Find the Latest Status about punit mishra from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, punit mishra.
pragati
Unsplash ना कोइ हँसाने वाली खुशी ना कोई रुलाने वाला गम ना होता कोइ हमदर्द ना होते ये लाइलाज जख्म होठो पर ना होते शिकवे ना होती हमारी आंखे नम कितना अच्छा होता ना काश अगर पागल होते हम ©pragati #snow Ashutosh Mishra SHIVAM MISHRA Adhuri Hayat Aj stories M.K Meet "सीमा"अमन सिंह
#snow Ashutosh Mishra SHIVAM MISHRA Adhuri Hayat Aj stories M.K Meet "सीमा"अमन सिंह
read moreMùśâfîř Tèŕá
Unsplash आज तुमसे बात करने के लिए हम तरसते हैं पर एक वक्त जरूर ऐसा आएगा जब तुमसे बैठ के खूब सारी बातें करूंगा ©Mùśâfîř Tèŕá #snow Ashi Writes Vidushi Mishra Author Shivam kumar Mishra (Shivanjal) Sulabh Mishra Ruchika
#snow Ashi Writes Vidushi Mishra Author Shivam kumar Mishra (Shivanjal) Sulabh Mishra Ruchika
read moresamandar Speaks
Unsplash चलो फिर से वही लौटे, जहां खुशियां थी, रौनक थी, बड़ी तंगी, गरीबी थी, मगर दिलों में चाहत थी। जहां पहली किरण आकर,मुंडेरों पे बैठ गाती थी महकती रागिनी संग संग दिलो को पास लाती थी जहां पनघट पर ठिठोली थी, चौपालों पर दीवाने थे छोटे घर से निकल के सब वही महफिल सजाते थे वहीं सावन के रिमझिम थी,वही झूले थे नग़्मे थे जहां मिट्टी कि खुशबु में सभी के दिल संवरते थे तालाबों में जमा पानी,रजत सा खूब चमकता था भागे बैलों के पीछे दिन,जरा सा भी न थकता था जहां त्यौहार कि खुश्बू सभी घर से निकलती थी जिसे मर्जी जहां खाए, नहीं दूरी झलकती थी कभी यारो के घर सोना,उन्हीं के घर ही खा लेना अम्मा कि रसोई में पहुंच हर बात कह देना ये सब खूब होता था , वहां बेखौफ रहते थे कोई बैरी नहीं होता ,सभी अपने हीं होते थे चलो फिर से वही लौटे, जहां रिश्ते न टूटे थे, जहां दौलत के पीछे भागते सपने न झूठे थे। चलो फिर से उसे जिएं, जहां क़ुदरत की बाहें थी, जहां सुकून थी हरसु मगर थोड़ी भी न आहें थी राजीव ©samandar Speaks #camping Satyaprem Upadhyay Radhey Ray Mukesh Poonia Sandeep L Guru Poonam bagadia "punit"
#camping Satyaprem Upadhyay Radhey Ray Mukesh Poonia Sandeep L Guru Poonam bagadia "punit"
read moresamandar Speaks
White अब घर घर में ये आग फैलाई जाएगी चुनावी,साल है,अदावत,सबसे निभाई जायेंगी सबको जमातों कौमों फिरको में बाटकर आग लगा कर घरों में आग से बुझाई जायेगी वतन के रहनुमाओं को मोहरों कि शकल देकर झूठी हमदर्दी से मुहब्बत दिखाई जायेगी मुफ़्त कि रोटियां बंटेगी घर गिरवी रख कर इस कदर हमारे कल कि बोली लगाई जायेगी झंडो तले बंटेगी नवजवानों कि जवानी फिर से पैर तोड़ कर आसमानों की अदा सिखाई जाएगी अब घर घर में ये आग फैलाई जाएगी चुनावी,साल है अदावत सबसे निभाई जायेंगी राजीव ©samandar Speaks #diwali_wishes अंजान Satyaprem Upadhyay मनीष शर्मा Poonam bagadia "punit" Sandeep L Guru
#diwali_wishes अंजान Satyaprem Upadhyay मनीष शर्मा Poonam bagadia "punit" Sandeep L Guru
read moresamandar Speaks
Unsplash ग़म और भी है मगर खुलासा कौन करे हर बात में मुस्कुरा देता हूं तमाशा कौन करे हर ज़ख़्म को दिया है चुपी का नाम मैंने बेवजह दर्द अपना किसी से साझा कौन करे जो दिल में चुभते हो सवालात शब भर उनपे सहर के गुनाहों का इशारा कौन करे जिन राहों पर उजालों का डर समाया हो उनमें अंधेरों के खौफ को नुमाया कौन करे तक़दीर जब लिखी है सियाही से बेरंग हीं फिर ख़्वाब के सुरज का दिखावा कौन करे जो लोग ख़ुद सौदाई हो, ग़फ़लत के बाजारों का उनसे यार ए वफ़ा का अब दावा कौन करे राजीव ©samandar Speaks #library अंजान Satyaprem Upadhyay Radhey Ray Poonam bagadia "punit" Internet Jockey
#library अंजान Satyaprem Upadhyay Radhey Ray Poonam bagadia "punit" Internet Jockey
read moresamandar Speaks
White ये आसमां ज़मीं पर उतर क्यों नहीं जाता ये गुजरता हुआ साल अब ठहर क्यों नहीं जाता ये रुकता तो,बच्चे भी बच्चे रहते,हम भी हम रहते न वो दूर कहीं जाते,ना हम घर के बाहर ठहरते बदलते वक्त के हालात पर ये तरश क्यों नहीं खाता ये गुजरता हुआ साल अब ठहर क्यों नहीं जाता झोपड़ियां सहमी है दुबकी हैं फट्टे शॉल में लिपटी है बकरियां फट्टे बोरे में,टूटी खाट पे हुई जा खड़ी हैं इस बेबसी में नए साल का फितूर उतर क्यों नहीं जाता ये गुजरता हुआ साल अब ठहर क्यों नहीं जाता बाप कि जवानी लेकर बेटे बड़े हो रहे हैं इन्हें जवान करते बाप अधमरे हो रहे हैं रैन बसेरों का डर अब निकल क्यों नहीं जाता ये गुजरता हुआ साल अब ठहर क्यों नहीं जाता राजीव ©samandar Speaks #love_shayari मनीष शर्मा Satyaprem Upadhyay Radhey Ray Poonam bagadia "punit" Sandeep L Guru मनीष शर्मा Satyaprem Upadhyay अंजान S
#love_shayari मनीष शर्मा Satyaprem Upadhyay Radhey Ray Poonam bagadia "punit" Sandeep L Guru मनीष शर्मा Satyaprem Upadhyay अंजान S
read moresamandar Speaks
White फ़लक पे चढ़ के भी ज़मीं से वास्ता रखिए, ख़ुदा मिले न मिले दिल में रास्ता रखिए। नसीब आए न आए सब्र साथ में रखिए, हर एक मोड़ पे रौशनी से वास्ता रखिए। ना ग़ुरूर हो कोई उल्फ़ते जहां के राहों में वफ़ा की मिट्टी से ज़र्रे को अपना बना रखिए। ख़ुशी के पल भी गर ग़मो के साथ हो आएं, मुस्कुराहटों के ताज को फिर भी सजा रखिए। जो पा लिए उसे ही बस अपना समझ लीजिए, ख़ुदा के हुक्म को दिल से हर पल दबा रखिए। हर एक सांस का बस यहां, एहतराम ए वफ़ा कीजे खुदाई के वसूलों से चारगों को जला रखिए ज़माना कैसा भी हो ,राह पर निशान दिखेंगे इंसानियत का अलम, दिल में थमा रखिए। राजीव ©samandar Speaks #sad_quotes Radhey Ray Satyaprem Upadhyay Internet Jockey Poonam bagadia "punit" Samima Khatun
#sad_quotes Radhey Ray Satyaprem Upadhyay Internet Jockey Poonam bagadia "punit" Samima Khatun
read moresamandar Speaks
White मैं किसान हूँ मैं किसान हूँ, धरती का बेटा, मेरे खून से सींचा हर खेत का टुकड़ा। सूरज की तपिश, चाँदनी की छांव, हर मौसम सहा,बदहाली में गुजारी हर शाम सुबह की पहली किरणों से लेकर रात तक, मेरे पसीने से उपजा जीवन का चमत्कार। पर मेरी झोली में, क्यों सूनापन है, मेरे हक़ के आसमान में अंधेरा घना है। बारिश कभी बनती मेरी दुश्मन, सूखा कभी तोड़ देता मेरा मन। फसलें लहलहाती हैं, पर खुशी नहीं, बाज़ार के भावों में मेरी हस्ती नहीं। कर्ज का बोझ बढ़ता जाता है, मेरे सपनों को धुंधला बनाता है। कभी घर की छत गिर जाती है, कभी बच्चों की शिक्षा छूट जाती है। मैं वो हूँ, जो हर किसी का पेट भरता, पर मेरा ही जीवन क्यों तन्हा सा रहता? मेरे श्रम का मोल कब समझेगी ये दुनिया, मेरी पीड़ा कब महसूस करेगी ये धरती और गगन? मैं किसान हूँ, पर हार नहीं मानूँगा, अपने बच्चों को ये जालिम दौर दिखाऊँगा। फिर उगेगी उम्मीद की हरियाली, जब हर दिल में जागेगी मेरी कहानी। ©samandar Speaks #love_shayari Satyaprem Upadhyay Internet Jockey Mukesh Poonia Poonam bagadia "punit" Samima Khatun
#love_shayari Satyaprem Upadhyay Internet Jockey Mukesh Poonia Poonam bagadia "punit" Samima Khatun
read moremr.krishna101_official
#MR.KRISHNA101_OFFICIAL #Krishna MOHAN MISHRA SOFTWARE ENGINEER #Krishna MOHAN MISHRA ✨❤️ #digital CREATOR #Entrepreneur
read moreShivank Mishra
White घर कहीं..! नौकरी कहीं ..!अपने कहीं..! सपने कहीं...! ©Shivank Mishra #sad_quotes @shivank mishra
#sad_quotes @shivank mishra
read more