, जिसने दिया मुझे दुलार और संस्कार।। चलना सिखाया मुझे उँगली थाम कर, दिया परिवार में बराबर का मान सम्मान। जग की रीत से रूबरू कराया, असली-नकली चेहरों की बताई पहचान।। मेरी बढ़ती उम्र के साथ मुझे, दिया उसने एक अनसुना अनोखा ज्ञान। कि शर्म लिहाज़ का है पालन करना, इस बात का रहे सदा हर लड़की को भान।। अपने सभी कर्त्तव्य निभाकर उसने, मुझे सबल और आत्मनिर्भर बना दिया। एक नन्ही सी दूधमुँही नादान बच्ची से, एक कुशल गृहणी के पद तक पहुँचा दिया।। For better read👇 🌻 माँ 🌻 •••••••••• करती हूँ रब का शुक्रिया अदा, जो दिया उसने मुझे खूबसूरत उपहार। माँ के रूप में है वो अनमोल हीरा, जिसने दि
For better read👇 🌻 माँ 🌻 •••••••••• करती हूँ रब का शुक्रिया अदा, जो दिया उसने मुझे खूबसूरत उपहार। माँ के रूप में है वो अनमोल हीरा, जिसने दि #yqbaba #yqdidi #wallpaperzone #wallpaperzoneballadchallenge #day3ofoctoberpoetrychallenge #tishiyapa
read moreरजनीश "स्वच्छंद"
भगत है बस नाम नहीं। असली नकली का छोड़ भ्रम, देशप्रेम की आग रहे। असली भगत बनना जो चाहो, देशहित ही याद रहे। भगत भगत बस नाम नहीं, एक विचार एक क्रांति है। रुधिरों में जो बहता पानी, युवाजोश तो एक भ्रांति है। किस भुज जननी गर्व करे, किन पूतों का सम्मान करें। यौवन की कुंठित धार बहे, क्यूँ रोती सांझ बिहान करे। जननी को माता कहे नहीं, टुकड़े का स्वर बुलंद करे। अफजल को जो माने हीरो, हाफ़ीज़ को भी सन्त कहे। मां की जय कह सका नहीं, मज़हब की आड़ में जीता हो। ऐसे सन्तान हुए भगत कब, जो अपनो का लहु भी पीता हो। लाशों पर ना सींके रोटियां, मनुजहित की बात रहे। असली भगत बनना जो चाहो, देशहित ही याद रहे। समय भी बदले, युग भी बदले, जरूरी नहीं कि बदलें हम भी। सरहद पे गर जो हुई शहादत, होनी चाहिये आंखें नम भी। खुद को भगत जो कहते हो, मातृ-दशा पे हो क्यूँ मौन खड़े। आंखों से नीर नहीं क्यूँ बहता, नेपथ्य में रहे क्यूँ गौण पड़े। ये धरा तुम्हारी जननी, है माता, क्यूँ रहा रक्तवर्ण लाल नहीं। क्या सबूत तुम्हे दूँ वीर भगत का, तब पूछा था किसीने सवाल नहीं। तुम सोचो जरा विचार करो, क्या तुमने लिया क्या तुमने दिया। सरहद पे था वो मरता रहा, कब विष का प्याला तुमने पिया। ये कलंक तुम तक ही रहे, ना फिर ये तेरे बाद रहे। असली भगत बनना जो चाहो, देशहित ही याद रहे। ©रजनीश "स्वछंद" #NojotoQuote भगत है बस नाम नहीं। असली नकली का छोड़ भ्रम, देशप्रेम की आग रहे। असली भगत बनना जो चाहो, देशहित ही याद रहे। भगत भगत बस नाम नहीं, एक विचार एक
भगत है बस नाम नहीं। असली नकली का छोड़ भ्रम, देशप्रेम की आग रहे। असली भगत बनना जो चाहो, देशहित ही याद रहे। भगत भगत बस नाम नहीं, एक विचार एक #Poetry #poems #bhagatsingh #deshprem
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