Find the Latest Status about लोबान धूप from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, लोबान धूप.
Manjul
लोबान सा इश्क़. अब कोयला हो चला हैं... ©Manjul Sarkar #लोबान #इश्क़ #कोयला #emptystreets
Manjul
लोबान सा इश्क़ अब कोयला हो चला है ©Manjul Sarkar #लोबान #कोयला #इश्क #street
Sandeep Albela
जिसे भी चाहा मैंने वो भगवान हो जाता है यूँ उलझा है वो मुझमें हाथ खीचू तो लहूलुहान हो जाता है, उसकी अधूरी ख्वाहिशें मेरी रातों की बीनाई खा जाती हैं, और मैं चराग जलाऊँ तो वो परेशान हो जाता है, रौशनी आती है चली जाती है अपनी मर्जी से मोहब्बत में दिल जैसे रौशनदान हो जाता है, मैं और क्या जोड़ू गजल में, उस गैर मक्ते के बाद सारी दौलत मेरी और कुर्की का फरमान हो जाता है, मोहब्बत मांगी थी मैंने और तिमारदार दिया रब ने जिसे आंचल समझा है वो दस्तरखान हो जाता है, हम शायरों के मसले ही अजीब है कोई अपनाए कैसे कोई परीजात साथ में बैठे तो किरदार अपना लोबान हो जाता है, ©Sandeep Albela लोबान सा किरदार.. #sandeep_albela #top_writter #life #pain #zindagi #shayari #gorakhpur #lucy
Ekta Singh
दिसम्बर की गुनगुनी धूप दिल को सुकून देती••• काश तुम मेरे पास होते तो कुछ और बात होती••• ©Ekta Singh धूप
Ekta Singh
ये दिसम्बर की गुनगुनी धूप•• दिल का सकून देती•••• काश तुम भी पास होते•• तो कुछ और बात होती•••• ©Ekta Singh धूप
ℜɑղℑɑղ
धूप का तो नाम वैसे ही बदनाम है वरना जलते तो लोग एक दुसरे से भी कम नहीं ....... ©Swarnkar Ranjan #धूप
विष्णु कांत
तू धूप है सुबह की... ज्यों ही मुझे तेरे आने का अहसास होता है, त्यों ही मैं खुद को तरोताजा और पहले से बेहतर महसूस करने लगता हूं..!!💞 ©विष्णु कांत #धूप
Manmohan Dheer
जलने लगी है निगाहें तेरे इंतेज़ार में जाने कब उतरेगी ये फासलों की धूप . धूप
Manmohan Dheer
ठंडे चमचमाते कमरे में बहस होती है तरक़्क़ी की मैं देखता हूँ यहाँ फैसलों की धूप मुल्क़ के सर पे . धूप
Nidhi Pant
अपनी मुट्ठी में धूप भर ली थी जो, थोड़ी थोड़ी सबको बांट दी। तपिश के बदले थोड़ी सेंक लग ही जाएगी। हाथों में नमी सी आ गई थी जो, धीरे धीरे कम हो ही जाएगी। अपने हिस्से की धूप मैंने सहेज कर रख ली, सदियों से बंद पड़ी अलमारी में। वो भी हर दिन शुष्क होने का इंतज़ार करती है। कुछ पुरानी किताबें,कुछ सामान, रंग बदल सा गया है सबका। इन्हें तो तपिश अच्छी लगती है, पर हर दिन इनके लिए लाए कौन, अब धूप तो सबके हिस्से की है, और तपिश आते आते सेंक बन जाती है। #धूप